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वांग यी ने जेक सुलिवन के साथ नए दौर की वार्ता की

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January 28, 2024
in अंतरराष्ट्रीय
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वांग यी ने जेक सुलिवन के साथ नए दौर की वार्ता की
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बीजिंग, 28 जनवरी (आईएएनएस)। 26 से 27 जनवरी तक, चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने थाईलैंड के बैंकॉक में अमेरिकी राष्ट्रपति के राष्ट्रीय सुरक्षा मामलों के सहायक जेक सुलिवन के साथ नए दौर की वार्ता की। इस दौरान, दौनों पक्षों ने सैन फ्रांसिस्को में दोनों देशों के राष्ट्रपतियों द्वारा पहुंची सहमति को लागू करने और चीन-अमेरिका संबंधों में महत्वपूर्ण और संवेदनशील मुद्दों को ठीक से संभालने के लिए स्पष्ट, ठोस और फलदायी रणनीतिक संचार किया।

वांग यी ने कहा कि इस वर्ष चीन और अमेरिका के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना की 45वीं वर्षगांठ है। दोनों पक्षों को इस अवसर का उपयोग कर अनुभव से सबक सीखना चाहिए, एक दूसरे के साथ समान व्यवहार करना चाहिए, मतभेदों को दरकिनार रखकर समानताओं की खोज करनी चाहिए, दूसरे पक्ष को नुकसान पहुंचाने के बजाय उनके मूल हितों का प्रभावी ढंग से सम्मान करना चाहिए, एक-दूसरे का सम्मान, शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व और उभय जीत सहयोग के लिए मिलकर काम करना चाहिए, चीन और अमेरिका के लिए एक-दूसरे के साथ व्यवहार करने का सही तरीका बनाना चाहिए।

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वांग यी ने बल देते हुए कहा कि थाईवान मुद्दा चीन का आंतरिक मामला है और थाईवान क्षेत्र में चुनाव इस बुनियादी तथ्य को नहीं बदल सकते कि थाईवान चीन का हिस्सा है। थाईवान जलडमरूमध्य में शांति और स्थिरता के लिए सबसे बड़ा खतरा “थाईवान की स्वतंत्रता” है, और चीन-अमेरिका संबंधों के लिए सबसे बड़ी चुनौती भी “थाईवान की स्वतंत्रता” है। अमेरिका को एक-चीन सिद्धांत और तीन चीन-अमेरिका संयुक्त विज्ञप्तियों का पालन करना चाहिए, कार्रवाई में “थाईवान की स्वतंत्रता” का समर्थन न करने की अपनी प्रतिबद्धता को लागू करना चाहिए और चीन के शांतिपूर्ण पुनर्मिलन का समर्थन करना चाहिए।

इसके अलावा, दोनों पक्ष “सैन फ्रांसिस्को विजन” को संयुक्त रूप से लागू करने पर सहमत हुए, जिनमें द्विपक्षीय संबंधों के रणनीतिक मार्गदर्शन के लिए दोनों राष्ट्रपतियों के बीच नियमित संपर्क बनाए रखना, चीन और अमेरिका के बीच विभिन्न क्षेत्रों और सभी स्तरों पर आदान-प्रदान को बढ़ावा देना, चीन-अमेरिका संबंधों के लिए मार्गदर्शक सिद्धांतों पर चर्चा जारी रखना, हाल ही में चीन-अमेरिका एंटी-ड्रग सहयोग कार्य समूह शुरू करना, इस वसंत में कृत्रिम बुद्धिमत्ता पर चीन-अमेरिका अंतरसरकारी संवाद तंत्र की पहली बैठक आयोजित करना, दोनों देशों के बीच मानविकी आदान-प्रदान का विस्तार करना आदि शामिल हैं।

वार्ता में दोनों पक्षों ने मध्य-पूर्व, यूक्रेन, कोरियाई प्रायद्वीप, दक्षिण चीन सागर आदि अंतर्राष्ट्रीय और क्षेत्रीय मुद्दों पर भी विचार-विमर्श किया।

(साभार- चाइना मीडिय ग्रुप, पेइचिंग)

–आईएएनएस

एसकेपी/

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बीजिंग, 28 जनवरी (आईएएनएस)। 26 से 27 जनवरी तक, चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने थाईलैंड के बैंकॉक में अमेरिकी राष्ट्रपति के राष्ट्रीय सुरक्षा मामलों के सहायक जेक सुलिवन के साथ नए दौर की वार्ता की। इस दौरान, दौनों पक्षों ने सैन फ्रांसिस्को में दोनों देशों के राष्ट्रपतियों द्वारा पहुंची सहमति को लागू करने और चीन-अमेरिका संबंधों में महत्वपूर्ण और संवेदनशील मुद्दों को ठीक से संभालने के लिए स्पष्ट, ठोस और फलदायी रणनीतिक संचार किया।

वांग यी ने कहा कि इस वर्ष चीन और अमेरिका के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना की 45वीं वर्षगांठ है। दोनों पक्षों को इस अवसर का उपयोग कर अनुभव से सबक सीखना चाहिए, एक दूसरे के साथ समान व्यवहार करना चाहिए, मतभेदों को दरकिनार रखकर समानताओं की खोज करनी चाहिए, दूसरे पक्ष को नुकसान पहुंचाने के बजाय उनके मूल हितों का प्रभावी ढंग से सम्मान करना चाहिए, एक-दूसरे का सम्मान, शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व और उभय जीत सहयोग के लिए मिलकर काम करना चाहिए, चीन और अमेरिका के लिए एक-दूसरे के साथ व्यवहार करने का सही तरीका बनाना चाहिए।

