बहरीन/नई दिल्ली, 11 मार्च (आईएएनएस)। लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने शनिवार को बहरीन के मनामा में आयोजित 146वें आईपीयू सम्मेलन के दौरान ऑस्ट्रेलिया के हाउस ऑफ रिप्रंजटेटिव्स के अध्यक्ष मिल्टन डिक, बांग्लादेश की संसद की अध्यक्ष डॉ शिरीन शरमीन चौधरी, मॉरीशस की नेशनल असेंबली के स्पीकर सुरूजदेव फोकीर, ओमान सल्तनत की मजलिस ए शूरा के चेयरमैन खालिद हिलाल नसीर अल मावली और बहरीन के काउंसिल ऑफ रिप्रजंटेटिव्स के अध्यक्ष अहमद बिन सलमान अल मुस्लमान के साथ द्विपक्षीय बैठक कर कई महत्वपूर्ण मुद्दों और द्विपक्षीय संबंधों को लेकर चर्चा की ।
ऑस्ट्रेलिया की प्रतिनिधि सभा के अध्यक्ष मिल्टन डिक के साथ द्विपक्षीय वार्ता के दौरान बिरला ने विश्वास व्यक्त किया कि भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच संसदीय संबंध दोनों लोकतंत्रों के बीच नियमित संसदीय संवाद से और मजबूत होंगे। उन्होंने दोनों देशों की लोकतांत्रिक विरासत का जिक्र करते हुए कहा कि भारत और ऑस्ट्रेलिया लोकतांत्रिक व्यवस्था के जरिए अपने नागरिकों के सामाजिक-आर्थिक कल्याण की दिशा में काम कर रहे हैं। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच अंतर-संसदीय संवाद दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों का एक महत्वपूर्ण घटक है। उन्होंने डिक को पी-20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए भारत आने का औपचारिक निमंत्रण भी दिया।ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथोनी अल्बनीज की भारत यात्रा का जिक्र करते हुए बिरला ने कहा कि इन यात्राओं ने आपसी संबंधों को एक नई दिशा दी है, जिसके कारण भारत और ऑस्ट्रेलिया हिंद महासागर क्षेत्र में क्षेत्रीय शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए बड़े पैमाने पर सहयोग करते हैं।
बांग्लादेश की संसद की अध्यक्ष डॉ शिरीन शरमीन चौधरी के साथ द्विपक्षीय बैठक के दौरान बिरला ने हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि हाल के वर्षों में बांग्लादेश और भारत के बीच हुए उच्चस्तरीय दौरों से दोनों देशो के सम्बन्ध सशक्त हुए हैं। उन्होंने कहा कि भारत के लोग, सरकार और जनप्रतिनिधियों ने सदैव बांग्लादेश का समर्थन किया है। विगत वर्षों में, दोनों देशों के बीच सड़क, रेल, वायु, अंतदेर्शीय जलमार्ग, तटीय शिपिंग, विद्युत, ऊर्जा एवं डिजिटल जैसे क्षेत्रों में संपर्क बढ़ रहा है। बिरला ने भारत को बांग्लादेश का प्रतिबद्ध विकास भागीदार बताते हुए विश्वास व्यक्त किया कि पारस्परिक आर्थिक सम्बन्धों को नई गति देने से दोनों देशों को लाभ मिलेगा।
मॉरीशस की नेशनल असेंबली के स्पीकर सुरूजदेव फोकीर के साथ द्विपक्षीय बैठक के दौरान बिरला ने कहा कि दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक काल से संबंध रहे हैं जो समय के साथ और घनिष्ठ होते जा रहे हैं। उन्होंने दोनो देशों के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना के 75 वर्ष पूरे होने पर हर्ष भी व्यक्त किया।
ओमान सल्तनत की मजलिस ए शूरा के चेयरमैन खालिद हिलाल नसीर अल मावली के साथ द्विपक्षीय बैठक के दौरान लोक सभा अध्यक्ष ने भारतीय लोकतंत्र की विशेषता की चर्चा करते हुए कहा कि भारत में जनमत के आधार पर सहज रूप से सत्ता का स्थानांतरण होता है। उन्होंने दोनों लोकतान्त्रिक देशों के बीच परस्पर बहुआयामी सहयोग विकसित होने और आपसी संबंध के और अधिक सशक्त होने की इच्छा व्यक्त करते हुए ओमान को एक सम्मानित अतिथि देश के रूप में पी-20 सम्मेलन के लिए विशेष रूप से निमंत्रण भी दिया ।
