मुंबई, 10 मई (आईएएनएस)। रोहित शर्मा के टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने के कुछ दिन बाद स्टार बल्लेबाज विराट कोहली ने इंग्लैंड में 20 जून से शुरू हो रही पांच टेस्ट मैचों की बड़ी सीरीज से पहले बीसीसीआई को सूचित किया है कि वह टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेना चाहते हैं। माना जा रहा है कि वह इस सीरीज के लिए टीम का हिस्सा होंगे। जानकारी के अनुसार, कोहली पिछले एक महीने से बीसीसीआई अधिकारियों के साथ इस बारे में चर्चा कर रहे थे।
अगर कोहली ने अपना मन नहीं बदला, तो वह 14 साल लंबे शानदार करियर पर विराम लगाएंगे, जिसमें उन्होंने 123 टेस्ट खेले, जिनमें से 68 में कप्तानी की और 46.85 की औसत से 9230 रन बनाए हैं।
हालांकि हाल के समय में टेस्ट क्रिकेट में उनका प्रदर्शन खास नहीं रहा है। जब उन्होंने नवंबर 2024 में पर्थ टेस्ट में 100* रन बनाए, तो वह उनका जुलाई 2023 (वेस्टइंडीज के खिलाफ पोर्ट ऑफ स्पेन में) के बाद पहला टेस्ट शतक था। उनका औसत, जो 2019 में पुणे में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ करियर बेस्ट 254* रन बनाने के बाद 55.10 था, पिछले 24 महीनों में गिरकर 32.56 हो गया है।
इसके बावजूद, यह समझा जा रहा है कि टीम मैनेजमेंट और चयनकर्ता इस दौरे पर कोहली के अनुभव को बेहद महत्वपूर्ण मानते हैं, जहां भारत एक नए कप्तान की अगुआई में खेलेगा। शुभमन गिल सबसे आगे हैं रोहित शर्मा की जगह लेने की दौड़ में, जिन्होंने इसी सप्ताह की शुरुआत में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की थी।
रोहित के अलावा भारत के पास आर अश्विन भी नहीं हैं, जिन्होंने 2024-25 की ऑस्ट्रेलिया सीरीज के दौरान अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया था। चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे इस समय टीम में नहीं हैं, और मोहम्मद शमी की फॉर्म भी लंबे समय की चोट के बाद वापसी में सवालों के घेरे में है। ऐसे में कोहली, रवींद्र जडेजा और जसप्रीत बुमराह के साथ मिलकर गिने-चुने सीनियर खिलाड़ियों में शामिल हैं।
इससे पहले कि रोहित ने कोहली से टेस्ट कप्तानी की कमान संभाली, भारत ने कोहली की कप्तानी में खेले गए 68 टेस्ट मैचों में से 40 में जीत हासिल की और केवल 17 में हार मिली। ये 40 जीतें कोहली को भारत का सबसे सफल टेस्ट कप्तान बनाती हैं। महेंद्र सिंह धोनी ने 60 में से 27 और सौरव गांगुली ने 49 में से 21 टेस्ट जीते थे। सबसे अधिक टेस्ट जीत वाले कप्तानों की सूची में कोहली विश्व में चौथे स्थान पर हैं। उनसे आगे ग्रीम स्मिथ (109 में से 53 जीत), रिकी पोंटिंग (77 में से 48) और स्टीव वॉ (57 में से 41) हैं।
इंग्लैंड की जमीन पर ही कोहली ने टेस्ट बल्लेबाज के रूप में अपने करियर की सबसे यादगार पारियों में से एक खेली थी, 2018 के दौरे पर। पांच टेस्ट की उस सीरीज में वह दोनों टीमों में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी रहे, उन्होंने 59.30 की औसत से 583 रन बनाए और दो शतक जड़े। यह प्रदर्शन खास इसलिए भी था क्योंकि इससे पहले, 2014 में इंग्लैंड दौरे पर उन्होंने 10 पारियों में केवल 134 रन बनाए थे। 2018 उनके करियर का सबसे सफल कैलेंडर वर्ष भी रहा, जिसमें उन्होंने 1322 टेस्ट रन बनाए।
अपने स्वर्णिम दौर के दौरान कोहली ने 2016 में 75.93, 2017 में 75.64, 2018 में 55.08 और 2019 में 68.00 की औसत से रन बनाए। 2016 से 2018 के बीच उन्होंने 35 टेस्ट में 66.59 की औसत से 3596 रन बनाए, जिसमें 14 शतक और 8 अर्धशतक शामिल थे।
–आईएएनएस
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