वांग यी ने बल देते हुए कहा कि थाईवान मुद्दा चीन का आंतरिक मामला है और थाईवान क्षेत्र में चुनाव इस बुनियादी तथ्य को नहीं बदल सकते कि थाईवान चीन का हिस्सा है। थाईवान जलडमरूमध्य में शांति और स्थिरता के लिए सबसे बड़ा खतरा “थाईवान की स्वतंत्रता” है, और चीन-अमेरिका संबंधों के लिए सबसे बड़ी चुनौती भी “थाईवान की स्वतंत्रता” है। अमेरिका को एक-चीन सिद्धांत और तीन चीन-अमेरिका संयुक्त विज्ञप्तियों का पालन करना चाहिए, कार्रवाई में “थाईवान की स्वतंत्रता” का समर्थन न करने की अपनी प्रतिबद्धता को लागू करना चाहिए और चीन के शांतिपूर्ण पुनर्मिलन का समर्थन करना चाहिए।

इसके अलावा, दोनों पक्ष “सैन फ्रांसिस्को विजन” को संयुक्त रूप से लागू करने पर सहमत हुए, जिनमें द्विपक्षीय संबंधों के रणनीतिक मार्गदर्शन के लिए दोनों राष्ट्रपतियों के बीच नियमित संपर्क बनाए रखना, चीन और अमेरिका के बीच विभिन्न क्षेत्रों और सभी स्तरों पर आदान-प्रदान को बढ़ावा देना, चीन-अमेरिका संबंधों के लिए मार्गदर्शक सिद्धांतों पर चर्चा जारी रखना, हाल ही में चीन-अमेरिका एंटी-ड्रग सहयोग कार्य समूह शुरू करना, इस वसंत में कृत्रिम बुद्धिमत्ता पर चीन-अमेरिका अंतरसरकारी संवाद तंत्र की पहली बैठक आयोजित करना, दोनों देशों के बीच मानविकी आदान-प्रदान का विस्तार करना आदि शामिल हैं।

वार्ता में दोनों पक्षों ने मध्य-पूर्व, यूक्रेन, कोरियाई प्रायद्वीप, दक्षिण चीन सागर आदि अंतर्राष्ट्रीय और क्षेत्रीय मुद्दों पर भी विचार-विमर्श किया।

(साभार- चाइना मीडिय ग्रुप, पेइचिंग)

–आईएएनएस

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बीजिंग, 28 जनवरी (आईएएनएस)। 26 से 27 जनवरी तक, चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने थाईलैंड के बैंकॉक में अमेरिकी राष्ट्रपति के राष्ट्रीय सुरक्षा मामलों के सहायक जेक सुलिवन के साथ नए दौर की वार्ता की। इस दौरान, दौनों पक्षों ने सैन फ्रांसिस्को में दोनों देशों के राष्ट्रपतियों द्वारा पहुंची सहमति को लागू करने और चीन-अमेरिका संबंधों में महत्वपूर्ण और संवेदनशील मुद्दों को ठीक से संभालने के लिए स्पष्ट, ठोस और फलदायी रणनीतिक संचार किया।

वांग यी ने कहा कि इस वर्ष चीन और अमेरिका के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना की 45वीं वर्षगांठ है। दोनों पक्षों को इस अवसर का उपयोग कर अनुभव से सबक सीखना चाहिए, एक दूसरे के साथ समान व्यवहार करना चाहिए, मतभेदों को दरकिनार रखकर समानताओं की खोज करनी चाहिए, दूसरे पक्ष को नुकसान पहुंचाने के बजाय उनके मूल हितों का प्रभावी ढंग से सम्मान करना चाहिए, एक-दूसरे का सम्मान, शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व और उभय जीत सहयोग के लिए मिलकर काम करना चाहिए, चीन और अमेरिका के लिए एक-दूसरे के साथ व्यवहार करने का सही तरीका बनाना चाहिए।

वांग यी ने बल देते हुए कहा कि थाईवान मुद्दा चीन का आंतरिक मामला है और थाईवान क्षेत्र में चुनाव इस बुनियादी तथ्य को नहीं बदल सकते कि थाईवान चीन का हिस्सा है। थाईवान जलडमरूमध्य में शांति और स्थिरता के लिए सबसे बड़ा खतरा “थाईवान की स्वतंत्रता” है, और चीन-अमेरिका संबंधों के लिए सबसे बड़ी चुनौती भी “थाईवान की स्वतंत्रता” है। अमेरिका को एक-चीन सिद्धांत और तीन चीन-अमेरिका संयुक्त विज्ञप्तियों का पालन करना चाहिए, कार्रवाई में “थाईवान की स्वतंत्रता” का समर्थन न करने की अपनी प्रतिबद्धता को लागू करना चाहिए और चीन के शांतिपूर्ण पुनर्मिलन का समर्थन करना चाहिए।

इसके अलावा, दोनों पक्ष “सैन फ्रांसिस्को विजन” को संयुक्त रूप से लागू करने पर सहमत हुए, जिनमें द्विपक्षीय संबंधों के रणनीतिक मार्गदर्शन के लिए दोनों राष्ट्रपतियों के बीच नियमित संपर्क बनाए रखना, चीन और अमेरिका के बीच विभिन्न क्षेत्रों और सभी स्तरों पर आदान-प्रदान को बढ़ावा देना, चीन-अमेरिका संबंधों के लिए मार्गदर्शक सिद्धांतों पर चर्चा जारी रखना, हाल ही में चीन-अमेरिका एंटी-ड्रग सहयोग कार्य समूह शुरू करना, इस वसंत में कृत्रिम बुद्धिमत्ता पर चीन-अमेरिका अंतरसरकारी संवाद तंत्र की पहली बैठक आयोजित करना, दोनों देशों के बीच मानविकी आदान-प्रदान का विस्तार करना आदि शामिल हैं।

वार्ता में दोनों पक्षों ने मध्य-पूर्व, यूक्रेन, कोरियाई प्रायद्वीप, दक्षिण चीन सागर आदि अंतर्राष्ट्रीय और क्षेत्रीय मुद्दों पर भी विचार-विमर्श किया।

