मुंबई, 13 अक्टूबर (आईएएनएस)। स्टार प्लस के शो ‘महाभारत’ को दर्शकों से खूब प्यार मिला है।
हाल ही में ‘महाभारत’ ने 10 साल पूरे किए और इस अवसर को मुंबई के एक होटल में कलाकारों और क्रू के सदस्यों ने एक साथ मिलकर मनाया।
इसके अलावा, ‘महाभारत’ का पायलट एपिसोड लॉन्च किया गया, जिसमें इस महान कृति के प्रारंभिक चरण की झलक दिखाई गई।
इस अवसर पर आईएएनएस से विशेष बातचीत करते हुए, निर्माता सिद्धार्थ कुमार तिवारी ने बताया कि कैसे उन्होंने इस विचार की कल्पना की और इसे जीवन में उतारा। उन्होंने यह भी साझा किया कि कैसे लोगों ने उन्हें शो बनाने से हतोत्साहित किया।
सिद्धार्थ ने कहा, “जब लोगों को पता चला कि मैं महाभारत बना रहा हूं, तो उन्होंने मुझे ऐसा करने से हतोत्साहित किया।”
उन्होंने बताया, ”लोगों ने मुझसे कहा आप महाभारत क्यों बना रहे हैं? यह तो अपशकुन है।”
उन्होंने बताया कि जब कोई निर्माता निर्देशक कोई बड़ी कहानी पर काम करता है और वह नहीं चलती है तो अन्य निर्माताओं के मन में आशंका पैदा करता है। जब उनसे पूछा गया कि क्या वह एकता कपूर की महाभारत का जिक्र कर रहे थे, जो सफल नहीं हो पाई, तो सिद्धार्थ ने जवाब दिया, “बिल्कुल।”
उन्होंने कहा, ”मैं उस समय एक निर्माता के रूप में बहुत नया था। मुझे नहीं पता था कि इस शैली का शो कैसे बनाया जाता है। ‘महाभारत’ जैसी बड़ी चीज बनाने के लिए बहुत अनुभव की जरूरत होती है। लेकिन, जब अनुभवी लोग असफल होते हैं, तो इसका असर दूसरों पर भी पड़ता है।”
उन्होंने कहा, “यह सिर्फ एक पहलू है। इस प्रक्रिया के दौरान, हमें कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा। विभिन्न कारणों से कई बार काम में देरी हुई। मैंने शो के निर्माण से 2-3 साल पहले ही अभिनेताओं को कास्ट कर लिया था। जिस चीज ने मुझे आगे बढ़ाया, वह मेरा विश्वास था कि इस कहानी को आज के समय में बताया जाना चाहिए। यह हर स्तर पर समाज के लिए बेहद प्रासंगिक है।”
उन्होंने आगे कहा, “महाभारत सिर्फ मनोरंजन नहीं है। इसके पीछे एक समझदारी भरा संदेश छिपा है और इसीलिए मैं इसे पर्दे पर लाना चाहता था।”
–आईएएनएस
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