संयुक्त राष्ट्र, 6 नवंबर (आईएएनएस)। संयुक्त राष्ट्र की एजेंसियां और साझेदार, लेबनान में संकटग्रस्त लोगों को मानवीय सहायता पहुंचाना जारी रखे हुए हैं। यह जानकारी यूएन चीफ के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने दी।
नियर ईस्ट में फिलिस्तीन शरणार्थियों के लिए यूएन रिलीफ एंड वर्क्स एजेंसी (यूएनआरडब्ल्यूए) ने सोमवार को लेबनान के टायर में बुर्ज शिमाली फिलिस्तीनी शरणार्थी शिविर में मेडिकल सप्लाई और जनरेटर के लिए ईंधन पहुंचाया।
एक मानवीय काफिले ने बालबेक-एल हर्मेल क्षेत्र में स्थित लैबवेह के एक हेल्थ केयर सेंटर में मेडिकल सप्लाई, दवा और हाइजीन किट भी पहुंचाई।
इस बीच, वर्ल्ड फूड प्रोग्राम (डब्ल्यूएफपी) अपनी आपातकालीन सहायता के साथ-साथ नियमित पहलों के जरिए देश में 2 मिलियन से अधिक कमजोर लोगों तक पहुंच चुका है।
डब्ल्यूएफपी सीमा पार करके सीरिया में भाग रहे लेबनानी और सीरियाई लोगों को भी खाद्य सहायता प्रदान कर रहा है।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (यूनिसेफ) स्थानीय अधिकारियों के साथ मिलकर लगभग 387,000 लेबनानी बच्चों को धीरे-धीरे शिक्षा की ओर वापस लाने में मदद कर रहा है, जिनमें शेल्टर और युद्ध से प्रभावित समुदायों में रहने वाले बच्चे भी शामिल हैं।
यह पहल आपातकालीन प्रतिक्रिया योजना का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य शेल्टर के रूप में उपयोग नहीं किए जाने वाले 326 सार्वजनिक स्कूलों को खोलना और संचालित करना है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि लेबनान में स्कूली बच्चों की शिक्षा तक पहुंच हो।
मानवीय मामलों के समन्वय कार्यालय ने चेतावनी दी है कि देश में मानवीय स्थिति 2006 के युद्ध की गंभीरता से भी अधिक गंभीर स्तर पर पहुंच गई है। स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र लगातार हमलों का सामना कर रहा है, सुविधाएं, कर्मचारी और संसाधन गोलीबारी में फंसे हुए हैं। लेबनान के पहले से ही कमजोर स्वास्थ्य ढांचे पर और दबाव पड़ रहा है।
संयुक्त राष्ट्र प्रवक्ता ने कहा, “हमारे मानवीय सहयोगियों को डर है कि बढ़ती शत्रुता और मानवीय स्थिति के बिगड़ने के बीच, भोजन, दवा, शेल्टर और अन्य जरूरी सप्लाई की मांग बढ़ रही है।” उन्होंने मदद को जारी रखने के लिए तत्काल धन की आवश्यकता पर बल दिया।
अक्टूबर की शुरुआत में 426 मिलियन डॉलर की मानवीय अपील शुरू की गई थी, जिसका अभी तक सिर्फ 19 प्रतिशत ही पूरा हुआ है। उन्होंने कहा कि इसका मतलब है कि अभी तक सिर्फ 80 मिलियन डॉलर ही मिले हैं।
प्रवक्ता ने देशों से न सिर्फ वचन देने बल्कि वचन को जल्द से जल्द नकद में बदलने की अपील की।
इजरायली सेना 23 सितंबर से लेबनान पर एयर स्ट्राइक कर रही है। उसने सीमा पार एक ‘सीमित’ जमीनी अभियान भी चलाया है, जिसका उद्देश्य कथित तौर पर हिजबुल्लाह को कमजोर करना है।
इजरायली हमलों में हिजबुल्लाह के चीफ हसन नसरल्लाह समेत कई कमांडरों की मौत हो गई और उसके कई ठिकानों को भारी नुकसान पहुंचा है। हालांकि लेबनानी ग्रुप भी इजरायल पर मिसाइलें दाग कर पलटवार कर रहा है।
8 अक्टूबर, 2023 को हिजबुल्लाह ने गाजा में हमास के प्रति एकजुटता जाहिर करते हुए इजरायल पर रॉकेट दागने शुरू किए थे। नवीनतम घटनाक्रम इसी संघर्ष का विस्तार है।
–आईएएनएस
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