जबलपुर. शहर में छोटी लाइन फाटक गोरखपुर से ग्वारीघाट तक जाने वाली नैरो गेज की जमीन अब शीघ्र ही जबलपुर की जनता के लिए ग्वारीघाट जाने हेतु वैकल्पिक मार्ग एवं अन्य विकास कार्यों हेतु उपलब्ध होगी. इस जमीन के उपयोग रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव ने स्वीकृति दे दी है.
मध्यप्रदेश के लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह ने इस संबंध में सोमवार को केंद्रीय रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव से दिल्ली में भेंट कर इस विषय पर रेलवे की जमीन के बदले राज्य शासन गधेरी स्थित जमीन देने के प्रस्ताव पर विस्तार से चर्चा कर आग्रह किया. जिस पर रेल मंत्री ने इस जमीन को राज्य शासन को हस्तांतरित करने की स्वीकृति दे दी. अब इस जमीन का उपयोग ग्वारीघाट जाने हेतु नए मार्ग के रूप में किया जा सकेगा.
भूमि का नहीं हो रहा था उपयोग
श्री सिंह ने बताया जबलपुर से गोंदिया की बहुप्रतीक्षित ब्रॉडगेज लाइन कार्य पूरा होने के बाद हाऊबाग रेलवे स्टेशन गोरखपुर से ग्वारीघाट रेलवे स्टेशन तक जिस जमीन पर नैरो गेज रेल लाइन थी. उक्त जमीन का अब उसका कोई उपयोग नहीं हो रहा है. इस जमीन का उपयोग जबलपुर की जनता कर सके इस हेतु विगत दिनों सर्किट हाउस जबलपुर में रेलवे अधिकारियो और जिला कलेक्टर के साथ एक बैठक की थी जिसमें उक्त जमीन के बदले गधेरी की जमीन रेलवे को देने का प्रस्ताव रखा था.
रेलवे बोर्ड को दिए निर्देश
जब यह प्रस्ताव रेलवे बोर्ड के पास गया तो बोर्ड ने गधेरी की जमीन व रेलवे की जमीन की दरों में असमानता होने की वजह से इसके पुन: परीक्षण हेतु वापस कर दिया था लेकिन सोमवार को रेल मंत्री श्री वैष्णव से चर्चा कर बताया कि यह जमीन जबलपुर की जनता के लिए अत्यंत उपयोगी है तब रेल मंत्री ने इस पर गंभीरता से विचार करते हुए पूर्व के प्रस्ताव के अनुरूप ही इसका हस्तांतरण करने के निर्देश रेलवे बोर्ड को दिए है.