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वांग यी ने कहा कि इस वर्ष चीन और अमेरिका के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना की 45वीं वर्षगांठ है। दोनों पक्षों को इस अवसर का उपयोग कर अनुभव से सबक सीखना चाहिए, एक दूसरे के साथ समान व्यवहार करना चाहिए, मतभेदों को दरकिनार रखकर समानताओं की खोज करनी चाहिए, दूसरे पक्ष को नुकसान पहुंचाने के बजाय उनके मूल हितों का प्रभावी ढंग से सम्मान करना चाहिए, एक-दूसरे का सम्मान, शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व और उभय जीत सहयोग के लिए मिलकर काम करना चाहिए, चीन और अमेरिका के लिए एक-दूसरे के साथ व्यवहार करने का सही तरीका बनाना चाहिए।

वांग यी ने बल देते हुए कहा कि थाईवान मुद्दा चीन का आंतरिक मामला है और थाईवान क्षेत्र में चुनाव इस बुनियादी तथ्य को नहीं बदल सकते कि थाईवान चीन का हिस्सा है। थाईवान जलडमरूमध्य में शांति और स्थिरता के लिए सबसे बड़ा खतरा “थाईवान की स्वतंत्रता” है, और चीन-अमेरिका संबंधों के लिए सबसे बड़ी चुनौती भी “थाईवान की स्वतंत्रता” है। अमेरिका को एक-चीन सिद्धांत और तीन चीन-अमेरिका संयुक्त विज्ञप्तियों का पालन करना चाहिए, कार्रवाई में “थाईवान की स्वतंत्रता” का समर्थन न करने की अपनी प्रतिबद्धता को लागू करना चाहिए और चीन के शांतिपूर्ण पुनर्मिलन का समर्थन करना चाहिए।

इसके अलावा, दोनों पक्ष “सैन फ्रांसिस्को विजन” को संयुक्त रूप से लागू करने पर सहमत हुए, जिनमें द्विपक्षीय संबंधों के रणनीतिक मार्गदर्शन के लिए दोनों राष्ट्रपतियों के बीच नियमित संपर्क बनाए रखना, चीन और अमेरिका के बीच विभिन्न क्षेत्रों और सभी स्तरों पर आदान-प्रदान को बढ़ावा देना, चीन-अमेरिका संबंधों के लिए मार्गदर्शक सिद्धांतों पर चर्चा जारी रखना, हाल ही में चीन-अमेरिका एंटी-ड्रग सहयोग कार्य समूह शुरू करना, इस वसंत में कृत्रिम बुद्धिमत्ता पर चीन-अमेरिका अंतरसरकारी संवाद तंत्र की पहली बैठक आयोजित करना, दोनों देशों के बीच मानविकी आदान-प्रदान का विस्तार करना आदि शामिल हैं।

वार्ता में दोनों पक्षों ने मध्य-पूर्व, यूक्रेन, कोरियाई प्रायद्वीप, दक्षिण चीन सागर आदि अंतर्राष्ट्रीय और क्षेत्रीय मुद्दों पर भी विचार-विमर्श किया।

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वांग यी ने कहा कि इस वर्ष चीन और अमेरिका के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना की 45वीं वर्षगांठ है। दोनों पक्षों को इस अवसर का उपयोग कर अनुभव से सबक सीखना चाहिए, एक दूसरे के साथ समान व्यवहार करना चाहिए, मतभेदों को दरकिनार रखकर समानताओं की खोज करनी चाहिए, दूसरे पक्ष को नुकसान पहुंचाने के बजाय उनके मूल हितों का प्रभावी ढंग से सम्मान करना चाहिए, एक-दूसरे का सम्मान, शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व और उभय जीत सहयोग के लिए मिलकर काम करना चाहिए, चीन और अमेरिका के लिए एक-दूसरे के साथ व्यवहार करने का सही तरीका बनाना चाहिए।

वांग यी ने बल देते हुए कहा कि थाईवान मुद्दा चीन का आंतरिक मामला है और थाईवान क्षेत्र में चुनाव इस बुनियादी तथ्य को नहीं बदल सकते कि थाईवान चीन का हिस्सा है। थाईवान जलडमरूमध्य में शांति और स्थिरता के लिए सबसे बड़ा खतरा “थाईवान की स्वतंत्रता” है, और चीन-अमेरिका संबंधों के लिए सबसे बड़ी चुनौती भी “थाईवान की स्वतंत्रता” है। अमेरिका को एक-चीन सिद्धांत और तीन चीन-अमेरिका संयुक्त विज्ञप्तियों का पालन करना चाहिए, कार्रवाई में “थाईवान की स्वतंत्रता” का समर्थन न करने की अपनी प्रतिबद्धता को लागू करना चाहिए और चीन के शांतिपूर्ण पुनर्मिलन का समर्थन करना चाहिए।

इसके अलावा, दोनों पक्ष “सैन फ्रांसिस्को विजन” को संयुक्त रूप से लागू करने पर सहमत हुए, जिनमें द्विपक्षीय संबंधों के रणनीतिक मार्गदर्शन के लिए दोनों राष्ट्रपतियों के बीच नियमित संपर्क बनाए रखना, चीन और अमेरिका के बीच विभिन्न क्षेत्रों और सभी स्तरों पर आदान-प्रदान को बढ़ावा देना, चीन-अमेरिका संबंधों के लिए मार्गदर्शक सिद्धांतों पर चर्चा जारी रखना, हाल ही में चीन-अमेरिका एंटी-ड्रग सहयोग कार्य समूह शुरू करना, इस वसंत में कृत्रिम बुद्धिमत्ता पर चीन-अमेरिका अंतरसरकारी संवाद तंत्र की पहली बैठक आयोजित करना, दोनों देशों के बीच मानविकी आदान-प्रदान का विस्तार करना आदि शामिल हैं।

वार्ता में दोनों पक्षों ने मध्य-पूर्व, यूक्रेन, कोरियाई प्रायद्वीप, दक्षिण चीन सागर आदि अंतर्राष्ट्रीय और क्षेत्रीय मुद्दों पर भी विचार-विमर्श किया।

