नई दिल्ली, 26 सितंबर (आईएएनएस)। दुनियाभर में सामाजिक और सांस्कृतिक मूल्यों के साथ दुनिया भर के देशों को आर्थिक लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से हर साल 27 सितंबर को विश्व पर्यटन दिवस मनाया जाता है।
‘वर्ल्ड टूरिज्म डे’ मनाने का खास मकसद दुनियाभर में मौजूद संस्कृतियों को दुनिया के कोने-कोने तक पहुंचाना है। इसके साथ ही लोगों को पर्यटन के महत्व के बारे में जागरूक करना है। इससे दुनियाभर में एकता और शांति का संदेश जाता है।
हर साल इस दिन लोगों में पर्यटन उद्योग के प्रति जागरूकता पैदा करने के लिए कई तरह के कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। इस बार ‘वर्ल्ड टूरिज्म डे 2024’ की थीम “टूरिज्म एंड पीस” (पर्यटन और शांति) है।
विश्व पर्यटन दिवस का मनाने के पीछे खास मकसद यह रहता है कि इसमें सभी देशों की सांस्कृतिक विरासत को दुनियाभर तक पहुंचाया जाए।
विश्व पर्यटन दिवस की तरह ही हर साल भारत में भी 25 जनवरी को ‘राष्ट्रीय पर्यटन दिवस’ मनाया जाता है। इस दिन लोगों को देश की सांस्कृतिक धरोहरों, देश की प्राकृतिक सुंदरता के साथ इसके विकास में भागीदार की भूमिका निभाने के लिए जागरूक किया जाता है।
इसी तरह संयुक्त राष्ट्र विश्व पर्यटन संगठन अंतर्राष्ट्रीय समुदायों को विरासत और देश की समृद्धि के लिए हर साल एक कार्यक्रम का आयोजन करता है, ताकि लोगों को सभी देशों की सांस्कृतिक धरोहरों के बारे में जागरूक करते हुए उन्हें वहां घूमने जाने के लिए प्रेरित कर सके।
पर्यटन क्षेत्र में आप भी अपनी भागीदारी देकर देश को आर्थिक लाभ पहुंचा सकते हैं। इसके लिए आप स्थानीय पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए वहां की मशहूर जगहों और विरासत के बारे में जानकारी जुटाने के लिए वहां घूमने जा सकते हैं। इसके साथ ही पर्यटन को बढ़ावा देने वाले कार्यक्रमों में भी हिस्सा ले सकते हैं।
विश्व पर्यटन दिवस में आप भी अपनी भागीदारी दे सकते हैं। आप दुनियाभर में कहीं भी घूमने जाएं उसकी तस्वीरें अपने दोस्तों से सोशल मीडिया के जरिए शेयर करें, जिससे वो लोग भी वहां जाने के लिए उत्सुक हो जाएं। ऐसे ही लोगों को घूमने के प्रति प्रेरित करते हुए आप भी देश के प्रति अपना कर्तव्य निभा सकते हैं।
लोगों को घूमना बेहद पसंद होता है। घूमने से टूरिज्म को तो बढ़ावा मिलता ही है। वहीं इससे ट्रांसपोर्ट, होटल, बाजार और रेस्त्रां के भी बिजनेस बढ़ावा मिलता है। इसका सीधा फायदा सरकार को राजस्व में होता है। टूरिज्म के प्रति लोगों में जागरूकता पैदा करने से दूसरे देशों से भी संबंध बेहतर होते हैं।
बता दें कि सबसे पहले संयुक्त राष्ट्र विश्व पर्यटन संगठन ने 27 सितंबर 1980 विश्व पर्यटन दिवस की शुरुआत की थी।
भारत की बात करें तो इन दिनों धार्मिक टूरिज्म को बेहद बढ़ावा मिल रहा है। रिपोर्ट के अनुसार लोग सबसे ज्यादा अयोध्या, उज्जैन और बद्रीनाथ की यात्रा कर रहे हैं, जिससे देश के टूरिज्म को बढ़ावा मिल रहा है। आंकड़ों के अनुसार 2019 के बाद से पर्यटकों की संख्या में बहुत इजाफा हुआ है। 2023 की बात करें तो धार्मिक यात्रा करने वाले पर्यटकों की संख्या में भी बढ़ोत्तरी हुई है। वहीं धार्मिक स्थलों पर जाने के लिए विभिन्न साइटों को 97 फीसदी लोग सर्च कर रहे हैं।
बता दें कि ‘वर्ल्ड टूरिज्म डे’ का हर साल एक अलग देश मेजबानी करता है। पिछले साल इसकी मेजबानी सऊदी अरब ने की थी।
–आईएएनएस
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