टोक्यो, 18 फरवरी (आईएएनएस)। जापानी शोधकर्ताओं की टीम ने चिकन, पोर्क और बीफ में नए एंटीऑक्सीडेंट की खोज की है, जो थकान दूर करने और डिमेंशिया को रोकने में मदद कर सकते हैं।
इमिडाजोल डिपेप्टाइड्स (आईडीपी), जो मांस और मछली में प्रचुर मात्रा में होते हैं, मनुष्य सहित विभिन्न जानवरों के शरीर में उत्पादित पदार्थ हैं।
हालांकि, शारीरिक तंत्र जिसके द्वारा आईडीपी इन गतिविधियों को प्रदर्शित करते हैं, पहले निर्धारित नहीं किया गया था। ओसाका मेट्रोपॉलिटन यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर हिदेशी इहारा के नेतृत्व में एक शोध दल ने सबसे पहले 2-ऑक्सो-इमिडाजोल-युक्त डिपेप्टाइड्स (2-ऑक्सो-आईडीपी) की खोज की- जिनमें सामान्य आईडीपी की तुलना में एक अधिक ऑक्सीजन परमाणु होता है।
उन्होंने पाया कि वह शरीर में आईडीपी डेरिवेटिव की सबसे आम किस्म हैं। जर्नल एंटीऑक्सिडेंट्स में प्रकाशित निष्कर्षों के मुताबिक, शोधकर्ताओं ने यह भी पाया कि उनके पास उल्लेखनीय रूप से उच्च एंटीऑक्सीडेंट गतिविधि है।
इहारा ने कहा, हमें उम्मीद है कि यह शोध पद्धति, जो 2-ऑक्सो-आईडीपी के उन्नत विश्लेषण को सक्षम बनाती है, न केवल बुनियादी जीवविज्ञान बल्कि दवा, कृषि और फार्मेसी के लिए भी लागू की जाएगी, जहां यह लोगों के स्वास्थ्य में सुधार करने और बीमारियों को रोकने में मदद करेगी।
अध्ययन में, शोधकर्ताओं ने मास स्पेक्ट्रोमेट्री का उपयोग करके पांच प्रकार के 2-ऑक्सो-आईडीपी के चयनात्मक और अत्यधिक संवेदनशील पहचान के लिए एक विधि स्थापित की। इस पद्धति का उपयोग करते हुए, उन्होंने पहली बार खुलासा किया कि बीफ, सूअर का मांस, चिकन और अन्य मांस में एंटीऑक्सिडेंट होते हैं, न केवल आईडीपी बल्कि विभिन्न प्रकार के 2-ऑक्सो-आईडीपी।
–आईएएनएस
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