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वांग यी ने कहा कि इस वर्ष चीन और अमेरिका के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना की 45वीं वर्षगांठ है। दोनों पक्षों को इस अवसर का उपयोग कर अनुभव से सबक सीखना चाहिए, एक दूसरे के साथ समान व्यवहार करना चाहिए, मतभेदों को दरकिनार रखकर समानताओं की खोज करनी चाहिए, दूसरे पक्ष को नुकसान पहुंचाने के बजाय उनके मूल हितों का प्रभावी ढंग से सम्मान करना चाहिए, एक-दूसरे का सम्मान, शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व और उभय जीत सहयोग के लिए मिलकर काम करना चाहिए, चीन और अमेरिका के लिए एक-दूसरे के साथ व्यवहार करने का सही तरीका बनाना चाहिए।

वांग यी ने बल देते हुए कहा कि थाईवान मुद्दा चीन का आंतरिक मामला है और थाईवान क्षेत्र में चुनाव इस बुनियादी तथ्य को नहीं बदल सकते कि थाईवान चीन का हिस्सा है। थाईवान जलडमरूमध्य में शांति और स्थिरता के लिए सबसे बड़ा खतरा “थाईवान की स्वतंत्रता” है, और चीन-अमेरिका संबंधों के लिए सबसे बड़ी चुनौती भी “थाईवान की स्वतंत्रता” है। अमेरिका को एक-चीन सिद्धांत और तीन चीन-अमेरिका संयुक्त विज्ञप्तियों का पालन करना चाहिए, कार्रवाई में “थाईवान की स्वतंत्रता” का समर्थन न करने की अपनी प्रतिबद्धता को लागू करना चाहिए और चीन के शांतिपूर्ण पुनर्मिलन का समर्थन करना चाहिए।

इसके अलावा, दोनों पक्ष “सैन फ्रांसिस्को विजन” को संयुक्त रूप से लागू करने पर सहमत हुए, जिनमें द्विपक्षीय संबंधों के रणनीतिक मार्गदर्शन के लिए दोनों राष्ट्रपतियों के बीच नियमित संपर्क बनाए रखना, चीन और अमेरिका के बीच विभिन्न क्षेत्रों और सभी स्तरों पर आदान-प्रदान को बढ़ावा देना, चीन-अमेरिका संबंधों के लिए मार्गदर्शक सिद्धांतों पर चर्चा जारी रखना, हाल ही में चीन-अमेरिका एंटी-ड्रग सहयोग कार्य समूह शुरू करना, इस वसंत में कृत्रिम बुद्धिमत्ता पर चीन-अमेरिका अंतरसरकारी संवाद तंत्र की पहली बैठक आयोजित करना, दोनों देशों के बीच मानविकी आदान-प्रदान का विस्तार करना आदि शामिल हैं।

वार्ता में दोनों पक्षों ने मध्य-पूर्व, यूक्रेन, कोरियाई प्रायद्वीप, दक्षिण चीन सागर आदि अंतर्राष्ट्रीय और क्षेत्रीय मुद्दों पर भी विचार-विमर्श किया।

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बीजिंग, 28 जनवरी (आईएएनएस)। 26 से 27 जनवरी तक, चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने थाईलैंड के बैंकॉक में अमेरिकी राष्ट्रपति के राष्ट्रीय सुरक्षा मामलों के सहायक जेक सुलिवन के साथ नए दौर की वार्ता की। इस दौरान, दौनों पक्षों ने सैन फ्रांसिस्को में दोनों देशों के राष्ट्रपतियों द्वारा पहुंची सहमति को लागू करने और चीन-अमेरिका संबंधों में महत्वपूर्ण और संवेदनशील मुद्दों को ठीक से संभालने के लिए स्पष्ट, ठोस और फलदायी रणनीतिक संचार किया।

वांग यी ने कहा कि इस वर्ष चीन और अमेरिका के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना की 45वीं वर्षगांठ है। दोनों पक्षों को इस अवसर का उपयोग कर अनुभव से सबक सीखना चाहिए, एक दूसरे के साथ समान व्यवहार करना चाहिए, मतभेदों को दरकिनार रखकर समानताओं की खोज करनी चाहिए, दूसरे पक्ष को नुकसान पहुंचाने के बजाय उनके मूल हितों का प्रभावी ढंग से सम्मान करना चाहिए, एक-दूसरे का सम्मान, शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व और उभय जीत सहयोग के लिए मिलकर काम करना चाहिए, चीन और अमेरिका के लिए एक-दूसरे के साथ व्यवहार करने का सही तरीका बनाना चाहिए।

वांग यी ने बल देते हुए कहा कि थाईवान मुद्दा चीन का आंतरिक मामला है और थाईवान क्षेत्र में चुनाव इस बुनियादी तथ्य को नहीं बदल सकते कि थाईवान चीन का हिस्सा है। थाईवान जलडमरूमध्य में शांति और स्थिरता के लिए सबसे बड़ा खतरा “थाईवान की स्वतंत्रता” है, और चीन-अमेरिका संबंधों के लिए सबसे बड़ी चुनौती भी “थाईवान की स्वतंत्रता” है। अमेरिका को एक-चीन सिद्धांत और तीन चीन-अमेरिका संयुक्त विज्ञप्तियों का पालन करना चाहिए, कार्रवाई में “थाईवान की स्वतंत्रता” का समर्थन न करने की अपनी प्रतिबद्धता को लागू करना चाहिए और चीन के शांतिपूर्ण पुनर्मिलन का समर्थन करना चाहिए।

इसके अलावा, दोनों पक्ष “सैन फ्रांसिस्को विजन” को संयुक्त रूप से लागू करने पर सहमत हुए, जिनमें द्विपक्षीय संबंधों के रणनीतिक मार्गदर्शन के लिए दोनों राष्ट्रपतियों के बीच नियमित संपर्क बनाए रखना, चीन और अमेरिका के बीच विभिन्न क्षेत्रों और सभी स्तरों पर आदान-प्रदान को बढ़ावा देना, चीन-अमेरिका संबंधों के लिए मार्गदर्शक सिद्धांतों पर चर्चा जारी रखना, हाल ही में चीन-अमेरिका एंटी-ड्रग सहयोग कार्य समूह शुरू करना, इस वसंत में कृत्रिम बुद्धिमत्ता पर चीन-अमेरिका अंतरसरकारी संवाद तंत्र की पहली बैठक आयोजित करना, दोनों देशों के बीच मानविकी आदान-प्रदान का विस्तार करना आदि शामिल हैं।

