नई दिल्ली, 23 अक्टूबर (आईएएनएस)। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव दुष्यंत गौतम ने बुधवार को वायनाड लोकसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी प्रियंका गांधी का नामांकन, जामिया मिल्लिया इस्लामिया में दीपावली महोत्सव के दौरान बवाल सहित अन्य मुद्दों पर प्रतिक्रिया दी।
वायनाड लोकसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी प्रियंका गांधी वाड्रा नामांकन दाखिल कर रही हैं। इस पर जब भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव दुष्यंत गौतम ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, वायनाड के लोगों के लिए बड़ा दुर्भाग्यपूर्ण है कि इस सीट से पहले प्रियंका गांधी के भाई राहुल गांधी लोकसभा का चुनाव लड़े और यहां से भाग गए। वायनाड में इन्होंने विकास का एक काम नहीं किया। जब राहुल गांधी को रायबरेली और वायनाड में से किसी एक सीट को चुनना था तो उन्होंने वायनाड को छोड़ने का पाप किया है। मुझे लगता है प्रियंका गांधी वाड्रा को वायनाड की जनता स्वीकार नहीं करेगी। प्रियंका गांधी का अमेठी से भागना दुर्भाग्यपूर्ण है। मुझे लगता है कि कांग्रेस परिवार अपने वोटरों को सिर्फ गुमराह करती है। इसका परिणाम वायनाड की जनता भुगत रही है।
जामिया मिल्लिया इस्लामिया में दीपावली महोत्सव के दौरान हुए बवाल पर उन्होंने प्रतिक्रिया देते हुए कहा, भारत सरकार की यूनिवर्सिटी को कांग्रेस ने मुस्लिम यूनिवर्सिटी का दर्जा दिया। जबकि, पैसा सारे देश का खर्च होता है। आज इसी का परिणाम दिखाई दे रहा है कि हम अपने यूनिवर्सिटी के अंदर यात्रा नहीं निकाल सकते। दीपावली नहीं मना सकते हैं। वहां फिलिस्तीन के नारे लग जाते हैं। विदेशी देशों के नारे लगे।
उन्होंने आगे कहा, “टुकड़े-टुकड़े गैंग के लोग जिस प्रकार से देश की संस्कृति और संस्कार को रोकने का काम करते हैं, मुझे लगता है कि यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। जो शक्तियां उनको मदद करती है और वह जिस प्रकार का वातावरण निर्मित करना चाह रही हैं, यह उसी का परिणाम है। लेकिन हम देश को एकजुट और अपनी संस्कृति व संस्कार को लेकर चलने वाले लोग हैं। हम अपना काम निरंतर करते रहेंगे।”
ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और शी जिनपिंग की मुलाकात पर उन्होंने कहा, “भारत सौभाग्यशाली है कि उन्हें ऐसा प्रधानमंत्री मिला है जो विश्व के अंदर एकमात्र ऐसे नेता हैं जो वसुधैव कुटुंबकम को लेकर चलते हैं। जिसमें चीन, पाकिस्तान, अमेरिका चाहे कोई भी देश हो, वह सभी को साथ लेकर चलते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 15 देशों के सर्वोच्च पदक मिले हैं। आज पूरा विश्व प्रधानमंत्री को अनेकों समस्याओं के निदान के तौर पर देख रहा है। चाहे वह पानी, बॉर्डर या फिर पर्यावरण की समस्या हो। प्रधानमंत्री की इस बैठक से मुझे लगता है कि शांति का रास्ता निकलेगा।”
उन्होंने तेजस्वी यादव के बयान पर भी तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “तेजस्वी यादव मुस्लिमों के लिए जी रहे हैं। मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि हिन्दू पर आंच आएगी तो क्या वह ईंट से ईंट नहीं बजाएंगे। मुझे लगता है कि आज हिंदू समाज यह सब कुछ समझ चुका है और इसी का परिणाम है कि आपको एक तरफ खड़ा कर दिया है। तेजस्वी यादव खुद को मुस्लिम नेता के तौर पर स्थापित करना चाहते हैं। तेजस्वी न तो देश से प्यार करते हैं और ना ही हिन्दुओं से। उन्होंने किस प्रकार से भ्रष्टाचार फैलाने का काम किया है, यह पूरे देश की जनता के साथ ही साथ बिहार की जनता भी जान चुकी है।”
–आईएएनएस
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