बेलगावी, (कर्नाटक) 8 दिसंबर (आईएएनएस)। कर्नाटक विधानसभा अध्यक्ष यू.टी. खादर ने शुक्रवार को बेलगावी में सुवर्ण विधान सौध के हॉल से भाजपा आइकन वीर सावरकर की एक तस्वीर पर हुए विवाद के जवाब में कहा कि मंत्रियों और विधायकों को अपने काम पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।
परिषद के अध्यक्ष बसवराज होरत्ती के साथ एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए, खादर ने तर्क दिया कि मंत्रियों और विधायकों का काम समय पर सत्र में भाग लेना, अच्छी बहस में भाग लेना और सवालों के जवाब देना है।
उन्होंने आगे कहा कि डॉ. बीआर अंबेडकर का कहना था कि आजादी के बाद देश के रथ को आगे बढ़ाना है। यदि यह संभव न हो तो इसे उसी स्थान पर रहने दें लेकिन इसे पीछे की ओर नहीं ले जाना चाहिए। आइए इस पर चर्चा न करें कि अतीत में क्या हुआ था। हमें भविष्य में संविधान के अनुसार काम करना होगा।
खादर ने राज्य मंत्री प्रियांक खड़गे के उस बयान के जवाब में कहा कि अगर संभव हो तो वह वीर सावरकर की फोटो खुद हटा देंगे। समाज को एकजुट करना मेरी जिम्मेदारी है। यह मेरी पहली प्राथमिकता है। मंत्रियों और विधायकों को अपना काम करने दीजिए।
बसवराज होरत्ती ने कहा कि जब लोग गुस्से में आकर सिर काटने की बात करते हैं तो क्या वे वास्तव में ऐसा करते हैं। इन अफवाहों के बीच कि कांग्रेस सरकार विधानसभा हॉल से सावरकर की तस्वीर हटा सकती है, खादर ने गुरुवार को स्पष्ट किया कि ऐसा कोई प्रस्ताव फिलहाल उनके सामने नहीं है।
अफवाहों के मुताबिक, सिद्दारमैया सरकार सावरकर की तस्वीर की जगह दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू की तस्वीर लगाने पर विचार कर रही है। खड़गे ने वीर सावरकर पर भाजपा से चार सवाल पूछे थे और उन्हें सरल हां या ना में जवाब देने की चुनौती दी थी।
–आईएएनएस
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