वार्ता में दोनों पक्षों ने मध्य-पूर्व, यूक्रेन, कोरियाई प्रायद्वीप, दक्षिण चीन सागर आदि अंतर्राष्ट्रीय और क्षेत्रीय मुद्दों पर भी विचार-विमर्श किया।

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वांग यी ने कहा कि इस वर्ष चीन और अमेरिका के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना की 45वीं वर्षगांठ है। दोनों पक्षों को इस अवसर का उपयोग कर अनुभव से सबक सीखना चाहिए, एक दूसरे के साथ समान व्यवहार करना चाहिए, मतभेदों को दरकिनार रखकर समानताओं की खोज करनी चाहिए, दूसरे पक्ष को नुकसान पहुंचाने के बजाय उनके मूल हितों का प्रभावी ढंग से सम्मान करना चाहिए, एक-दूसरे का सम्मान, शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व और उभय जीत सहयोग के लिए मिलकर काम करना चाहिए, चीन और अमेरिका के लिए एक-दूसरे के साथ व्यवहार करने का सही तरीका बनाना चाहिए।

वांग यी ने बल देते हुए कहा कि थाईवान मुद्दा चीन का आंतरिक मामला है और थाईवान क्षेत्र में चुनाव इस बुनियादी तथ्य को नहीं बदल सकते कि थाईवान चीन का हिस्सा है। थाईवान जलडमरूमध्य में शांति और स्थिरता के लिए सबसे बड़ा खतरा “थाईवान की स्वतंत्रता” है, और चीन-अमेरिका संबंधों के लिए सबसे बड़ी चुनौती भी “थाईवान की स्वतंत्रता” है। अमेरिका को एक-चीन सिद्धांत और तीन चीन-अमेरिका संयुक्त विज्ञप्तियों का पालन करना चाहिए, कार्रवाई में “थाईवान की स्वतंत्रता” का समर्थन न करने की अपनी प्रतिबद्धता को लागू करना चाहिए और चीन के शांतिपूर्ण पुनर्मिलन का समर्थन करना चाहिए।

इसके अलावा, दोनों पक्ष “सैन फ्रांसिस्को विजन” को संयुक्त रूप से लागू करने पर सहमत हुए, जिनमें द्विपक्षीय संबंधों के रणनीतिक मार्गदर्शन के लिए दोनों राष्ट्रपतियों के बीच नियमित संपर्क बनाए रखना, चीन और अमेरिका के बीच विभिन्न क्षेत्रों और सभी स्तरों पर आदान-प्रदान को बढ़ावा देना, चीन-अमेरिका संबंधों के लिए मार्गदर्शक सिद्धांतों पर चर्चा जारी रखना, हाल ही में चीन-अमेरिका एंटी-ड्रग सहयोग कार्य समूह शुरू करना, इस वसंत में कृत्रिम बुद्धिमत्ता पर चीन-अमेरिका अंतरसरकारी संवाद तंत्र की पहली बैठक आयोजित करना, दोनों देशों के बीच मानविकी आदान-प्रदान का विस्तार करना आदि शामिल हैं।

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वांग यी ने कहा कि इस वर्ष चीन और अमेरिका के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना की 45वीं वर्षगांठ है। दोनों पक्षों को इस अवसर का उपयोग कर अनुभव से सबक सीखना चाहिए, एक दूसरे के साथ समान व्यवहार करना चाहिए, मतभेदों को दरकिनार रखकर समानताओं की खोज करनी चाहिए, दूसरे पक्ष को नुकसान पहुंचाने के बजाय उनके मूल हितों का प्रभावी ढंग से सम्मान करना चाहिए, एक-दूसरे का सम्मान, शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व और उभय जीत सहयोग के लिए मिलकर काम करना चाहिए, चीन और अमेरिका के लिए एक-दूसरे के साथ व्यवहार करने का सही तरीका बनाना चाहिए।

वांग यी ने बल देते हुए कहा कि थाईवान मुद्दा चीन का आंतरिक मामला है और थाईवान क्षेत्र में चुनाव इस बुनियादी तथ्य को नहीं बदल सकते कि थाईवान चीन का हिस्सा है। थाईवान जलडमरूमध्य में शांति और स्थिरता के लिए सबसे बड़ा खतरा “थाईवान की स्वतंत्रता” है, और चीन-अमेरिका संबंधों के लिए सबसे बड़ी चुनौती भी “थाईवान की स्वतंत्रता” है। अमेरिका को एक-चीन सिद्धांत और तीन चीन-अमेरिका संयुक्त विज्ञप्तियों का पालन करना चाहिए, कार्रवाई में “थाईवान की स्वतंत्रता” का समर्थन न करने की अपनी प्रतिबद्धता को लागू करना चाहिए और चीन के शांतिपूर्ण पुनर्मिलन का समर्थन करना चाहिए।

इसके अलावा, दोनों पक्ष “सैन फ्रांसिस्को विजन” को संयुक्त रूप से लागू करने पर सहमत हुए, जिनमें द्विपक्षीय संबंधों के रणनीतिक मार्गदर्शन के लिए दोनों राष्ट्रपतियों के बीच नियमित संपर्क बनाए रखना, चीन और अमेरिका के बीच विभिन्न क्षेत्रों और सभी स्तरों पर आदान-प्रदान को बढ़ावा देना, चीन-अमेरिका संबंधों के लिए मार्गदर्शक सिद्धांतों पर चर्चा जारी रखना, हाल ही में चीन-अमेरिका एंटी-ड्रग सहयोग कार्य समूह शुरू करना, इस वसंत में कृत्रिम बुद्धिमत्ता पर चीन-अमेरिका अंतरसरकारी संवाद तंत्र की पहली बैठक आयोजित करना, दोनों देशों के बीच मानविकी आदान-प्रदान का विस्तार करना आदि शामिल हैं।

