बेंगलुरु, 13 जून (आईएएनएस)। वैश्विक स्तर पर भर्ती की धीमी गति के बावजूद भारत के फॉर्मल जॉब मार्केट में विविध क्षेत्रों में बढ़ती मांग के कारण एक मजबूत पुनरुत्थान देखने को मिल रहा है। यह जानकारी शुक्रवार को आई एक रिपोर्ट में दी गई।
ग्लोबल जॉब प्लेटफॉर्म इंडीड द्वारा संकलित आंकड़ों के अनुसार, मई में भारत में जॉब पोस्टिंग में 8.9 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जो थोड़े समय के ठहराव के बाद एक मजबूत वापसी है।
यह वृद्धि भारत के जॉब मार्केट की मजबूती और गति को उजागर करती है, जो कि महामारी से पहले के स्तर से लगभग 80 प्रतिशत ऊपर है।
भारत में नौकरियों में वृद्धि एक अधिक स्ट्रक्चर्ड और फॉर्मल इकोनॉमी की ओर इसके बदलाव से प्रेरित है।
इंडीड के एपीएसी वरिष्ठ अर्थशास्त्री कैलम पिकरिंग ने कहा, “जैसे-जैसे देश बदल रहा है, वैसे-वैसे फॉर्मल सेक्टर में नौकरी सृजन समग्र रोजगार वृद्धि से आगे निकल रहा है। यह लगातार ऊपर की ओर रुझान भारत को कई अन्य वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं से आगे रखता है।”
रिपोर्ट में पाया गया कि पिछले तीन महीनों में लगभग 80 प्रतिशत व्यवसायों में जॉब पोस्टिंग में वृद्धि हुई है।
जॉब पोस्टिंग को लेकर चाइल्डकेयर में 27 प्रतिशत, पर्सनल केयर एंड होम हेल्थ में 25 प्रतिशत, शिक्षा में 24 प्रतिशत, और प्रोडक्शन एंड मैन्युफैक्चरिंग में 22 प्रतिशत की सबसे अधिक वृद्धि दर्ज की गई है, जो कि सामाजिक और औद्योगिक सेवाओं में बढ़ती मांग को दर्शाता है।
सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट सेक्टर भारत के फॉर्मल हायरिंग स्पेस पर हावी है, इंडीड पर हर पांच में से लगभग एक जॉब पोस्टिंग इसी सेक्टर में होती है।
रिपोर्ट का एक और मुख्य आकर्षण जनरेटिव एआई में कुशल प्रतिभाओं की मांग में वृद्धि थी।
इस वर्ष मई तक भारत में सभी जॉब पोस्टिंग के 1.5 प्रतिशत में जनरेटिव एआई का जिक्र था, जो पिछले वर्ष की तुलना में दोगुना से भी अधिक है।
जनरेटिव एआई से संबंधित भूमिकाएं न केवल टेक और डेटा एनालिटिक्स में केंद्रित हैं, बल्कि साइंटिफिक रिसर्च, मार्केटिंग और मैनेजमेंट में भी उभर रही हैं।
कर्नाटक और तेलंगाना जैसे रिजनल हब जनरेटिव एआई अवसरों के लिए प्रमुख केंद्र बन गए हैं, जबकि महाराष्ट्र कुल नौकरी की मात्रा में सबसे आगे है।
–आईएएनएस
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