पन्ना. जिले की ग्राम पंचायतो में विभिन्न निर्माण कार्यो के नाम पर लगातार भ्रष्टाचार चल रहा है, जबकी जमीनी हकीकत कुछ और है, संबंधित स्थानो पर वृक्षा रोपण कराने के संबंध में मजदूरी मटेरियल के बिल बाउचर दर्शाकर कागजो में राशि निकाल ली जा रही है, तथा मनरेगा योजना को मन की योजना बना दिया गया है.
इसी प्रकार का मामला पन्ना जनपद पंचायत अन्तर्गत ग्राम पंचायत दिया का सामने आया है, जहां पर सरपंच, सचिव, उपयंत्री द्वारा वृक्षा रोपण कराये जाने के नाम पर मजदूरी तथा मटेरियल के छह लाख से अधिक के बिल बाउचर लगाकर राशि आहरित कर ली गई है.
जबकी स्थानीय लोगो का कहना है कि यहां पर किसी प्रकार का वृक्षा रोपण नहीं किया गया है, उसके बावजूद राशि निकालकर संबंधित सरपंच, सचिव, उपयंत्री, रोजगार सहायक द्वारा फर्जीवाड़ा किया गया है. ग्राम पंचायत दिया के पंचायत भवन के पास वृक्षा रोपण कराने के नाम पर डेढ लाख रूपये की राशि मटेरियल एवं चालीस हजार की राशि मजदूरी के नाम पर खर्च करना दर्शाया गया है.
इसी प्रकार भुराने बाबा के पास वृक्षा रोपण के नाम पर भी डेढ लाख की राशि मटेरियल एवं पचास हजार की राशि मजदूरी में दर्शाई गई है, तथा रोड के किनारे कोठी टोला, में भी वृक्षा रोपण के नाम पर दो लाख से अधिक की राशि मटेरियल एवं पचास हजार रूपये की राशि मजदूरी के नाम पर खर्च की गई है.
इस प्रकार ग्राम पंचायत दिया मे सात लाख की राशि फर्जी रूप से वृक्षा रोपण के नाम पर दर्शाई गई है. यह तो एक मात्र उदाहरण है, इसके अलावा, अन्य कार्यो में भी व्याप्क स्तर पर फर्जीवाड़ा ग्राम पंचायत दिया में किया गया है, जो निर्माण कार्य आधे अधुरे पड़े हुए है उन्हे पूर्ण दर्शाकर व्याप्क स्तर पर शासकीय राशि का दुरपयोग किया गया है तथा मनमाने ढंग से बिल बाउचर लगाकर राशि खर्च करना दर्शाया गया है. स्थानीय लोगो ने संबंधित मामले की जांच कराकर दोषीयों के खिलाफ कार्यवाही करने की मांग जिले के कलेक्टर तथा मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत से की गई है.