वार्ता में दोनों पक्षों ने मध्य-पूर्व, यूक्रेन, कोरियाई प्रायद्वीप, दक्षिण चीन सागर आदि अंतर्राष्ट्रीय और क्षेत्रीय मुद्दों पर भी विचार-विमर्श किया।

(साभार- चाइना मीडिय ग्रुप, पेइचिंग)

–आईएएनएस

एसकेपी/

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बीजिंग, 28 जनवरी (आईएएनएस)। 26 से 27 जनवरी तक, चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने थाईलैंड के बैंकॉक में अमेरिकी राष्ट्रपति के राष्ट्रीय सुरक्षा मामलों के सहायक जेक सुलिवन के साथ नए दौर की वार्ता की। इस दौरान, दौनों पक्षों ने सैन फ्रांसिस्को में दोनों देशों के राष्ट्रपतियों द्वारा पहुंची सहमति को लागू करने और चीन-अमेरिका संबंधों में महत्वपूर्ण और संवेदनशील मुद्दों को ठीक से संभालने के लिए स्पष्ट, ठोस और फलदायी रणनीतिक संचार किया।

वांग यी ने कहा कि इस वर्ष चीन और अमेरिका के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना की 45वीं वर्षगांठ है। दोनों पक्षों को इस अवसर का उपयोग कर अनुभव से सबक सीखना चाहिए, एक दूसरे के साथ समान व्यवहार करना चाहिए, मतभेदों को दरकिनार रखकर समानताओं की खोज करनी चाहिए, दूसरे पक्ष को नुकसान पहुंचाने के बजाय उनके मूल हितों का प्रभावी ढंग से सम्मान करना चाहिए, एक-दूसरे का सम्मान, शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व और उभय जीत सहयोग के लिए मिलकर काम करना चाहिए, चीन और अमेरिका के लिए एक-दूसरे के साथ व्यवहार करने का सही तरीका बनाना चाहिए।

वांग यी ने बल देते हुए कहा कि थाईवान मुद्दा चीन का आंतरिक मामला है और थाईवान क्षेत्र में चुनाव इस बुनियादी तथ्य को नहीं बदल सकते कि थाईवान चीन का हिस्सा है। थाईवान जलडमरूमध्य में शांति और स्थिरता के लिए सबसे बड़ा खतरा “थाईवान की स्वतंत्रता” है, और चीन-अमेरिका संबंधों के लिए सबसे बड़ी चुनौती भी “थाईवान की स्वतंत्रता” है। अमेरिका को एक-चीन सिद्धांत और तीन चीन-अमेरिका संयुक्त विज्ञप्तियों का पालन करना चाहिए, कार्रवाई में “थाईवान की स्वतंत्रता” का समर्थन न करने की अपनी प्रतिबद्धता को लागू करना चाहिए और चीन के शांतिपूर्ण पुनर्मिलन का समर्थन करना चाहिए।

इसके अलावा, दोनों पक्ष “सैन फ्रांसिस्को विजन” को संयुक्त रूप से लागू करने पर सहमत हुए, जिनमें द्विपक्षीय संबंधों के रणनीतिक मार्गदर्शन के लिए दोनों राष्ट्रपतियों के बीच नियमित संपर्क बनाए रखना, चीन और अमेरिका के बीच विभिन्न क्षेत्रों और सभी स्तरों पर आदान-प्रदान को बढ़ावा देना, चीन-अमेरिका संबंधों के लिए मार्गदर्शक सिद्धांतों पर चर्चा जारी रखना, हाल ही में चीन-अमेरिका एंटी-ड्रग सहयोग कार्य समूह शुरू करना, इस वसंत में कृत्रिम बुद्धिमत्ता पर चीन-अमेरिका अंतरसरकारी संवाद तंत्र की पहली बैठक आयोजित करना, दोनों देशों के बीच मानविकी आदान-प्रदान का विस्तार करना आदि शामिल हैं।

वार्ता में दोनों पक्षों ने मध्य-पूर्व, यूक्रेन, कोरियाई प्रायद्वीप, दक्षिण चीन सागर आदि अंतर्राष्ट्रीय और क्षेत्रीय मुद्दों पर भी विचार-विमर्श किया।

(साभार- चाइना मीडिय ग्रुप, पेइचिंग)

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वांग यी ने कहा कि इस वर्ष चीन और अमेरिका के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना की 45वीं वर्षगांठ है। दोनों पक्षों को इस अवसर का उपयोग कर अनुभव से सबक सीखना चाहिए, एक दूसरे के साथ समान व्यवहार करना चाहिए, मतभेदों को दरकिनार रखकर समानताओं की खोज करनी चाहिए, दूसरे पक्ष को नुकसान पहुंचाने के बजाय उनके मूल हितों का प्रभावी ढंग से सम्मान करना चाहिए, एक-दूसरे का सम्मान, शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व और उभय जीत सहयोग के लिए मिलकर काम करना चाहिए, चीन और अमेरिका के लिए एक-दूसरे के साथ व्यवहार करने का सही तरीका बनाना चाहिए।

वांग यी ने बल देते हुए कहा कि थाईवान मुद्दा चीन का आंतरिक मामला है और थाईवान क्षेत्र में चुनाव इस बुनियादी तथ्य को नहीं बदल सकते कि थाईवान चीन का हिस्सा है। थाईवान जलडमरूमध्य में शांति और स्थिरता के लिए सबसे बड़ा खतरा “थाईवान की स्वतंत्रता” है, और चीन-अमेरिका संबंधों के लिए सबसे बड़ी चुनौती भी “थाईवान की स्वतंत्रता” है। अमेरिका को एक-चीन सिद्धांत और तीन चीन-अमेरिका संयुक्त विज्ञप्तियों का पालन करना चाहिए, कार्रवाई में “थाईवान की स्वतंत्रता” का समर्थन न करने की अपनी प्रतिबद्धता को लागू करना चाहिए और चीन के शांतिपूर्ण पुनर्मिलन का समर्थन करना चाहिए।

