नई दिल्ली, 23 सितंबर (आईएएनएस)। राजधानी में पहली बार आयोजित होने वाली विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2025 में अब केवल दो दिन शेष हैं। ऐसे में केंद्रीय युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्री मनसुख मंडाविया ने मंगलवार को जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम का दौरा कर तैयारियों का जायजा लिया।
यह इतने बड़े पैमाने पर वैश्विक प्रतियोगिताओं का आयोजन करने की भारत की क्षमता में एक नया अध्याय है, जो अंतरराष्ट्रीय खेलों के केंद्र के रूप में देश की स्थिति को और मजबूत करता है।
मंडाविया के साथ खेल एवं युवा मामलों की राज्य मंत्री रक्षा खडसे भी बैठक और एथलीटों से बातचीत में शामिल हुईं। स्थानीय आयोजन समिति, भारतीय पैरालंपिक समिति (पीसीआई) और खेल मंत्रालय के कई वरिष्ठ अधिकारी भी निरीक्षण में शामिल हुए।
मनसुख मंडाविया ने स्टेडियम का विस्तृत दौरा किया, जिसमें मान्यता केंद्र, चिकित्सा केंद्र, नवनिर्मित वार्मअप और मुख्य मोंडो ट्रैक जैसे क्षेत्र शामिल थे, जिसका उद्घाटन उन्होंने 29 अगस्त, 2025 को किया था। चैंपियनशिप के दौरान यह ट्रैक 100 से ज्यादा देशों के बेहतरीन पैरा-एथलीटों की मेजबानी करेगा। मेजबान देश से कुल 73 पैरा-एथलीट शीर्ष स्थान के लिए प्रतिस्पर्धा करेंगे।
डॉ. मंडाविया ने निरीक्षण के दौरान कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में भारत प्रमुख अंतरराष्ट्रीय खेल आयोजनों की मेजबानी के लिए एक विश्वसनीय स्थल के रूप में उभरा है। उनका यह विश्वास कि विश्व एक परिवार है, हमें दुनिया भर के एथलीटों को भारतीय धरती पर एक साथ लाने के लिए प्रेरित करता है।”
उन्होंने आगे कहा, “100 से ज्यादा देशों की भागीदारी के साथ, यह न केवल भारत द्वारा आयोजित अब तक का सबसे बड़ा पैरा-एथलेटिक्स आयोजन है, बल्कि हमारी क्षमता, समृद्ध संस्कृति और खेलों के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है। हमारा प्रयास यह सुनिश्चित करना है कि विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में हर पैरा-एथलीट को विश्व स्तरीय बुनियादी ढांचा मिले और उसे पूरा समर्थन मिले।”
–आईएएनएस
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