चंडीगढ़, 15 मार्च (आईएएनएस)। पंजाब के कैबिनेट मंत्री एडवोकेट हरपाल सिंह चीमा ने शनिवार को चंडीगढ़ स्थित पंजाब भवन में मीडिया से बातचीत करते हुए राज्य सरकार द्वारा शहरी विकास के क्षेत्र में उठाए गए ऐतिहासिक कदम की जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में पंजाब सरकार अब अंतर्राष्ट्रीय स्तर की बुनियादी संरचना का निर्माण करेगी, जिसके तहत तीन प्रमुख जिलों अमृतसर, जालंधर और लुधियाना में 42 किलोमीटर लंबी विश्वस्तरीय सड़क बनाई जाएगी।
मंत्री ने कहा कि यह कदम शहरी क्षेत्रों के सौंदर्यीकरण और बुनियादी ढांचे में सुधार के उद्देश्य से उठाया गया है। उन्होंने यह भी बताया कि पिछली सरकारों के पास सड़क बुनियादी ढांचे के लिए कोई स्पष्ट विजन नहीं था, लेकिन अब यह पहल पंजाब के विकास को नई दिशा देगा।
सड़क निर्माण के कार्य को तीन चरणों में विभाजित किया जाएगा, जिसमें उच्च गुणवत्ता वाली सामग्री का उपयोग किया जाएगा। इन सड़कों की आयु दस साल निर्धारित की जाएगी और उनका नियमित रखरखाव भी सुनिश्चित किया जाएगा। सड़क के किनारे सभी आवश्यक सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जाएंगी, ताकि लोगों को अधिकतम लाभ मिल सके।
मंत्री ने कहा कि इस परियोजना से न केवल इन तीन जिलों में विकास होगा, बल्कि राज्य के लोगों का पंजाब के प्रति दृष्टिकोण भी बदलेगा। इस कार्य को ठेकेदारों द्वारा क्रियान्वित किया जाएगा और समय-समय पर इसका रखरखाव भी किया जाएगा। यह परियोजना पंजाब में शहरी विकास और बुनियादी ढांचे में एक बड़ा कदम साबित होगी, जो राज्य को विश्वस्तरीय बुनियादी सुविधाओं से सुसज्जित करेगा।
हरपाल सिंह चीमा ने आगे कहा कि आज इस सड़क के लिए टेंडर की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। पहली प्राथमिकता अमृतसर रोड को दी जाएगी, जिसकी लंबाई 17.50 किलोमीटर होगी। लुधियाना के लिए 12.50 किलोमीटर सड़क की पहचान की गई है। जालंधर के लिए 12.30 किलोमीटर सड़क की पहचान की गई है। इस 42 किलोमीटर सड़क पर करीब 140 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। हमने पहले चरण के लिए इसकी पहचान की है। यह पंजाब का अपना प्रोजेक्ट है।
–आईएएनएस
एकेएस/सीबीटी