हैदराबाद, 2 मार्च (आईएएनएस)। चुनाव से पहले आंध्र प्रदेश की सत्तारूढ़ वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) को एक और झटका देते हुए, उसके विधायक वसंत कृष्ण प्रसाद शनिवार को तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) में शामिल हो गए।
मायलावरम विधायक हैदराबाद में अपने आवास पर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू की उपस्थिति में टीडीपी में शामिल हुए।
कृष्णा प्रसाद ने मीडियाकर्मियों से कहा कि उन्होंने वाईएसआरसीपी के लिए कड़ी मेहनत की, लेकिन उन्हें वह सम्मान नहीं मिला जिसके वह हकदार थे। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि उनके निर्वाचन क्षेत्र के विकास की अनदेखी की गई।
उन्होंने दावा किया कि उन्होंने वाईएसआरसीपी अध्यक्ष और मुख्यमंत्री वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी को निर्वाचन क्षेत्र के विकास के लिए धन की मांग के लिए कई ज्ञापन सौंपे, लेकिन उन्होंने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।
विधायक ने कहा कि केवल नायडू ही विकास और कल्याण को समान महत्व देकर आंध्र प्रदेश को एक प्रगतिशील राज्य में बदलने में सक्षम हैं।
उन्होंने कहा कि टीडीपी द्वारा उन्हें जो भी भूमिका सौंपी जाएगी, वह उसका निर्वहन करने के लिए तैयार हैं, चाहे उन्हें मायलावरम या किसी अन्य निर्वाचन क्षेत्र से विधायक उम्मीदवार के रूप में मैदान में नहीं उतारा जाए, तब भी।
‘जय आंध्र आंदोलन’ के नेता और पूर्व मंत्री वसंत नागेश्वर राव के बेटे, कृष्णा प्रसाद ने वाईएसआरसीपी द्वारा टिकट देने से इनकार करने के बाद 26 फरवरी को टीडीपी में शामिल होने के अपने फैसले की घोषणा की थी।
वह लंबे समय से टीडीपी नेता और पूर्व मंत्री देवीनेनी उमामहेश्वर राव के कट्टर प्रतिद्वंद्वी रहे हैं।
उमामहेश्वर राव 2009 और 2014 में मायलावरम से जीते, लेकिन 2019 के चुनाव में कृष्णा प्रसाद से हार गए।
कृष्णा प्रसाद ने कहा कि उमामहेश्वर राव के साथ उनका कोई व्यक्तिगत मतभेद नहीं है और वह उनके साथ काम करने के लिए तैयार हैं।
टीडीपी उम्मीदवारों की पहली सूची से उमामहेश्वर राव का नाम गायब था, ऐसी खबरें हैं कि वसंत कृष्ण प्रसाद, जिन्हें वाईएसआरसीपी ने दोबारा नामांकन नहीं दिया था, टीडीपी टिकट के लिए प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं।
टीडीपी के वरिष्ठ नेता ने नायडू को आश्वासन दिया है कि पार्टी जो भी निर्णय लेगी वह उसका पालन करेंगे।
–आईएएनएस
एकेजे/
हैदराबाद, 2 मार्च (आईएएनएस)। चुनाव से पहले आंध्र प्रदेश की सत्तारूढ़ वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) को एक और झटका देते हुए, उसके विधायक वसंत कृष्ण प्रसाद शनिवार को तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) में शामिल हो गए।
मायलावरम विधायक हैदराबाद में अपने आवास पर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू की उपस्थिति में टीडीपी में शामिल हुए।
कृष्णा प्रसाद ने मीडियाकर्मियों से कहा कि उन्होंने वाईएसआरसीपी के लिए कड़ी मेहनत की, लेकिन उन्हें वह सम्मान नहीं मिला जिसके वह हकदार थे। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि उनके निर्वाचन क्षेत्र के विकास की अनदेखी की गई।
उन्होंने दावा किया कि उन्होंने वाईएसआरसीपी अध्यक्ष और मुख्यमंत्री वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी को निर्वाचन क्षेत्र के विकास के लिए धन की मांग के लिए कई ज्ञापन सौंपे, लेकिन उन्होंने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।
विधायक ने कहा कि केवल नायडू ही विकास और कल्याण को समान महत्व देकर आंध्र प्रदेश को एक प्रगतिशील राज्य में बदलने में सक्षम हैं।
उन्होंने कहा कि टीडीपी द्वारा उन्हें जो भी भूमिका सौंपी जाएगी, वह उसका निर्वहन करने के लिए तैयार हैं, चाहे उन्हें मायलावरम या किसी अन्य निर्वाचन क्षेत्र से विधायक उम्मीदवार के रूप में मैदान में नहीं उतारा जाए, तब भी।
‘जय आंध्र आंदोलन’ के नेता और पूर्व मंत्री वसंत नागेश्वर राव के बेटे, कृष्णा प्रसाद ने वाईएसआरसीपी द्वारा टिकट देने से इनकार करने के बाद 26 फरवरी को टीडीपी में शामिल होने के अपने फैसले की घोषणा की थी।
वह लंबे समय से टीडीपी नेता और पूर्व मंत्री देवीनेनी उमामहेश्वर राव के कट्टर प्रतिद्वंद्वी रहे हैं।
उमामहेश्वर राव 2009 और 2014 में मायलावरम से जीते, लेकिन 2019 के चुनाव में कृष्णा प्रसाद से हार गए।
कृष्णा प्रसाद ने कहा कि उमामहेश्वर राव के साथ उनका कोई व्यक्तिगत मतभेद नहीं है और वह उनके साथ काम करने के लिए तैयार हैं।
टीडीपी उम्मीदवारों की पहली सूची से उमामहेश्वर राव का नाम गायब था, ऐसी खबरें हैं कि वसंत कृष्ण प्रसाद, जिन्हें वाईएसआरसीपी ने दोबारा नामांकन नहीं दिया था, टीडीपी टिकट के लिए प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं।
टीडीपी के वरिष्ठ नेता ने नायडू को आश्वासन दिया है कि पार्टी जो भी निर्णय लेगी वह उसका पालन करेंगे।
–आईएएनएस
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