लखनऊ, 13 दिसंबर (आईएएनएस)। लखनऊ के राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान (आरएमएलआईएमएस) के कर्मचारियों पर एक दंपति ने बच्चे की अदला-बदली करने का आरोप लगाया है।
दंपति ने आरोप लगाया कि कर्मचारियों ने उनके बच्चे को एक लड़की से बदल दिया और नवजात लड़की को उन्हें सौंपने से पहले 1,200 रुपये की रिश्वत भी ली।
हालांकि, आरएमएलआईएमएस के अधिकारियों ने आरोप से इनकार किया है और रिश्वत के आरोपों की जांच के आदेश दिए हैं।
प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग की प्रमुख प्रोफेसर स्मृति अग्रवाल को दी गई शिकायत में कमल कुमार रावत ने कहा कि उनकी पत्नी रेशम रावत ने 9 दिसंबर को अस्पताल में एक बच्चे को जन्म दिया था।
डिलीवरी के बाद उन्हें जो पेपर मिला, उस पर ब्वॉय लिखा हुआ था। लेकिन वहां के कर्मचारियों ने बाद में नवजात को एक बच्ची से बदल दिया और बॉय शब्द पर क्रॉस का निशान लगा दिया।
रावत ने शिकायती पत्र में कहा, मैं अपना बच्चा वापस चाहता हूं।
हालांकि, अधिकारियों ने दस्तावेजों की पुष्टि करने के बाद बच्चे की अदला-बदली के आरोप से इनकार किया।
उन्होंने कहा कि अस्पताल में केवल एक ओटी है और प्रसव के समय वहां मौजूद डॉक्टरों और कर्मचारियों ने पुष्टि की है कि महिला ने एक बच्ची को जन्म दिया है और केवल एक को छोड़कर सभी दस्तावेजों में यही उल्लेख किया गया है।
एक दस्तावेज में कर्मचारी ने गलती से दूसरे बच्चे का विवरण भर दिया था, जिसे तत्काल ठीक कर लिया गया।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, हम दंपति को समझाने की कोशिश कर रहे हैं कि मां ने एक लड़की को जन्म दिया है। हालांकि, रिश्वतखोरी के आरोप की जांच की जा रही है।
आरएमएलआईएमएस की प्रवक्ता निमिषा सोनकर ने कहा, जांच के आदेश दे दिए गए हैं। जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।
–आईएएनएस
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