बीजिंग, 28 अगस्त (आईएएनएस)। विश्व बौद्धिक संपदा संगठन (डब्ल्यूआईपीओ) ने 27 अगस्त को सिंगापुर में आयोजित 2024 बौद्धिक संपदा सप्ताह में “2024 वैश्विक नवाचार सूचकांक (जीआईआई) रिपोर्ट” की प्रारंभिक रिपोर्ट जारी की, जिससे पता चलता है कि चीन लगातार दूसरे वर्ष दुनिया के शीर्ष 100 वैज्ञानिक और तकनीकी नवाचार समूहों की संख्या के मामले में पहले स्थान पर है।
बता दें कि जीआईआई में विज्ञान और प्रौद्योगिकी नवाचार समूह शहरों या शहरी समूहों को संदर्भित करते हैं। इसकी रैंकिंग दो संकेतकों पर आधारित है:एक “पेटेंट सहयोग संधि” द्वारा प्रकट पेटेंट आवेदन में आविष्कारक का स्थान है, और दूसरा प्रकाशित वैज्ञानिक पेपर के लेखक का स्थान है।
डब्ल्यूआईपीओ दुनिया में सबसे सक्रिय वैज्ञानिक और तकनीकी गतिविधियों वाले क्षेत्रों को निर्धारित करने के लिए इन संकेतकों पर आंकड़े और रैंकिंग संकलित करता है।
रिपोर्ट से पता चलता है कि दुनिया के शीर्ष 100 वैज्ञानिक और तकनीकी नवाचार समूहों में से 26 चीन में हैं, जो पिछले साल 24 से अधिक है। अमेरिका 20 के साथ दूसरे स्थान पर है। वहीं, जर्मनी में 8, भारत और दक्षिण कोरिया में 4-4 हैं।
डब्ल्यूआईपीओ महानिदेशक डेरेन थांग ने कहा कि वैज्ञानिक और तकनीकी नवाचार समूह राष्ट्रीय नवाचार पारिस्थितिकी तंत्र के लिए एक महत्वपूर्ण आधार हैं। ये समूह न केवल विकसित देशों में, बल्कि उभरती अर्थव्यवस्थाओं में भी फल-फूल रहे हैं। डब्ल्यूआईपीओ इन समूहों को बौद्धिक संपदा का लाभ उठाने और अनुसंधान परिणामों को व्यावहारिक समाधानों में बदलने में मदद करने के लिए समर्थन जारी रखेगा।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
–आईएएनएस
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