इसके अलावा, दोनों पक्ष “सैन फ्रांसिस्को विजन” को संयुक्त रूप से लागू करने पर सहमत हुए, जिनमें द्विपक्षीय संबंधों के रणनीतिक मार्गदर्शन के लिए दोनों राष्ट्रपतियों के बीच नियमित संपर्क बनाए रखना, चीन और अमेरिका के बीच विभिन्न क्षेत्रों और सभी स्तरों पर आदान-प्रदान को बढ़ावा देना, चीन-अमेरिका संबंधों के लिए मार्गदर्शक सिद्धांतों पर चर्चा जारी रखना, हाल ही में चीन-अमेरिका एंटी-ड्रग सहयोग कार्य समूह शुरू करना, इस वसंत में कृत्रिम बुद्धिमत्ता पर चीन-अमेरिका अंतरसरकारी संवाद तंत्र की पहली बैठक आयोजित करना, दोनों देशों के बीच मानविकी आदान-प्रदान का विस्तार करना आदि शामिल हैं।

वार्ता में दोनों पक्षों ने मध्य-पूर्व, यूक्रेन, कोरियाई प्रायद्वीप, दक्षिण चीन सागर आदि अंतर्राष्ट्रीय और क्षेत्रीय मुद्दों पर भी विचार-विमर्श किया।

(साभार- चाइना मीडिय ग्रुप, पेइचिंग)

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वांग यी ने कहा कि इस वर्ष चीन और अमेरिका के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना की 45वीं वर्षगांठ है। दोनों पक्षों को इस अवसर का उपयोग कर अनुभव से सबक सीखना चाहिए, एक दूसरे के साथ समान व्यवहार करना चाहिए, मतभेदों को दरकिनार रखकर समानताओं की खोज करनी चाहिए, दूसरे पक्ष को नुकसान पहुंचाने के बजाय उनके मूल हितों का प्रभावी ढंग से सम्मान करना चाहिए, एक-दूसरे का सम्मान, शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व और उभय जीत सहयोग के लिए मिलकर काम करना चाहिए, चीन और अमेरिका के लिए एक-दूसरे के साथ व्यवहार करने का सही तरीका बनाना चाहिए।

वांग यी ने बल देते हुए कहा कि थाईवान मुद्दा चीन का आंतरिक मामला है और थाईवान क्षेत्र में चुनाव इस बुनियादी तथ्य को नहीं बदल सकते कि थाईवान चीन का हिस्सा है। थाईवान जलडमरूमध्य में शांति और स्थिरता के लिए सबसे बड़ा खतरा “थाईवान की स्वतंत्रता” है, और चीन-अमेरिका संबंधों के लिए सबसे बड़ी चुनौती भी “थाईवान की स्वतंत्रता” है। अमेरिका को एक-चीन सिद्धांत और तीन चीन-अमेरिका संयुक्त विज्ञप्तियों का पालन करना चाहिए, कार्रवाई में “थाईवान की स्वतंत्रता” का समर्थन न करने की अपनी प्रतिबद्धता को लागू करना चाहिए और चीन के शांतिपूर्ण पुनर्मिलन का समर्थन करना चाहिए।

इसके अलावा, दोनों पक्ष “सैन फ्रांसिस्को विजन” को संयुक्त रूप से लागू करने पर सहमत हुए, जिनमें द्विपक्षीय संबंधों के रणनीतिक मार्गदर्शन के लिए दोनों राष्ट्रपतियों के बीच नियमित संपर्क बनाए रखना, चीन और अमेरिका के बीच विभिन्न क्षेत्रों और सभी स्तरों पर आदान-प्रदान को बढ़ावा देना, चीन-अमेरिका संबंधों के लिए मार्गदर्शक सिद्धांतों पर चर्चा जारी रखना, हाल ही में चीन-अमेरिका एंटी-ड्रग सहयोग कार्य समूह शुरू करना, इस वसंत में कृत्रिम बुद्धिमत्ता पर चीन-अमेरिका अंतरसरकारी संवाद तंत्र की पहली बैठक आयोजित करना, दोनों देशों के बीच मानविकी आदान-प्रदान का विस्तार करना आदि शामिल हैं।

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वांग यी ने कहा कि इस वर्ष चीन और अमेरिका के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना की 45वीं वर्षगांठ है। दोनों पक्षों को इस अवसर का उपयोग कर अनुभव से सबक सीखना चाहिए, एक दूसरे के साथ समान व्यवहार करना चाहिए, मतभेदों को दरकिनार रखकर समानताओं की खोज करनी चाहिए, दूसरे पक्ष को नुकसान पहुंचाने के बजाय उनके मूल हितों का प्रभावी ढंग से सम्मान करना चाहिए, एक-दूसरे का सम्मान, शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व और उभय जीत सहयोग के लिए मिलकर काम करना चाहिए, चीन और अमेरिका के लिए एक-दूसरे के साथ व्यवहार करने का सही तरीका बनाना चाहिए।

वांग यी ने बल देते हुए कहा कि थाईवान मुद्दा चीन का आंतरिक मामला है और थाईवान क्षेत्र में चुनाव इस बुनियादी तथ्य को नहीं बदल सकते कि थाईवान चीन का हिस्सा है। थाईवान जलडमरूमध्य में शांति और स्थिरता के लिए सबसे बड़ा खतरा “थाईवान की स्वतंत्रता” है, और चीन-अमेरिका संबंधों के लिए सबसे बड़ी चुनौती भी “थाईवान की स्वतंत्रता” है। अमेरिका को एक-चीन सिद्धांत और तीन चीन-अमेरिका संयुक्त विज्ञप्तियों का पालन करना चाहिए, कार्रवाई में “थाईवान की स्वतंत्रता” का समर्थन न करने की अपनी प्रतिबद्धता को लागू करना चाहिए और चीन के शांतिपूर्ण पुनर्मिलन का समर्थन करना चाहिए।

