नई दिल्ली, 7 मार्च (आईएएनएस)। केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के राज्यमंत्री कौशल किशोर ने कहा है कि कांग्रेस भाजपा के खिलाफ नहीं, बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ है, क्योंकि वह उनके नेतृत्व, योजनाओं और नीतियों का मुकाबला नहीं कर सकती।
आईएएनएस ने कौशल किशोर से बात की। पेश हैं कुछ अंश :
सवाल : यदि हम आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय के बारे में बात करते हैं, तो विभाग देश के विकास में कैसे मदद कर रहा है और भारत की जी-20 अध्यक्षता को सफल बनाने में अपनी भागीदारी कैसे कर रहा है?
जवाब : हम लगातार जनता की भलाई के लिए काम कर रहे हैं। मोदी सरकार सबके लिए घर चाहती है, इसलिए केंद्र ने पीएम आवास योजना के लिए 2023-24 के बजट में 79,590 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं।
2016-17 के बाद से सरकार की प्रमुख आवास योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना (पीएमएवाई) का बजट 2016-17 के संशोधित अनुमानों में 20,936 करोड़ रुपये से 280 फीसदी से बढ़कर 2023-24 में 79,590 करोड़ रुपये हो गया है। फरवरी 2023 तक 2.13 करोड़ घर पूरे हो चुके हैं और हम जल्द ही लक्ष्य पूरा कर लेंगे।
हमने कचरा मुक्त अभियान के तहत 7900 शहरों को स्वच्छ और कचरा मुक्त बनाया है।
अगर जी20 की बात करें तो 56 जगह ऐसी हैं, जहां जी20 इवेंट होंगे। हमारा विभाग आयोजनों को सफल बनाने में बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहा है।
सवाल : 2024 में लोकसभा चुनाव के लिए एक वर्ष से भी कम समय बचा है, यह चुनाव भाजपा के लिए कैसे रह सकता है?
जवाब : मोदी जी ने भारत को विकसित देश बनाने के लिए 25 साल का लक्ष्य रखा है। तमाम मंत्रालय, तमाम नेता और कार्यकर्ता एजेंडे पर काम कर रहे हैं। आपने देखा है कि पीएम मोदी छोटी पार्टियों से जुड़ने की कोशिश कर रहे हैं, क्योंकि वह सबका साथ, सबका विकास और सबका प्रयास में विश्वास करते हैं। मोदी जी वैश्विक नेता बन गए हैं, उनकी विश्वव्यापी स्वीकार्यता है। देश के लोग उनसे प्यार करते हैं, उन पर और उनकी योजनाओं पर विश्वास करते हैं। हमें पूरा विश्वास है कि हम यह लोकसभा चुनाव पहले से ज्यादा सीटों से जीतेंगे।
सवाल : हमने विपक्ष में एकता देखी है, 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले की तरह महागठबंधन की बात चल रही है। क्या आपको लगता है कि यह एकता भाजपा के वोट प्रतिशत को प्रभावित करेगी?
जवाब : विपक्ष की एकता उथली है, सबकी अपने फायदे के लिए अपनी प्रासंगिकता है। वे भाजपा के खिलाफ नहीं हैं, पीएम मोदी के खिलाफ हैं। मोदी हटाओ देश बचाओ जैसे बयानों के साथ उन्हें गाली देते हैं, क्योंकि वे जानते हैं कि वे मोदी सरकार की नीतियों और रणनीतियों को हरा नहीं सकते। वे मोदी हटाओ की बात करते हैं और हम गरीबी हटाओ, भ्रष्टाचार हटाओ, वंशवाद हटाओ की बात करते हैं। विपक्ष की विचारधारा और हमारी विचारधारा में बहुत अंतर है।
सवाल : राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा पर निकले थे, उनके साथ भारी भीड़ देखी गई। वह मंदिरों का दौरा कर रहे हैं, धर्म की बात कर रहे हैं, क्या आपको लगता है कि इस बार उनकी हिंदू एजेंडा की राजनीति काम करेगी?
जवाब : इससे उन्हें कुछ नहीं मिलने वाला, लोग जानते हैं कि उनका हर कदम चुनाव और वोट के लिए है। वह सोचते हैं कि वह मंदिरों में जाएंगे, प्रार्थना करेंगे, तिलक लगाएंगे और लोग मानेंगे कि वह हिंदुओं के कल्याण के लिए काम करेंगे, लेकिन ऐसा नहीं है। ऐसे में जो मुस्लिम मतदाता उनका समर्थन करते थे, वे भी कांग्रेस को वोट नहीं देंगे। मैं कह सकता हूं कि लगभग 25 फीसदी मुस्लिम वोट भाजपा के पक्ष में जुड़ेंगे, क्योंकि हम सबका साथ में विश्वास करते हैं और हम उनके कल्याण के लिए भी काम करते हैं।
सवाल : राहुल गांधी ने भारत के बारे में विदेशी धरती से ताजा बयान दिए हैं। उन्होंने आंतरिक मामलों में विदेशी हस्तक्षेप की मांग करते हुए भारत में लोकतंत्र की दशा पर सवाल उठाया। इस पर आपकी क्या टिप्पणी है?
जवाब : राहुल गांधी मानसिक रूप से बीमार हैं। वह नहीं जानते कि कहां क्या बोलें। अगर उन्हें भारत में लोकतंत्र नहीं दिखता है तो छोड़कर वहां क्यों नहीं चले जाते, जहां लोकतंत्र मिलता है।
उन्होंने भारत जोड़ो यात्रा निकाली, यात्रा के दौरान बहुत कुछ बोला, संसद में पूरा भाषण दिया, लेकिन फिर भी भारत में लोकतंत्र को नहीं मानते। आज भारत जी-20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है। पूरी दुनिया महामारी के प्रबंधन के लिए भारत की प्रशंसा कर रही है, आर्थिक स्थिरता की सराहना कर रही है, संकट के समय मदद और समर्थन के लिए धन्यवाद दे रही है, चाहे वह कोविड के टीके हों या दवाएं, या भूकंप प्रभावित तुर्की को मानवीय सहायता। पाकिस्तान के लोग पीएम मोदी की मांग कर रहे हैं, वे भारत के साथ विलय के लिए प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन हमारे देश के बारे में राहुल गांधी की अपनी मानसिकता है।
–आईएएनएस
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