बीजिंग, 28 मार्च (आईएएनएस)। मध्य चीन के हुबेई प्रांत के वुहान में रहने वाली लड़की आ नियन, जिसका असली नाम वू शांग च है। उसका एक अधिक परिचित शीर्षक भी है- होशेंसन लड़की।
2020 की महामारी के दौरान, उन्हें कोरोना निमोनिया के हल्के लक्षणों वाले रोगी के रूप में आश्रय अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बाद में पता चला कि उनकी दादी की तबीयत ज्यादा खराब हो गई थी। अपनी 89 वर्षीय नानी की देखभाल के लिए उन्हें गंभीर मामलों के लिए होशेंसन अस्पताल भेजा गया था।
आ नियन ने अपनी माँ को आश्वासन दिया: माँ, मैं तुम्हारी माँ की देखभाल करूँगी और उन्हें अपने साथ घर ले जाऊँगी। लेकिन 6 मार्च को सुबह 3 बजे उस की नानी का निधन हो गया। आ नियन आखिरकार अपनी माँ की माँ को घर लाने में नाकाम रही।
अगस्त 2020 में, वह पेइचिंग लौटी, काम करना शुरू की और सामान्य रूप से रही। एक पटकथा लेखक के रूप में, उन्होंने वुहान की यादों को एक डायरी में लिखने का फैसला किया। अक्टूबर 2020 में, 160,000 शब्दों वाली वुहान लड़की आ नियन की डायरी आधिकारिक तौर पर प्रकाशित हुई थी। सितंबर 2022 में, आ नियन अपने गृहनगर वुहान लौट आयी और एक कॉलेज शिक्षक बन गयी, जिसने जीवन की एक नई पटकथा शुरू की। आ नियन ने कहा कि अब वह न केवल स्वस्थ और खुश रहना चाहती है, बल्कि एक पूर्ण और सार्थक जीवन भी जीना चाहती है।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
–आईएएनएस
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