नई दिल्ली, 9 नवंबर (आईएएनएस)। 2021 में बीबीसी इंवेस्टिगेशन के बाद विवादों में आए लाइव वीडियो चैट प्लेटफॉर्म ओमेगल बंद हो गया है। बीबीसी की इंवेस्टिगेशन में पाया गया था कि बच्चे वेबसाइट पर अजनबियों के सामने खुद को
एक्सपोज कर रहे हैं।
वेबसाइट की स्थापना 2009 में 18 वर्षीय प्रोग्रामर और हाई स्कूल के छात्र लीफ़ के-ब्रूक्स ने की थी। महामारी के दौरान यह वेबसाइट अमेरिका, मैक्सिको और यूके के अलावा भारत में भी लोकप्रिय हो गई।
ओमेगल वर्चुअल वीडियो और टेक्स्ट चैट के लिए लोगों को लिंक करता था, और मॉडरेटर होने का दावा करता था। हजारों उपयोगकर्ता भारत से भी थे।
एक ब्लॉग पोस्ट में, के-ब्रूक्स ने कहा कि वर्षों से, लोगों ने विदेशी संस्कृतियों का पता लगाने, निष्पक्ष तीसरे पक्षों से अपने जीवन के बारे में सलाह लेने और अकेलेपन को कम करने के लिए ओमेगल का उपयोग किया है।
हालांकि, उन्होंने कहा कि ओमेगल ये लड़ाई हार गया है, लेकिन इंटरनेट के खिलाफ युद्ध जारी है।
के-ब्रूक्स ने लिखा, “जितना मैं चाहता हूं कि परिस्थितियां अलग होतीं, उतनी ही ये बढ़ती गई। ओमेगल का संचालन अब न तो आर्थिक रूप से और न ही मनोवैज्ञानिक रूप से टिकाऊ है। सच कहूं तो, मैं 30 की उम्र में दिल का दौरा नहीं चाहता।”
कई देशों में स्कूलों और कानून अधिकारियों ने वेबसाइट के बारे में चेतावनी जारी की थी।
द इंडिपेंडेंट की रिपोर्ट में कहा गया, “वेबसाइट के अस्वीकरण के बावजूद कि उपयोगकर्ताओं की आयु 18 वर्ष से अधिक होनी चाहिए, और 13 से 18 वर्ष के यूजर्स को माता-पिता की अनुमति के साथ साइट का उपयोग करना चाहिए, साइट पर ऐज वेरिफिकेशन नहीं है।”
–आईएएनएस
एसकेपी