जबलपुर. शहर में साइबर ठगों द्वारा लगातार सीधे-साधे लोगों को बातों के मकडज़ाल में फंसाते हुए ठगी का शिकार बनाया जा रह हैं. शातिर साइबर ठगों ने स्वयं को क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताते हुए जहां एक फैक्ट्री कर्मी को दुराचार का आरोप लगाते हुए वीडियो कॉल कर मामले को रफा-दफा करने के नाम पर 16 लाख से ज्यादा की ठगी की वहीं एक कंप्यूटर ऑपरेटर 5 रुपए भेजने की बात कहते हुए अकाउंट से 29 हजार पार कर दिए. फैक्ट्री कर्मी ने रांझी एवं कंप्यूटर ऑपरेटर ने बरेला थाने में अपने साथ हुई ठगी की एफआईआर दर्ज कराई हैं.
बरेला थाना पुलिस के अनुसार चौकी गौर क्षेत्र के अंतर्गत रहने वाले पेशे से कंप्यूटर ऑपरेटर 23 वर्षीय शुभम शर्मा वर्ष 2019 में गौर बरेला कोसमघाट में रेडियंट कॉलेज के बगल में कम्प्यूटर टै्रनिंग सेंटर मे मैनेजर था. उसने मोटर सायकिल के लिये आनलाईन एचडीबी फायनेंसियल सर्विस लिमिटेड में कॉल किया था. कंपनी के व्यक्ति ने उसे 5 रूपये भेजने के लिये कहा फिर उनके द्वारा भेजी गयी लिंक को मोबाइल नम्बर पर भेजने के लिये कहा.
उसके मोबाइल नम्बर पर लिंक आई. जिसे उसने ओपन किया और जानकरी भरी और लास्ट मे पेमेण्ट करने का यूपीआई नम्बर पूछा गया. शुभम ने नम्बर भरकर 5 रुपये ट्रंासफर किये तो थोड़ी देर बाद उसके बैंक से मैसिज आया कि 22 दिसंबर 2019 को उसका 29 हजार रूपया ट्रांसफर हो गया. 23 दिसंबर 2019 को शुभम ने बैंक से स्टेटमेंट निकलवाया. जिसमें 29 हजार रूपये टांसफर होने की जानकारी मिली. रिपोर्ट पर धारा 420 भादवि का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया.
व्हीकल फैक्ट्री कर्मी को किया डिजिटल अरेस्ट
रांझी थाना पुलिस के अनुसार मूलत: केयूएलएचए सिन्डरा डोडा जम्मू कश्मीर एवं वर्तमान में पाठक पेट्रोल पंप के पास बिलहरी बड़े हनुमान मंदिर के सामने रहने वाले व्हीकल फैक्ट्री रांझी के कर्मचारी 42 वर्षीय परमजीत सिंह ने थाना गोराबाजार मे लिखित शिकायत दी हैं. शिकायत में परमजीत ने बताया कि वे व्हीकल फैक्ट्री रांझी में नौकरी करते हंै. 11 दिसंबर 2024 को उन्हें व्हाट्स एप पर किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा वीडियो कॉल किया गया. परमजीत द्वारा वीडियो कॉल रिसीव किए जाने पर कॉल करने वाले ने स्वयं को दिल्ली क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताते हुए आरोपी ने परमजीत से कहा कि उसने एक लडकी के साथ गलत काम किया है और उस लडकी ने सुसाइड कर लिया है.
जिस वजह से उसके नाम का गिरफ्तारी वारंट निकला हंै. आपको मामला रफा दफा करने के कुछ पैसे जमा करने होंगे. फिर वह उसे अन्य लोग दूसरे व्हाट्सएप से वीडियो कॉलिंग करके उसे डराने धमकाने लगे तथा एकाउंट नम्बर बताकर अकाउंट में पैसे जमा करने के लिये बोले. लगातार आ रहे फोन से डिजिटल अरेस्ट हुए दहशतजदा परमजीत ने बताये हुये बैंक खातों में करीब कुल 16 लाख 30 हजार रूपये स्थानांतरित कर दिए. उसके बाद भी आरोपियों द्वारा अत्यधिक पैसो की माँग की गई.
साइबर ठगों द्वारा लगातार पैसों की मांग की जा रही हैं. जिस पर पीड़ित फैक्ट्री कर्मी ने थाने में शिकायत दर्ज कराई. परमजीत को डराते हुये डिजिटल अरेस्ट कर विभिन्न खातों में 16 लाख 30 हजार स्थानांतरित कराने वाले आरोपियों के खिलाफ धारा 318 बी एनएस का अपराध पंजीबद्ध कर प्रकरण विवेचना में लिया गया.