नोएडा, 11 जनवरी (आईएएनएस)। एसटीएफ मुख्यालय, लखनऊ की टीम और सेक्टर 58 थाना पुलिस के संयुक्त प्रयास से बीओआईपी कॉल, टीएफएन और सॉफ्टफोन के माध्यम से विदेशों में रह रहे व्यक्तियों के साथ ऑनलाइन धोखाधड़ी करके अवैध पैसा कमाने वाले गैंग का पर्दाफाश करते हुए 25 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है।
इनके कब्जे से घटना में इस्तेमाल होने वाली 34 मोबाइल, 4 लैपटॉप, 5 इंटरनेट राउटर, 4 चार पहिया वाहन, 22 कम्प्यूटर (डिस्प्ले, सीपीयू, की-बोर्ड, माउस, हेड फोन), 2 रजिस्टर, कागजात समेत अन्य सामान बरामद हुए हैं। एसटीएफ और पुलिस टीम ने छापेमारी डी-41 सेक्टर-59 में की थी।
पुलिस पूछताछ में पकड़े गए गैंग ने बताया है कि कंप्यूटर से टीएनएफ पोर्टल के माध्यम से एयबीम सॉफ्टवेयर से विदेशियों को कॉल सेंटर में लगे सिस्टम पर कॉल को लैंड कराते हैं। उस कॉल को कॉल सेंटर पर पूर्व से एक्टिव कॉलर रिसीव करते हैं तथा अपने आप को विदेशी कंपनी का प्रतिनिधि प्रदर्शित करते हुए उनकी समस्या का जल्द समाधान का आश्वासन देते हैं।
कंपनी में काम करने वाले कर्मचारी उन लोगों को बोलते हैं कि आपका सिस्टम हैक तथा आईपी एड्रेस कम्प्रोमाइज्ड हो गया है। इस समस्या के समाधान के लिए गैंग उनके सिस्टम को ऐनीडेस्क सॉफ्टवेयर से कनेक्ट कर उनके सिस्टम में आ रही असुविधा को हल करने के नाम पर चार्ज लेते हैं। गैंग पैसा अमेक्स, अमेजन, एप्पल, टारगेट, गूगल प्ले, गैमस्टॉप, सेफोरा, नॉर्डस्टर के गिफ्ट कार्ड 100-500 डालर कीमत के रूप में लेता है।
धोखाधड़ी के दौरान गैंग यूएस के लोगों के मोबाइल को एनीडेस्क से कनेक्ट कर मैजिक ऐप गूगल वाइस आदि ऐप पर पेमेंट कराकर एकाउंट बना लेते हैं और उनके मोबाइल से उस अकाउंट को लॉगआउट कर अपने मोबाइल पर लॉगिन कर लेते हैं। फिर इन ऐप का उपयोग गैंग जरूरत के मुताबिक यूएस के लोगों को डायरेक्ट कॉल करने के काम में लेते हैं और फर्जीवाड़ा किया जाता है।
–आईएएनएस
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