मुंबई, 25 सितंबर (आईएएनएस)। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार गुट) की सांसद सुप्रिया सुले ने लेह-लद्दाख हिंसा मामले को लेकर केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने सवाल भरे लहजे में पूछा कि भारत सरकार का इंटेलिजेंस विभाग क्या कर रहा था?
सुप्रिया सुले ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि सरकार का इंटेलिजेंस क्या कर रहा था। हम भी सरकार में रहे हैं। मैं किसी को डिफेंड नहीं करना चाहती। सोनम वांगचुक साल भर से अपनी बातें रख रहे हैं। एक साल से आपको पता है वहां पर अशांति है तो ऐसे में भारत सरकार का इंटेलिजेंस क्या कर रहा था?
उन्होंने कहा कि भारत सरकार को स्थिति को रिव्यू करना चाहिए और ऑल-पार्टी मीटिंग बुलाकर बातचीत की जानी चाहिए। अगर कोई सुने तो चर्चा हो सकती है।
उन्होंने महाराष्ट्र में कई जिलों में बाढ़ को लेकर प्रदेश सरकार पर टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार को केंद्र के पास राहत पैकेज को लेकर प्रस्ताव अब तक भेज देना था।
सुप्रिया सुले ने कहा कि मेरी विनती राज्य सरकार से है कि वे केंद्र सरकार से मदद की मांग करें। तभी केंद्र सरकार मदद करेगी। महाराष्ट्र की सरकार प्रस्ताव कब भेजेगी? अब तक तो बात केंद्र सरकार से हो जानी चाहिए थी। क्योंकि यह भी एक प्रक्रिया है, गृह मंत्रालय की कमेटी होती है, प्रस्ताव उनके पास जाएगा, तब वह पैसा देंगे।
सुले ने कहा कि संजय राउत ने कहा था कि केंद्र ने पहले जो करीब चार हजार करोड़ रुपए भेजा था, वही अभी तक जनता में बांटा नहीं गया। इसकी भी जांच होनी चाहिए। किसानों का पूरा ऋण माफ करना होगा और नए सिरे से ऋण देना होगा। बहुत दुख की बात है कि कभी तो हम राजनीति से ऊपर उठकर समाज सेवा करें। सरकार के पास अगर पैसा है तो एक बड़ा पैकेज घोषणा करें, 2,000 करोड़ से तो कुछ नहीं होगा। ऑपरेशन सिंदूर के समय जिस तरह से सबने मिलकर काम किया वैसा ही करने की जरूरत है।
उन्होंने आगे कहा कि मुख्यमंत्री कह रहे हैं कि बहुत सारा पैसा है, वहीं महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री कुछ और कह रहे हैं। ऐसे में सरकार को स्पष्ट करने की जरूरत है। इस मुद्दे पर हमारी पार्टी सरकार के साथ खड़े रहने के लिए तैयार है। मुख्यमंत्री को ऑल पार्टी मीटिंग बुलानी चाहिए और पार्टी के बीच मतभेद अलग रखकर महाराष्ट्र के हित के लिए काम करना चाहिए। अगर मुख्यमंत्री ऑल पार्टी मीटिंग बुलाते हैं तो हम पूरी ताकत से सरकार को मदद करना चाहते हैं।
उन्होंने शाहरुख खान को सम्मान मिलने को लेकर कहा कि रानी मुखर्जी और शाहरुख खान ये देश के टैलेंटेड लोग हैं। मेरा मानना है कि देश में टैरिफ, प्राकृतिक आपदा, किसानों की दुर्दशा जैसे कई मुद्दे हैं जिन पर हमें चर्चा की जरूरत है।
–आईएएनएस
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