रोम, 5 मार्च (आईएएनएस)। संयुक्त राष्ट्र के खाद्य और कृषि संगठन (एफएओ) की मंगलवार को आई एक नई रिपोर्ट में बताया गया है कि लू और बाढ़ जैसी जलवायु घटनाएं ग्रामीण महिलाओं, गरीबों और बुजुर्गों की आय को प्रतिकूल रूप से प्रभावित करती हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, पुरुषों के नेतृत्व वाले परिवारों की तुलना में, महिला प्रधान परिवारों में गर्मी के तनाव के कारण औसतन 8 प्रतिशत आय का नुकसान होता है, जबकि बाढ़ की वजह से 3 प्रतिशत की हानि होती है।
औसत तापमान में केवल 1 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी से पुरुषों की तुलना में उनकी कुल आय में 34 प्रतिशत की भारी हानि हो सकती है।
अध्ययन में महिलाओं और पुरुषों के बीच कृषि उत्पादकता और मजदूरी में महत्वपूर्ण मौजूदा अंतरों को ध्यान में रखा गया, जिससे पता चलता है, अगर इस पर ध्यान नहीं दिया गया तो जलवायु परिवर्तन आने वाले वर्षों में इन अंतरों को बहुत बढ़ा देगा।
एफएओ के महानिदेशक क्यू डोंग्यु ने बयान में कहा, ”जगह, धन, लिंग और उम्र पर आधारित सामाजिक मतभेदों का जलवायु संकट के प्रभावों के प्रति गांव के लोगों की संवेदनशीलता पर एक शक्तिशाली, फिर भी कम समझा जाने वाला प्रभाव पड़ता है।”
यह रिपोर्ट 24 लो एंड मिडिल इनकम वाले देशों (एलएमआईसी) में 1 लाख से ज्यादा ग्रामीण परिवारों के सामाजिक आर्थिक डेटा के विश्लेषण पर आधारित है। जानकारी को 70 सालों के भू-संदर्भित प्रतिदिन वर्षा और तापमान डेटा के साथ एकीकृत किया गया।
–आईएएनएस
एफजेड/एबीएम