कोलकाता, 3 मार्च (आईएएनएस)। भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान एवं स्टार खिलाड़ी रोहित शर्मा की फिटनेस को लेकर सियासी घमासान मचा है। कांग्रेस प्रवक्ता शमा मोहम्मद के बयान का तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सांसद सौगत राय ने समर्थन किया है। जिस पर इंद्रनील खान ने प्रतिक्रिया दी।
रविवार को भारत और न्यूजीलैंड के बीच चैंपियंस ट्रॉफी के ग्रुप ए मुकाबले के दौरान, कांग्रेस प्रवक्ता शमा मोहम्मद ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर रोहित शर्मा को “मोटा खिलाड़ी” और “अप्रभावी कप्तान” कहा था। उन्होंने लिखा था, “रोहित शर्मा एक खिलाड़ी के लिए बहुत मोटे हैं! वजन कम करने की जरूरत है! और निश्चित रूप से, वह भारत के सबसे अप्रभावी कप्तान हैं।
इसको समर्थन करते हुए तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सांसद सौगत राय ने कहा, “मैंने सुना है और यह ठीक ही है कि रोहित शर्मा का प्रदर्शन बहुत खराब था। उन्होंने एक सेंचुरी बनाई थी, लेकिन बाकी मौकों पर 2, 3, 4 या 5 रन बनाकर आउट हो गए। उन्हें तो टीम में रहना ही नहीं चाहिए। भारतीय टीम जीतती है क्योंकि बाकी खिलाड़ी अच्छा खेलते हैं, लेकिन कप्तान का कोई योगदान नहीं है। शमा मोहम्मद ने जो कहा है वो सही ही कहा है।”
पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता युवा मोर्चा के अध्यक्ष इंद्रनील खान ने इस मामले पर टिप्पणी की। उन्होंने सोमवार को आईएएनएस से बातचीत के दौरान कहा कि कांग्रेस से बस यही उम्मीद की जा सकती है। उन्हें बॉडी शेमिंग के अलावा कुछ आता ही नहीं। उनके पास न तो कोई तर्क है, न ही देश के लिए कोई सोच। जब देश की तारीफ हो तब उनका सीना 56 इंच का होना चाहिए, लेकिन वे सिर्फ बॉडी शेमिंग में लगे रहते हैं। यही कांग्रेस और टीएमसी की खासियत है। कांग्रेस जो चाहती है, टीएमसी भी वही चाहती है; कांग्रेस जो सोचती है, टीएमसी भी वही सोचती है। कांग्रेस, टीएमसी और लेफ्ट का एक इकोसिस्टम है, उनका एक गठबंधन है, और उनकी सोच यही है कि देश को ऊपर नहीं, बल्कि नीचे की तरफ कैसे ले जाना है। उन्हें बस यही आता है कि देश का नाम रोशन करने वालों को कैसे नीचा दिखाया जाए।
बता दें कि राज्यसभा सांसद हरभजन सिंह ने सोमवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “रोहित शर्मा की फिटनेस पर विवाद दुर्भाग्यपूर्ण और अनावश्यक था। वह एक बेहतरीन खिलाड़ी और एक असाधारण लीडर हैं, जिन्होंने भारतीय क्रिकेट में बहुत बड़ा योगदान दिया है। खिलाड़ी भी इंसान होते हैं और उनमें भावनाएं और संवेदनाएं होती हैं। जब खेल के बारे में बिल्कुल भी जानकारी नहीं रखने वाले लोग उपदेश देते हैं तो यह वाकई दुखद होता है। खेल का सम्मान करें और खिलाड़ियों का सम्मान करें।”
–आईएएनएस
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