बहरीन के काउंसिल ऑफ रिप्रजंटेटिव्स के अध्यक्ष अहमद बिन सलमान अल मुस्लमान के साथ द्विपक्षीय बैठक के दौरान बिरला ने कहा कि दोनों देशों ने कोविड-19 महामारी से निपटने में एक दूसरे का पूरी तरह से सहयोग किया है जो गहन और मजबूत द्विपक्षीय संबंधों को दशार्ता है। उन्होंने उम्मीद जताई कि भविष्य में ऐसे आदान प्रदानों में वृद्धि होगी जिससे दोनों देशों के बीच संबंध और घनिष्ठ होंगे।
बहरीन में रह रहे भारतीय समुदाय का उल्लेख करते हुए बिरला ने कहा कि बहरीन भारतीयों के लिए पसंदीदा जगह है और वे भारतीय समुदाय की सुरक्षा, संरक्षा और कल्याण सुनिश्चित करने के लिए बहरीन के नेतृत्व और सरकार को धन्यवाद देते हैं।
बिरला ने बहरीन के मनामा में भारतीय दूतावास द्वारा आयोजित किए गए कार्यक्रम में प्रवासी भारतीय समुदाय से भी संवाद किया। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के आपसी घनिष्ठ संबंध मानवीय संवेदनाओं तथा सांस्कृतिक मूल्यों पर आधारित हैं। इस उपलब्धि का श्रेय बिरला ने प्रवासी भारतीयों के परिश्रम, निष्ठा, और उनकी कर्मशीलता को देते हुए बहरीन के प्रति उनके योगदान की सराहना की। बहरीन में भारतीय समुदाय को दोनों देशों के बीच एक महत्वपूर्ण कड़ी बताते हुए बिरला ने यह भी कहा कि भारतीय समुदाय बहरीन की कुल आबादी का लगभग एक चौथाई है। भारतीय समुदाय ने बहरीन में व्यापार, राजनीति, सामाजिक कार्य, विज्ञान, संस्कृति, आदि जीवन के सभी क्षेत्रों में महत्वपूर्ण और स्पष्ट छाप छोड़ी है।
–आईएएनएस
एसटीपी/एएनएम
बहरीन/नई दिल्ली, 11 मार्च (आईएएनएस)। लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने शनिवार को बहरीन के मनामा में आयोजित 146वें आईपीयू सम्मेलन के दौरान ऑस्ट्रेलिया के हाउस ऑफ रिप्रंजटेटिव्स के अध्यक्ष मिल्टन डिक, बांग्लादेश की संसद की अध्यक्ष डॉ शिरीन शरमीन चौधरी, मॉरीशस की नेशनल असेंबली के स्पीकर सुरूजदेव फोकीर, ओमान सल्तनत की मजलिस ए शूरा के चेयरमैन खालिद हिलाल नसीर अल मावली और बहरीन के काउंसिल ऑफ रिप्रजंटेटिव्स के अध्यक्ष अहमद बिन सलमान अल मुस्लमान के साथ द्विपक्षीय बैठक कर कई महत्वपूर्ण मुद्दों और द्विपक्षीय संबंधों को लेकर चर्चा की ।
ऑस्ट्रेलिया की प्रतिनिधि सभा के अध्यक्ष मिल्टन डिक के साथ द्विपक्षीय वार्ता के दौरान बिरला ने विश्वास व्यक्त किया कि भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच संसदीय संबंध दोनों लोकतंत्रों के बीच नियमित संसदीय संवाद से और मजबूत होंगे। उन्होंने दोनों देशों की लोकतांत्रिक विरासत का जिक्र करते हुए कहा कि भारत और ऑस्ट्रेलिया लोकतांत्रिक व्यवस्था के जरिए अपने नागरिकों के सामाजिक-आर्थिक कल्याण की दिशा में काम कर रहे हैं। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच अंतर-संसदीय संवाद दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों का एक महत्वपूर्ण घटक है। उन्होंने डिक को पी-20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए भारत आने का औपचारिक निमंत्रण भी दिया।ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथोनी अल्बनीज की भारत यात्रा का जिक्र करते हुए बिरला ने कहा कि इन यात्राओं ने आपसी संबंधों को एक नई दिशा दी है, जिसके कारण भारत और ऑस्ट्रेलिया हिंद महासागर क्षेत्र में क्षेत्रीय शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए बड़े पैमाने पर सहयोग करते हैं।
