वृंदावन, 15 अगस्त (आईएएनएस)। बॉलीवुड अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी और उनके पति राज कुंद्रा वृंदावन पहुंचे। यहां उन्होंने प्रसिद्ध संत प्रेमानंद जी महाराज से आशीर्वाद लिया। इस मुलाकात के दौरान, राज कुंद्रा ने संत को अपनी एक किडनी दान करने की इच्छा व्यक्त की।
शिल्पा शेट्टी और राज ने प्रेमानंद महाराज से बातचीत की। इसी दौरान, राज कुंद्रा ने स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों से जूझ रहे संत के लिए अपनी किडनी देने का प्रस्ताव रखा। हालांकि, प्रेमानंद महाराज ने इस प्रस्ताव को विनम्रतापूर्वक अस्वीकार करते हुए कहा, “आप स्वस्थ रहें, यही मेरे लिए सबसे बड़ा आशीर्वाद है।”
जैसे ही लोगों को पता चला कि वृंदावन में शिल्पा शेट्टी आई हैं, ये खबर आग की तरह फैली। शिल्पा शेट्टी और राज कुंद्रा की एक झलक पाने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु और प्रशंसक उमड़ पड़े। लोगों ने गर्मजोशी से उनका स्वागत किया, जिससे मंदिर परिसर में उत्साह का माहौल बन गया। प्रशंसकों में तस्वीरें लेने की होड़ मच गई।
वहीं दूसरी तरफ गुरुवार की सुबह अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी और उनके पति, बिजनेसमैन राज कुंद्रा पर मुंबई के जुहू पुलिस स्टेशन में धोखाधड़ी का मामला दर्ज हुआ। दोनों के खिलाफ 60.4 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है। यह शिकायत जुहू निवासी व्यवसायी दीपक कोठारी ने दर्ज कराई है, जो लोटस कैपिटल फाइनेंशियल सर्विसेज के डायरेक्टर हैं।
मामले की गंभीरता को देखते हुए इसे आर्थिक अपराध शाखा को सौंप दिया गया है। कोठारी का आरोप है कि शिल्पा शेट्टी, राज कुंद्रा और एक अज्ञात व्यक्ति ने उनकी कंपनी बेस्ट डील टीवी प्राइवेट लिमिटेड के जरिए धोखाधड़ी की। यह कंपनी होम शॉपिंग और ऑनलाइन रिटेल प्लेटफॉर्म के रूप में काम करती थी, जो अब बंद हो चुकी है।
वहीं शिल्पा शेट्टी के वकील, एडवोकेट प्रशांत पाटिल ने इन आरोपों को गलत बताया। प्रशांत पाटिल ने साफ किया है कि उनके क्लाइंट्स पर लगे सभी आरोप पूरी तरह गलत और निराधार हैं। उन्होंने बताया कि इस मामले का समाधान पहले ही मुंबई के नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (एनसीएलटी) में 4 अक्टूबर 2024 को हो चुका है।
प्रशांत पाटिल ने कहा, ”मेरे क्लाइंट्स को कुछ मीडिया रिपोर्ट्स से पता चला है कि उनके खिलाफ मुंबई की आर्थिक अपराध शाखा में एक मामला दर्ज किया गया है। सबसे पहले, मेरे क्लाइंट्स इन आरोपों को पूरी तरह से नकारते हैं। यह मामला केवल एक सिविल विवाद है, जिसे मुंबई के नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (एनसीएलटी) ने 4 अक्टूबर 2024 को सुलझा दिया है। यह एक पुराना मामला है, जिसमें कंपनी आर्थिक संकट में फंसी थी और इसके बाद लंबा कानूनी विवाद हुआ। इसमें कोई अपराध शामिल नहीं है।”
–आईएएनएस
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