जबलपुर. सेठ गोविंददास (विक्टोरिया) जिला चिकित्सालय में एक प्रदर्शन के बाद सिविल सर्जन के साथ समस्त चिकित्सकों में खासा आक्रोश हैं. अपनी विभिन्न मांगों के लिए अस्प्ताल परिसर में मुख्यमंत्री एवं सीएमएचओं के खिलाफ नारेबाजी प्रदर्शन के दौरान चिकित्सकों ने आरोप लगाया हैं कि कथित तौर प्रदर्शनकारियों द्वारा उनके साथ अभद्रतापूर्वक बातचीत की गई.
इस मामले में जहां चिकित्सकोंं ने कलेक्टर एवं ओमती थाने में शिकायत दर्ज कराई हैं वहीं प्रदर्शनाकारियों के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज किए जाने की मांग की गई हैं. चिकित्सकों ने चेतावनी दी हैं कि यदि प्रदर्शनकारियों के खिलाफ एफआईआर नहीं दर्ज होती तो वे हड़ताल पर चले जाएंगे.
सिविल सर्जन द्वारा प्रषित पत्र में कहा गया हैं कि कुछ कतिपय तत्वों द्वारा बिना अनुमति के अस्पताल में घुस कर अस्पताल कि शांति भंग कि गई. वे 2 मटके रखे हुए थे जिनमें मुख्यमंत्री एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के चित्र चस्पा थे. जिन्हें वे अपने पैरों के पास रखे हुए थे.
उनके द्वारा असम्मान जनक तरीको से मुख्यमंत्री एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी एवं सिविल सर्जन के खिलाफ अशोभनीय नारे लगाये गये. जब सिविल सर्जन उन्हें समझाने पहुँचे एवं उनसे पूछा की आपको क्या तकलीफ हैं तो इनके द्वारा अत्यंत अभद्रतापूर्ण तरीके से चिल्लाया गया और किसी भी मरीज के विषय में कोई बातचीत नहीं की गई.
पूर्व में भी इनके द्वारा अस्पताल परिसर में भी बिना अनुमति घुसकर कथित तौर पर फोटो लेना एवं चिकित्सकों के साथ अभद्रतापूर्वक व्यवहार किया जाता रहा है जिस पर इनको सिविल सर्जन द्वारा बुलाकर समझाईश दी गई थी एवं विगत 1 माह से यह शांत थे लेकिन चिकित्सकों ने जब देखा कि मुख्यमंत्री एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी का अपमान हुआ है.
तब सभी सिविल सर्जन से मिलने कक्ष में उपस्थित हुए और उनका कहना था कि अगर किसी मरीज को परेशानी हो तो आप सिविल सर्जन को शिकायत दर्ज करावे मुख्यमंत्री एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी का अपमान करना पूरे शासन प्रशासन का अपमान हैं, इस तरह के तत्वों के खिलाफ एफआईआर कराई जावे इस शिकायत में कहा गया हैं कि प्रदर्शन में अंकुश चौधरी, राहुल अग्निया, प्रियेश शर्मा, शोभित नामदेव एवं अन्य कथित सदस्य मौजूद थे.
चिकित्सकों में रोष
सिविल सर्जन के पत्र में कहा गया हैं कि उक्त गतिविधि के बाद समस्त चिकित्सकों में बड़ा ही आक्रोश व्याप्त हैं एवं उक्त तत्वों के विरूध सख्त कार्यवाही हेतु सिविल सर्जन से गुहार लगाई गई हैं कि उक्त सभी तत्वों पर कड़ी कार्यवाही हों अन्यथा भविष्य में इनके द्वारा पुन: इस प्रकार का कृत्य किया जाता है तो सभी चिकित्सक काम बंद कर डड़ताल करने पर मजबूर हो जायेंगे. तत्काल इस विषय पर सिविल सर्जन जिला चिकित्सालय जबलपुर द्वारा कार्यवाही करते हुए कलेक्टर तथा ओमती थाने में एफआईआर करने हेतु पत्र प्रेषित किया गया हैं.