बांग्लादेश की संसद की अध्यक्ष डॉ शिरीन शरमीन चौधरी के साथ द्विपक्षीय बैठक के दौरान बिरला ने हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि हाल के वर्षों में बांग्लादेश और भारत के बीच हुए उच्चस्तरीय दौरों से दोनों देशो के सम्बन्ध सशक्त हुए हैं। उन्होंने कहा कि भारत के लोग, सरकार और जनप्रतिनिधियों ने सदैव बांग्लादेश का समर्थन किया है। विगत वर्षों में, दोनों देशों के बीच सड़क, रेल, वायु, अंतदेर्शीय जलमार्ग, तटीय शिपिंग, विद्युत, ऊर्जा एवं डिजिटल जैसे क्षेत्रों में संपर्क बढ़ रहा है। बिरला ने भारत को बांग्लादेश का प्रतिबद्ध विकास भागीदार बताते हुए विश्वास व्यक्त किया कि पारस्परिक आर्थिक सम्बन्धों को नई गति देने से दोनों देशों को लाभ मिलेगा।
मॉरीशस की नेशनल असेंबली के स्पीकर सुरूजदेव फोकीर के साथ द्विपक्षीय बैठक के दौरान बिरला ने कहा कि दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक काल से संबंध रहे हैं जो समय के साथ और घनिष्ठ होते जा रहे हैं। उन्होंने दोनो देशों के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना के 75 वर्ष पूरे होने पर हर्ष भी व्यक्त किया।
ओमान सल्तनत की मजलिस ए शूरा के चेयरमैन खालिद हिलाल नसीर अल मावली के साथ द्विपक्षीय बैठक के दौरान लोक सभा अध्यक्ष ने भारतीय लोकतंत्र की विशेषता की चर्चा करते हुए कहा कि भारत में जनमत के आधार पर सहज रूप से सत्ता का स्थानांतरण होता है। उन्होंने दोनों लोकतान्त्रिक देशों के बीच परस्पर बहुआयामी सहयोग विकसित होने और आपसी संबंध के और अधिक सशक्त होने की इच्छा व्यक्त करते हुए ओमान को एक सम्मानित अतिथि देश के रूप में पी-20 सम्मेलन के लिए विशेष रूप से निमंत्रण भी दिया ।
बहरीन के काउंसिल ऑफ रिप्रजंटेटिव्स के अध्यक्ष अहमद बिन सलमान अल मुस्लमान के साथ द्विपक्षीय बैठक के दौरान बिरला ने कहा कि दोनों देशों ने कोविड-19 महामारी से निपटने में एक दूसरे का पूरी तरह से सहयोग किया है जो गहन और मजबूत द्विपक्षीय संबंधों को दशार्ता है। उन्होंने उम्मीद जताई कि भविष्य में ऐसे आदान प्रदानों में वृद्धि होगी जिससे दोनों देशों के बीच संबंध और घनिष्ठ होंगे।
बहरीन में रह रहे भारतीय समुदाय का उल्लेख करते हुए बिरला ने कहा कि बहरीन भारतीयों के लिए पसंदीदा जगह है और वे भारतीय समुदाय की सुरक्षा, संरक्षा और कल्याण सुनिश्चित करने के लिए बहरीन के नेतृत्व और सरकार को धन्यवाद देते हैं।
बिरला ने बहरीन के मनामा में भारतीय दूतावास द्वारा आयोजित किए गए कार्यक्रम में प्रवासी भारतीय समुदाय से भी संवाद किया। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के आपसी घनिष्ठ संबंध मानवीय संवेदनाओं तथा सांस्कृतिक मूल्यों पर आधारित हैं। इस उपलब्धि का श्रेय बिरला ने प्रवासी भारतीयों के परिश्रम, निष्ठा, और उनकी कर्मशीलता को देते हुए बहरीन के प्रति उनके योगदान की सराहना की। बहरीन में भारतीय समुदाय को दोनों देशों के बीच एक महत्वपूर्ण कड़ी बताते हुए बिरला ने यह भी कहा कि भारतीय समुदाय बहरीन की कुल आबादी का लगभग एक चौथाई है। भारतीय समुदाय ने बहरीन में व्यापार, राजनीति, सामाजिक कार्य, विज्ञान, संस्कृति, आदि जीवन के सभी क्षेत्रों में महत्वपूर्ण और स्पष्ट छाप छोड़ी है।
–आईएएनएस
एसटीपी/एएनएम