नई दिल्ली, 15 फरवरी (आईएएनएस)। वंदे भारत एक्सप्रेस में यात्री को कथित तौर पर धूल भरे कॉर्नफ्लेक्स परोसे गए। यात्री ने रेलवे को तीन सलाह दी।
मुंबई-शिर्डी वीबीई के लॉन्च के दो दिन बाद, 12 फरवरी को वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन में सफर कर रहे यात्री वीरेश नारकर ने ट्रेन केटरिंग स्टाफ द्वारा धूल भरे कॉर्नफ्लेक्स परोसे जाने की शिकायत की है।
देश की प्रीमियम ट्रेनों की यूएसपी टॉप क्लास सुविधाओं के साथ-साथ बेहतर गुणवत्ता का खाना भी माना जाता है लेकिन यात्रा की इस शिकायत ने रेलवे की इस कमी को यहां भी साबित कर दिया। सामान्य ट्रेनों में रेलवे के खाने की अक्सर यात्री शिकायत करते हैं, लेकिन प्रीमियम क्लास को इससे अलग माना जाता था।
वीरेश नारकर नामक यात्री ने अपने परोसे गए खाने की शिकायत के साथ रेलवे को कुछ सुझाव भी दिए हैं। यात्री ने ट्विटर कर रेलवे का ध्यान खींचते हुए कई समस्याओं पर सुझाव दिया। नारकर ने कहा कि उन्होंने एक्जीक्यूटिव कोच में एक सीट के लिए एक्स्ट्रा भुगतान किया है। यात्री के मुताबिक, एक्जीक्यूटिव क्लास ट्रेन के बीच में दी जाती है, इसलिए अन्य वर्ग के लोग लगातार उसमें चलते रहते हैं और अधिक भुगतान करने के बाद भी कोई प्राइवेसी नहीं होती है। इसलिए यात्री ने एक्जीक्यूटिव क्लास को आगे या पीछे लगाने की बात कही है। साथ ही यात्री ने बताया कि वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन के फर्श कालीन से ढके हुए हैं, जिसे वैक्यूम क्लीनर से साफ करने की जरूरत है। इसलिए फर्श पर झाडू लगाने के पारंपरिक तरीके के बजाय डायसन वैक्यूम क्लीनर का इस्तेमाल किया जाना चाहिए।
इसके साथ ही नारकर ने प्रीमियम ट्रेन में परोसे जाने वाले खाने को लेकर भी समस्या बताई है। यात्री ने कहा कि भोजन की गुणवत्ता में सुधार किया जा सकता है। डस्टी कॉर्नफ्लेक्स खाने को कौन देता है। इसकी क्वालिटी में सुधार होनी चाहिए। कमेंट में, उन्होंने कहा कि एक कारण ये हो सकता है कि बाहर धुआं था और धुएं के छोटे कण एसी वेंट्स से अंदर आए और दूध पर जमा हो गए। कृपया दूध और कॉर्नफ्लेक्स के ऑप्शन प्रदान करें।
–आईएएनएस
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