नई दिल्ली, 18 जून (आईएएनएस)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय महामंत्री दुष्यंत गौतम ने मंगलवार को आईएएनएस से खास बातचीत की। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के केरल के वायनाड से ‘पॉलिटिकल डेब्यू’ पर तंज कसा।
उन्होंने कहा कि कोई भी अपना राजनीतिक सफर शुरू करे, इससे हमें कोई मतलब नहीं है। अभी तो प्रियंका गांधी के बच्चे भी राजनीति में आएंगे। लेकिन, दुख इस बात का है कि कांग्रेस में लोकतंत्र नाम की चीज नहीं बची है। कांग्रेस अपने आप को सबसे बड़े दल के रूप में मानती है, बहुत पुराना दल मानती है। इसके बावजूद भी अपने कार्यकर्ताओं को व्यवस्थित नहीं कर पा रही है। कांग्रेस में आज भी परिवारवाद चल रहा है। राज्यसभा से मां सोनिया गांधी आएंगी, जबकि एक सदन से भाई-बहन आएंगे। मुझे लगता है कि यह एक तरह से लोकतंत्र की हत्या के बराबर है और कांग्रेस का पलायन भी इन्हीं कारण से होगा।
विपक्ष के लोकसभा के अध्यक्ष पद के लिए उम्मीदवार उतारे जाने पर दुष्यंत गौतम ने कहा कि विपक्ष उम्मीदवार उतारेगी, इसमें कुछ कहने या धमकाने की आवश्यकता नहीं है। जो लोकतंत्र की मर्यादा है, वह जो करना है, वह करो, लेकिन इन्होंने अपने शासन काल में स्पीकर और डिप्टी स्पीकर का पद भी अपने पास रखा था। इसलिए, वर्तमान में जो सरकार चल रही है, वह इस पर अपना निर्णय करेगी और उसी के आधार पर सब कुछ होगा।
असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने वीआईपी कल्चर पर एक्शन लेते हुए सरकारी घरों में रहने वाले मंत्री, विधायक और सरकारी कर्मचारियों को बिजली बिल खुद जमा करने का निर्देश दिया है। इस पर दुष्यंत गौतम ने कहा कि यह बहुत अच्छा कदम है। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वीआईपी कल्चर खत्म करने के लिए बहुत कदम उठा चुके हैं और उसी कदम पर आज असम सरकार ने वीआईपी कल्चर को खत्म कर आगे बढ़ने का काम कर रही है। आखिर जब आप सारी तनख्वाह लेते हैं, सारा कुछ लेते हैं तो एक गरीब आदमी, जो मेहनतकश है, उसके बावजूद भी बिजली का बिल भरता है तो आपको भी बिजली का बिल भरना चाहिए, असम सरकार की यह एक अच्छी पहल है।
दिल्ली में जल सकंट को लेकर जारी सियासत पर दुष्यंत गौतम ने कहा कि शुरू से ही आम आदमी पार्टी आरोप-प्रत्यारोप पर ही चल रही है। जब भी इनके ऊपर कोई विपदा आई है, जनता ने जो भी मांग की है और उनकी सुविधा के लिए जो भी कदम उठाने चाहिए। लेकिन, उन्होंने हमेशा प्रेस वार्ता करके इधर-उधर बरगलाने का काम किया है। हरियाणा से पूरा पानी आ रहा है, ना तो पानी की लीकेज बंद कर पाए हैं, ना ही पानी स्टोर कर पाए, ना पानी को लेकर कोई व्यवस्था कर पाए। शुरू से लेकर अभी तक मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के भाषण को सुनें तो वह कहते रहे हैं कि नल से जल घर-घर पहुचाएंगे। पानी की पाइप घर-घर तक बिछा देंगे। लेकिन, आज लोग पाइप लेकर घूम रहे हैं कि कहीं पानी मिल जाए।
उन्होंने आगे कहा कि यह बड़ा ही दुर्भाग्यपूर्ण है कि आज हिमाचल पर भी आरोप लगा रहे हैं। मगर, उतनी ताकत से नहीं लगा रहे हैं, क्योंकि हिमाचल में इनका अलायंस है। मुझे लगता है कि उनकी कार्यशैली देखो, पराली के मामले में कहते थे कि पंजाब पराली जला रहा है। जिसका धुंआ दिल्ली में प्रदूषण कर रहा है। लेकिन, जब से पंजाब में उनकी सरकार बनी है। तब से उन्होंने ये कहना बंद कर दिया है। ये अवसरवादी राजनीति करने वाले लोग हैं, इनको जनता से कोई लेना-देना नहीं है। उनको कोई सुविधा नहीं देनी है। ये सिर्फ जनता को परेशान कर रहे हैं।
–आईएएनएस
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