बीजिंग, 20 जून (आईएएनएस)। जर्मनी की यात्रा कर रहे चीनी प्रधानमंत्री ली छ्यांग ने 19 जून को दोपहर बाद बर्लिन में जर्मन व्यापारिक जगत के प्रतिनिधियों के साथ चर्चा की। बैठक में सीमेंस, वोक्सवैगन, मर्सिडीज-बेंज, बीएमडब्ल्यू, शैफलर, बीएएसएफ, कोवेस्ट्रो आदि जर्मन कंपनियों के प्रभारियों ने भाग लिया। उन्होंने वर्तमान अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक और राजनीतिक स्थिति, चीनी आर्थिक रुझान, भविष्य के तकनीकी विकास की संभावनाएं जैसे मुद्दों पर अपने-अपने विचार व्यक्त किये और गहन रूप से विचारों का आदान-प्रदान किया।
ली छ्यांग ने प्रतिनिधियों के कथन को सुनने के बाद कहा कि आमने-सामने संचार लोगों के बीच समझ और विश्वास को गहरा कर सकता है। आज की दुनिया अराजकता से भरी हुई है, स्थिति जितनी गंभीर और जटिल है, हमें उतना ही शांति से सोचना, कई अनिश्चितताओं में निश्चितता को पकड़ना, सक्रिय रूप से नियम का पालन करना और सामान्य प्रवृत्ति को समझना चाहिए, विशेष रूप से आर्थिक वैश्वीकरण की ऐतिहासिक प्रवृत्ति, चीन की अर्थव्यवस्था के दीर्घकालिक विकास की प्रवृत्ति और चीन व जर्मनी के बीच पारस्परिक लाभ व उभय जीत सहयोग की सामान्य प्रवृत्ति को समझना आवश्यक है। हमें विश्वास को मजबूत करते हुए कठिनाइयों को दूर करना और खुले सहयोग के माध्यम से विश्व अर्थव्यवस्था की त्वरित बहाली को बढ़ावा देना चाहिए।
चीनी प्रधानमंत्री ने आशा जतायी कि चीनी और जर्मन उद्यमी प्रवृत्ति का लाभ उठाते हुए हमेशा खुलेपन, समावेशिता और उभय जीत सहयोग का पालन करेंगे, उच्च-गुणवत्ता और उच्च-स्तरीय व्यावहारिक सहयोग के साथ औद्योगिक श्रृंखला और आपूर्ति श्रृंखला की स्थिरता को बेहतर बनाए रखेंगे। अभिनव, हरित और निम्न कार्बन जैसे उभरते क्षेत्रों में अधिक सहयोग परिणाम प्राप्त करने का प्रयास करेंगे, चीन-जर्मनी मित्रता के दूत बने रहेंगे और दोनों देशों के लोगों की भलाई, चीन-जर्मनी संबंधों के विकास और चीन-यूरोपीय संघ के मैत्रीपूर्ण सहयोग को बढ़ावा देने के लिए अधिक योगदान देंगे।
इस दौरान, जर्मन व्यापारिक जगत के प्रतिनिधियों ने कहा कि जर्मनी और चीन घनिष्ठ सहयोगी भागीदार हैं। दोनों देशों के बीच आर्थिक और व्यापारिक सहयोग ठोस और गहरा रहा है और इसने बड़ी सफलता हासिल की है। जोखिमों को कम करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को मजबूत करने की आवश्यकता है, और अलग करने से काम नहीं चलेगा। जर्मन व्यापार समुदाय चीन के आर्थिक विकास की संभावनाओं के प्रति आशावादी है और उन्हें चीन पर पूरा भरोसा है। उनका मानना है कि चीन बाहरी दुनिया के लिए खुलापन जारी रखेगा। वे चीन में निवेश बढ़ाना जारी रखना चाहते हैं और चीनी बाजार में अपना विकास करना चाहते हैं। साथ ही, जलवायु परिवर्तन का मुकाबला करने, अनुसंधान एवं विकास क्षमताओं में सुधार करने और डिजिटल परिवर्तन को आगे बढ़ाने में जर्मन-चीनी सहयोग को मजबूत करना चाहते हैं, ताकि चीन में उत्पादन, चीन में अनुसंधान व विकास, और चीन के साथ उभय जीत की प्राप्ति की जा सके।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
–आईएएनएस
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