लखनऊ, 30 जनवरी (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश सरकार कुष्ठ और फाइलेरिया रोगियों को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने एवं रोग को खत्म करने के लिए मिशन मोड पर काम कर रही है। मुख्यमंत्री योगी की मॉनिटरिंग का ही नतीजा है कि प्रदेश में पिछले दो वर्ष में विशेष अभियान चलाकर दस हजार से अधिक कुष्ठ रोगियों को चिह्नित कर इलाज किया जा रहा है।
सरकार उनके रहने और पौष्टिक आहार की समुचित व्यवस्था भी कर रही है। मंगलवार को विश्व नॉन ट्रॉपिकल डिजीज यानि विश्व उपेक्षित उष्णकटिबंधीय रोग (एनटीडी) दिवस पर जन जागरूकता के विविध कार्यक्रम हुए।
प्रमुख सचिव स्वास्थ्य, चिकित्सा एवं परिवार कल्याण पार्थ सारथी सेन शर्मा ने बताया कि प्रदेश में कुष्ठ रोग को जड़ से खत्म करने के लिए स्पर्श कुष्ठ जागरूकता अभियान एवं कुष्ठ पखवाड़ा का आयोजन किया जा रहा है।
आईएमए में विभिन्न जन जागरुकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। डीजी हेल्थ डॉ. ब्रजेश राठौर ने कहा कि कुष्ठ रोग छुआछूत की बीमारी नहीं है। हमें रोगी से नहीं, रोग से बचना चाहिए।
कार्यक्रम की राज्य नोडल अधिकारी डाॅ. जया देहलवी ने बताया कि प्रदेश में चलाए गए विशेष अभियान में अब तक 10,000 से ज्यादा कुष्ठ रोगियों की तलाश की जा चुकी है।
कार्यक्रम में कुष्ठ रोगियों को कंबल, चप्पल एवं प्रशस्तिपत्र देकर सम्मानित किया गया। कुशीनगर की कुष्ठ रोगी चैंपियन नलिनी को मंच पर भी स्थान दिया गया। इसके अलावा बेहतर कार्य करने वाले स्वास्थ्य कर्मियों को सम्मानित किया गया।
–आईएएनएस
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