नई दिल्ली, 20 अक्टूबर (आईएएनएस)। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को कहा कि उनका मंत्रालय सरकारी कर्ज के समग्र स्तर को कम करने के तरीकों पर विचार कर रहा है, ताकि आने वाली पीढ़ियों को इसका बोझ न उठाना पड़े।
कौटिल्य आर्थिक सम्मेलन में वित्त मंत्री ने कहा, “हम आज भारत सरकार के कर्ज के प्रति सचेत हैं। कई अन्य देशों की तुलना में यह उतना अधिक नहीं हो सकता है। लेकिन वहां भी, हम सचेत रूप से दुनिया के विभिन्न हिस्सों में प्रयोगों पर विचार कर रहे हैं।”
उन्होंने कहा, “हम उन तरीकों पर विचार कर रहे हैं, जिनसे हम समग्र ऋण को कम कर सकते हैं और मुझे यकीन है कि इसमें बहुत सफल होने जा रहा हूं, क्योंकि मैं भारत की आकांक्षात्मक आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए काफी हद तक तैयार हूं।”
वित्त मंत्री ने यह भी कहा कि क्रिप्टोकरेंसी विनियमन के लिए एक प्रणाली स्थापित करने पर वैश्विक सहमति बनी है।
उन्होंने जी20 बैठक के दौरान इस मुद्दे को सामने लाने में भारत की भूमिका पर प्रकाश डाला।
सीतारमण ने कहा, “क्रिप्टो वह मुद्दा था, जिसे हम भारत की अध्यक्षता में जी20 बैठक में लाने में सक्षम हुए और सभी देशों को आम सहमति पर लाया। सभी जी20 देश एक टेम्पलेट पर सहमत हुए और वे उस टेम्पलेट के आधार पर विनियमन लाएंगे।”
–आईएएनएस
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