पणजी, 3 मई (आईएएनएस)। गोवा के शिरगांव गांव में लैराई जात्रा के दौरान दर्दनाक हादसा हुआ। इस धार्मिक आयोजन के दौरान अचानक भगदड़ मच जाने से 5 से ज्यादा लोगों की जान चली गई, जबकि 30 से अधिक लोग घायल हो गए हैं। गोवा के स्वास्थ्य मंत्री विश्वजीत राणे ने इस घटना पर दुख जताया है।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर विश्वजीत राणे ने लिखा, “लैराई जात्रा में हुई दुर्भाग्यपूर्ण भगदड़ को देखते हुए, हमने स्थिति को संभालने के लिए तत्काल और व्यापक कदम उठाए हैं। हमने इमरजेंसी सेवा 108 के साथ समन्वय किया है। घटनास्थल पर पांच एम्बुलेंस भेजी गई हैं, जिनमें से तीन असिलो अस्पताल में तैनात हैं। जब तक स्थिति सामान्य नहीं हो जाती, तीन अतिरिक्त एम्बुलेंस को स्टैंडबाय पर रखा गया है।”
उन्होंने कहा कि कुल 30 लोगों के हताहत होने की सूचना मिली है, जिनमें से 8 की हालत गंभीर है। इन सभी को सुपर स्पेशलिटी उपचार के लिए गोवा मेडिकल कॉलेज (जीएमसी) में रेफर किया गया है। चार शव (दो पुरुष और दो महिला) अस्पताल लाए गए। आठ घायलों को असिलो अस्पताल में भर्ती किया गया है, दस को मामूली चोटें आई हैं और दो को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई है। जीएमसी में 10 मरीज गंभीर अवस्था में हैं और उन्हें आईसीयू में रखा गया है। अतिरिक्त डॉक्टरों को तैनात किया गया है और एक विशेष आईसीयू यूनिट बनाई गई है, जिसमें वेंटिलेटर की सुविधा है। सभी आवश्यक इंतजाम कर लिए गए हैं और हर मरीज की स्थिति पर बारीकी से नजर रखी जा रही है।
उन्होंने आगे कहा कि जीएमसी और 108 सहित स्वास्थ्य सेवाओं को भी हाई अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया गया है। जीएमसी और असिलो के एमएस को स्थिति पर बारीकी से नजर रखने के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। हम आपको नियमित रूप से अपडेट रखेंगे।
एक अन्य ‘एक्स’ पोस्ट में मंत्री राणे ने कहा, “इस दुर्भाग्यपूर्ण भगदड़ की घटना के मद्देनजर, हम सक्रिय रूप से यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि प्रभावित सभी लोगों को आवश्यक चिकित्सा सुविधा मिले। अब 24/7 हेल्पलाइन उपलब्ध है, कृपया किसी भी चिकित्सा आपात स्थिति के लिए 104 डायल करें। गोवा मेडिकल कॉलेज और अन्य जिला अस्पतालों में चिकित्सा बुनियादी ढांचा पूरी तरह से सुसज्जित है और स्थिति को संभालने के लिए हाई अलर्ट पर है। मैं घटनाक्रम पर बारीकी से नजर रख रहा हूं। स्थानांतरण और ऑन-साइट प्रबंधन में सहायता के लिए दस उन्नत 108 एम्बुलेंस तैनात की गई हैं। हम इस कठिन समय के दौरान व्यापक देखभाल और सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
–आईएएनएल
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