बीजिंग, 23 मई (आईएएनएस)। 22 मई को 76वीं विश्व स्वास्थ्य महासभा ने फिर बलिज आदि देशों द्वारा प्रस्तुत तथाकथित थाईवान को पर्यवेक्षक के रूप में डब्ल्यूएचओ महासभा में भाग लेने का निमंत्रण देने सम्बंधी प्रस्ताव को महासभा के कार्यसूची में शामिल करने से फिर इंकार कर दिया।
इस के प्रति चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि डब्ल्यूएचओ महासभा ने लगातार कई साल तक तथाकथित थाईवान सम्बंधी प्रस्ताव से इंकार कर दिया है। इससे साबित है कि एक चीन सिद्धांत अंतरराष्ट्रीय समुदाय की इच्छा के अनुरूप है और आम रूझान भी है। इसे चुनौती देने की अनुमति नहीं दी जाती है।
ध्यान रहे इस महासभा के उद्घाटन से पहले लगभग सौ देशों ने विशेष तौर पर डब्ल्यूएचओ को पत्र लिखने या बयान जारी करने से एक चीन सिद्धांत पर कायम रहने और डब्ल्यूएचओ महासभा में थाईवान की हिस्सेदारी का विरोध करने का पक्ष साफ किया था।
प्रवक्ता ने बताया कि चीन की केंद्रीय सरकार थाईवानी बंधुओं के स्वास्थ्य को बड़ा महत्व देती है। एक चीन सिद्धांत की पूर्वशर्त में वैश्विक स्वास्थ्य मामलों में थाईवान क्षेत्र की हिस्सेदारी का समुचित प्रबंध किया गया है। इसके अलावा थाईवान में अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य नियम सम्बंधी संपर्क कार्यालय भी है, जो समय पर आपात स्वास्थ्य सूचनाएं प्राप्त कर सकता है।
प्रवक्ता ने बताया कि चीन सम्बंधित देशों से स्वास्थ्य सवाल का राजनीतिकण बंद कर थाईवान के बहाने से चीन के आंतरिक मामले में हस्तक्षेप करना और तथाकथित थाईवान सवाल से चीन को नियंत्रित करना बंद करने का अनुरोध करता है।
(साभार—चाइना मीडिया ग्रुप ,पेइचिंग)
–आईएएनएस
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