सैन फ्रांसिस्को, 6 सितंबर (आईएएनएस)। अमेरिका में लीना खान के नेतृत्व वाला फेडरल ट्रेड कमीशन (एफटीसी) इस महीने के अंत में अमेजन के खिलाफ बड़ा मुकदमा दायर कर सकती है। ई-कॉमर्स दिग्गज एंटीट्रस्ट दावों पर समझौते के प्रयास में एफटीसी को रियायतें देने में विफल रहा है।
वॉल स्ट्रीट जर्नल ने सूत्रों का हवाला देते हुए बताया कि मुकदमा अमेजन बिजनेस के विभिन्न पहलुओं को प्रभावित करेगा। साथ ही संरचनात्मक उपाय भी सुझाएगा जो संभावित रूप से तकनीकी दिग्गज को तोड़ सकता है।
रिपोर्ट में कहा गया है, “ई-कॉमर्स दिग्गज के वकीलों ने पिछले महीने एजेंसी के अधिकारियों के साथ बातचीत में कोई रियायत नहीं दी।”
यह बैठक टेक्नोलॉजी जायंट के लिए एक संभावित मुकदमे को निपटाने के लिए रेगुलेटर्स के सामने अपना पक्ष रखने का एक मौका था, जिस पर अधिकारी कई महीनों से काम कर रहे थे।
कमिशन अमेजन प्रैक्टिसिस की जांच कर रहा है, जिसमें यह भी शामिल है कि क्या यह अपने प्लेटफार्मों पर कंपीटीटर्स के मुकाबले अपने खुद के प्रोडक्ट्स को प्राथमिकता देता है और यह अमेजन डॉट कॉम पर बाहरी सेलर्स के साथ कैसा व्यवहार करता है।
मामले से वाकिफ लोगों का हवाला देते हुए रिपोर्ट में कहा गया है, “मुकदमा अमेजन के कई बिजनेस प्रैक्टिस को लक्षित करेगा जैसे कि अमेजन लॉजिस्टिक्स प्रोग्राम द्वारा इसकी पूर्ति और थर्ड पार्टी के विक्रेताओं द्वारा अमेजन डॉट कॉम पर मूल्य निर्धारण।
पोलिटिको की एक पूर्व रिपोर्ट के अनुसार, मुकदमे से अदालत द्वारा आदेशित 1.3 ट्रिलियन डॉलर के साम्राज्य का पुनर्गठन हो सकता है।
जुलाई में सामने आई रिपोर्ट में कहा गया, “शिकायत में अमेजन प्राइम की चुनौतियों पर फोकस करने की संभावना है, अमेजन का नियम है कि एफटीसी कंपेटिंग वेबसाइटों पर कम कीमतों को रोकता है, और एफटीसी का मानना है कि पॉलिसी व्यापारियों को अमेजन की लॉजिस्टिक्स और एडवरटाइजिंग सर्विस का उपयोग करने के लिए मजबूर करती हैं।”
अमेजन प्राइम पर, एफटीसी चिंतित है कि सर्विस का इस्तेमाल कंपनी की मार्केट पावर को अवैध रूप से मजबूत करने के लिए किया जाता है।
एफटीसी ने जून में अपनी प्राइम सर्विस के लिए कस्टमर्स को साइन अप करने की कथित ‘भ्रामक’ रणनीति को लेकर ई-कॉमर्स जांयट अमेजन पर मुकदमा दायर किया था।
अमेरिकी शहर सिएटल की संघीय अदालत में दायर की गई शिकायत में कहा गया है कि सालों से, अमेजन ने जानबूझकर अपनी अमेजन प्राइम सर्विस में अनजाने में नामांकन कर लाखों उपभोक्ताओं को धोखा दिया है।
अमेजन के प्रवक्ता ने कहा था कि एफटीसी के दावे तथ्यों और कानून के आधार पर झूठे हैं।
–आईएएनएस
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