हैदराबाद, 12 नवंबर (आईएएनएस)। अचंपेट (एससी) निर्वाचन क्षेत्र से विधायक और बीआरएस उम्मीदवार गुव्वाला बलाराजू के कांग्रेस नेताओं के कथित हमले में घायल होने के बाद भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) और विपक्षी कांग्रेस के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है।
बलाराजू को हैदराबाद के अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां बीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष के. टी. रामाराव ने रविवार को उनसे मुलाकात की।
प्रतिद्वंद्वी समूहों के बीच झड़प शनिवार रात नगरकुर्नूल जिले के निर्वाचन क्षेत्र में हुई।
बलाराजू, जिन्हें बाद में अस्पताल से छुट्टी दे दी गई, ने आरोप लगाया कि कांग्रेस उम्मीदवार वामशीकृष्ण और उनके समर्थकों ने उन पर और बीआरएस कार्यकर्ताओं पर हमला किया। उन्होंने मीडियाकर्मियों को बताया कि वामशीकृष्ण ने उन पर पत्थर से हमला किया।
बलाराजू ने कहा कि वह ऐसे हमलों से डरेंगे नहीं और लोगों की सेवा करना जारी रखेंगे। उन्होंने कहा कि एक प्रवासी मजदूर के बेटे के रूप में उन्हें लोगों ने दो बार चुना और राजनीतिक रूप से उनका सामना करने में असमर्थ, कांग्रेस उम्मीदवार शारीरिक हमलों का सहारा ले रहे थे।
केटीआर ने मीडियाकर्मियों से कहा कि कांग्रेस पार्टी के नेता हताशा में शारीरिक हमलों का सहारा ले रहे हैं क्योंकि उन्हें एहसास हो गया है कि वे हार रहे हैं।
उन्होंने कहा कि यह इस तरह की दूसरी घटना है। इससे पहले, बीआरएस सांसद के. प्रभाकर रेड्डी दुब्बाका विधानसभा क्षेत्र में चुनाव प्रचार के दौरान चाकू लगने से घायल हो गए थे।
हालांकि, राज्य कांग्रेस प्रमुख ए. रेवंत रेड्डी ने कहा कि बलाराजू पर कथित हमला सत्तारूढ़ दल का एक नाटक था। उन्होंने कहा कि जिन राज्यों में प्रशांत किशोर चुनाव रणनीतिकार हैं, वहां ऐसी साजिशें आम हैं। उन्होंने जगन मोहन रेड्डी पर चाकू से हमले और ममता बनर्जी के पैर में चोट का हवाला दिया।
रेवंत रेड्डी ने कहा कि बलाराजू और प्रभाकर रेड्डी पर कथित हमले राजनीतिक लाभ हासिल करने की साजिश का हिस्सा थे। उन्होंने कहा कि पुलिस पहले ही कह चुकी है कि सनसनी फैलाने के लिए प्रभाकर रेड्डी पर हमला किया गया।
टीपीसीसी प्रमुख ने पूछा कि पुलिस ने प्रभाकर रेड्डी पर हमला करने वाले राजू को मीडिया के सामने क्यों नहीं पेश किया। मामले में रिमांड रिपोर्ट भी सार्वजनिक नहीं की गयी है. उन्होंने मांग की कि पुलिस मामले का सारा खुलासा करे।
रेवंत रेड्डी ने आरोप लगाया कि केटीआर ने अपने प्लांट को हैदराबाद से बेंगलुरु स्थानांतरित करने के लिए कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार का एक फर्जी पत्र फॉक्सकॉन को प्रसारित किया। उन्होंने कहा कि बीआरएस कांग्रेस के खिलाफ झूठा अभियान चलाने के लिए कर्नाटक से कुछ भाड़े के लोगों को लाया था।
कांग्रेस नेता ने कहा कि इन साजिशों के बारे में चुनाव आयोग से शिकायत करने के बावजूद उसने कोई कार्रवाई नहीं की।
तेलंगाना में विधानसभा चुनाव 30 नवंबर को होने हैं।
–आईएएनएस
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