इसके अलावा, दोनों पक्ष “सैन फ्रांसिस्को विजन” को संयुक्त रूप से लागू करने पर सहमत हुए, जिनमें द्विपक्षीय संबंधों के रणनीतिक मार्गदर्शन के लिए दोनों राष्ट्रपतियों के बीच नियमित संपर्क बनाए रखना, चीन और अमेरिका के बीच विभिन्न क्षेत्रों और सभी स्तरों पर आदान-प्रदान को बढ़ावा देना, चीन-अमेरिका संबंधों के लिए मार्गदर्शक सिद्धांतों पर चर्चा जारी रखना, हाल ही में चीन-अमेरिका एंटी-ड्रग सहयोग कार्य समूह शुरू करना, इस वसंत में कृत्रिम बुद्धिमत्ता पर चीन-अमेरिका अंतरसरकारी संवाद तंत्र की पहली बैठक आयोजित करना, दोनों देशों के बीच मानविकी आदान-प्रदान का विस्तार करना आदि शामिल हैं।

वार्ता में दोनों पक्षों ने मध्य-पूर्व, यूक्रेन, कोरियाई प्रायद्वीप, दक्षिण चीन सागर आदि अंतर्राष्ट्रीय और क्षेत्रीय मुद्दों पर भी विचार-विमर्श किया।

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वांग यी ने कहा कि इस वर्ष चीन और अमेरिका के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना की 45वीं वर्षगांठ है। दोनों पक्षों को इस अवसर का उपयोग कर अनुभव से सबक सीखना चाहिए, एक दूसरे के साथ समान व्यवहार करना चाहिए, मतभेदों को दरकिनार रखकर समानताओं की खोज करनी चाहिए, दूसरे पक्ष को नुकसान पहुंचाने के बजाय उनके मूल हितों का प्रभावी ढंग से सम्मान करना चाहिए, एक-दूसरे का सम्मान, शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व और उभय जीत सहयोग के लिए मिलकर काम करना चाहिए, चीन और अमेरिका के लिए एक-दूसरे के साथ व्यवहार करने का सही तरीका बनाना चाहिए।

वांग यी ने बल देते हुए कहा कि थाईवान मुद्दा चीन का आंतरिक मामला है और थाईवान क्षेत्र में चुनाव इस बुनियादी तथ्य को नहीं बदल सकते कि थाईवान चीन का हिस्सा है। थाईवान जलडमरूमध्य में शांति और स्थिरता के लिए सबसे बड़ा खतरा “थाईवान की स्वतंत्रता” है, और चीन-अमेरिका संबंधों के लिए सबसे बड़ी चुनौती भी “थाईवान की स्वतंत्रता” है। अमेरिका को एक-चीन सिद्धांत और तीन चीन-अमेरिका संयुक्त विज्ञप्तियों का पालन करना चाहिए, कार्रवाई में “थाईवान की स्वतंत्रता” का समर्थन न करने की अपनी प्रतिबद्धता को लागू करना चाहिए और चीन के शांतिपूर्ण पुनर्मिलन का समर्थन करना चाहिए।

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वांग यी ने कहा कि इस वर्ष चीन और अमेरिका के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना की 45वीं वर्षगांठ है। दोनों पक्षों को इस अवसर का उपयोग कर अनुभव से सबक सीखना चाहिए, एक दूसरे के साथ समान व्यवहार करना चाहिए, मतभेदों को दरकिनार रखकर समानताओं की खोज करनी चाहिए, दूसरे पक्ष को नुकसान पहुंचाने के बजाय उनके मूल हितों का प्रभावी ढंग से सम्मान करना चाहिए, एक-दूसरे का सम्मान, शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व और उभय जीत सहयोग के लिए मिलकर काम करना चाहिए, चीन और अमेरिका के लिए एक-दूसरे के साथ व्यवहार करने का सही तरीका बनाना चाहिए।

वांग यी ने बल देते हुए कहा कि थाईवान मुद्दा चीन का आंतरिक मामला है और थाईवान क्षेत्र में चुनाव इस बुनियादी तथ्य को नहीं बदल सकते कि थाईवान चीन का हिस्सा है। थाईवान जलडमरूमध्य में शांति और स्थिरता के लिए सबसे बड़ा खतरा “थाईवान की स्वतंत्रता” है, और चीन-अमेरिका संबंधों के लिए सबसे बड़ी चुनौती भी “थाईवान की स्वतंत्रता” है। अमेरिका को एक-चीन सिद्धांत और तीन चीन-अमेरिका संयुक्त विज्ञप्तियों का पालन करना चाहिए, कार्रवाई में “थाईवान की स्वतंत्रता” का समर्थन न करने की अपनी प्रतिबद्धता को लागू करना चाहिए और चीन के शांतिपूर्ण पुनर्मिलन का समर्थन करना चाहिए।

इसके अलावा, दोनों पक्ष “सैन फ्रांसिस्को विजन” को संयुक्त रूप से लागू करने पर सहमत हुए, जिनमें द्विपक्षीय संबंधों के रणनीतिक मार्गदर्शन के लिए दोनों राष्ट्रपतियों के बीच नियमित संपर्क बनाए रखना, चीन और अमेरिका के बीच विभिन्न क्षेत्रों और सभी स्तरों पर आदान-प्रदान को बढ़ावा देना, चीन-अमेरिका संबंधों के लिए मार्गदर्शक सिद्धांतों पर चर्चा जारी रखना, हाल ही में चीन-अमेरिका एंटी-ड्रग सहयोग कार्य समूह शुरू करना, इस वसंत में कृत्रिम बुद्धिमत्ता पर चीन-अमेरिका अंतरसरकारी संवाद तंत्र की पहली बैठक आयोजित करना, दोनों देशों के बीच मानविकी आदान-प्रदान का विस्तार करना आदि शामिल हैं।

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