नई दिल्ली, 16 जनवरी (आईएएनएस)। भारत के करिश्माई बल्लेबाज विराट कोहली ने लगातार गेंदों के जरिए विश्व स्तरीय अभ्यास से बल्लेबाजों को बेहतर बनाने का श्रेय थ्रोडाउन विशेषज्ञ दयानंद गरानी, नुवान सेनेविरत्ने और डी राघवेंद्र को दिया।
उन्होंने आगे कहा, मेरी ईमानदार राय में, इन तीनों ने हमें हर बार खेलने के लिए विश्व स्तरीय अभ्यास दिया है। वे हमें नेट्स में चुनौती देते हैं जैसे कोई भी 145 या 150 किमी प्रति घंटे की गति वाले गेंदबाज खेल में करते हैं। वे हमेशा हमें आउट करने की कोशिश करते हैं और सुनिश्चित करें कि वे नियमित रूप से हमारा परीक्षण करें।
कभी-कभी, यह बहुत तीव्र लगता है। मेरे लिए बहुत ईमानदार होने के लिए मेरे करियर में अंतर रहा है। जहां मैं एक क्रिकेटर के रूप में इस तरह का अभ्यास शुरू करने से पहले था, वहां से आज मैं जहां हूं।
कोहली ने बीसीसीआई डॉट टीवी ने कहा, इन लोगों को बहुत सारा श्रेय जाता है, जिन्होंने हमें नियमित रूप से अभ्यास कराया है और मुझे यकीन है कि शुभमन भी ऐसा ही महसूस करेंगे। उनका योगदान अविश्वसनीय रहा है। आप सभी को मेरा समर्थन करने के लिए धन्यवाद।
भारतीय क्रिकेट हलकों में रघु के नाम से मशहूर राघवेंद्र लंबे समय से टीम के साथ थ्रोडाउन स्पेशलिस्ट के तौर पर जुड़े हुए हैं। गरानी ने पंजाब किंग्स के साथ काम करने के बाद भारतीय टीम के साथ थ्रोडाउन विशेषज्ञ के रूप में शुरूआत की, जबकि सेनेविरत्ने को 2018 में थ्रोडाउन विशेषज्ञ के रूप में शामिल किया गया था ताकि भारतीय बल्लेबाजों को बाएं हाथ की तेज गेंदबाजी का मुकाबला करने में मदद मिल सके।
दाएं हाथ के सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल भी भारतीय टीम के थ्रोडाउन विशेषज्ञों की जमकर तारीफ कर रहे थे। उन्होंने आगे कहा, इन तीन लोगों ने मिलकर 1200 से 1500 विकेट बहुत आसानी से हासिल कर लिए होंगे। उन्होंने काफी मेहनत की है और मैच से पहले अभ्यास करने के लिए हमें हर तरह की परिस्थितियों के लिए तैयार किया है। ये वे लोग हैं जो हमें विश्वास दिलाते हैं कि हम इस स्तर पर प्रदर्शन कर सकते हैं।
भारत के लिए अपने घरेलू सत्र में अगला काम न्यूजीलैंड के खिलाफ तीन एकदिवसीय मैच है, जो बुधवार से हैदराबाद में शुरू होगा।
–आईएएनएस
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