नई दिल्ली, 13 जनवरी (आईएएनएस)। वर्किंग स्पेस उपलब्ध कराने वाली कंपनी वीवर्क इंडिया को वित्त वर्ष 24 में 130.8 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है, यह वित्त वर्ष 23 में 144.5 करोड़ रुपये पर था।
बिजनेस इंटेलिजेंस प्लेटफॉर्म टोफ्लर के मुताबिक, वित्त वर्ष 24 में वीवर्क इंडिया का कुल खर्च 19 प्रतिशत बढ़कर 1,864.3 करोड़ रुपये रहा है, जो कि वित्त वर्ष 23 में 1,566.7 करोड़ रुपये पर था।
वित्तीय विवरणों में कंपनी ने कहा है कि गैर-नकद घटकों जैसे मूल्यह्रास और परिशोधन की कंपनी की कुल लागत में हिस्सेदारी 40 प्रतिशत की है। यह 16.9 प्रतिशत बढ़कर 744 करोड़ रुपये हो गई है।
कर्मचारी लागत भी कंपनी की खर्च का एक बड़ा हिस्सा है, जो वित्त वर्ष 24 में 11.9 प्रतिशत बढ़कर 132 करोड़ रुपये रही है।
वित्त वर्ष 24 में कंपनी की परिचालन आय सालाना आधार पर 26 प्रतिशत बढ़कर 1,661.6 करोड़ रुपये हो गई है, जो कि वित्त वर्ष 23 में 1,314 करोड़ रुपये थी।
कंपनी की कुल आय में 84 प्रतिशत हिस्सेदारी मेंबरशिप फीस की थी, जो कि सालाना आधार पर 48.9 प्रतिशत बढ़कर 1,402.5 करोड़ रुपये हो गई है।
इसके अलावा, वित्त वर्ष 24 में कंपनी को अन्य आय के रूप में 71.9 करोड़ रुपये प्राप्त हुए हैं, जिससे कंपनी की कुल आय बढ़कर 1,733.5 करोड़ रुपये हो गई है।
वीवर्क इंडिया द्वारा 500 करोड़ रुपये राइट्स इश्यू के जरिए जुटाए गए हैं। कंपनी बताया कि इसका उद्देश्य कर्ज में कमी लाना और ग्रोथ को बढ़ाना है।
वीवर्क इंडिया में रियल्टी फर्म एम्बेसी ग्रुप की 73 प्रतिशत हिस्सेदारी है, जबकि वीवर्क ग्लोबल की 27 प्रतिशत हिस्सेदारी है।
वीवर्क इंडिया के पास वर्तमान में 8 शहरों में 100,000 से अधिक डेस्क हैं।
वीवर्क इंडिया ने 2016 में भारत में अपनी स्थापना के बाद से चेन्नई, नई दिल्ली, गुरुग्राम, नोएडा, मुंबई, बेंगलुरु, पुणे और हैदराबाद में 63 परिचालन केंद्रों तक विस्तार किया है।
–आईएएनएस
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