भोपाल, 4 फरवरी (आईएएनएस)। प्रभु श्री राम पर शायरी लिखने वाले प्रसिद्ध उर्दू शायर अंजुम बाराबंकवी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा भेजे गए पत्र को लेकर खुशी जताते हुए आभार व्यक्त किया। पीएम मोदी ने एक पत्र भेजकर अंजुम बाराबंकवी की श्री राम पर लिखी शायरी की सराहना की और उनके कार्य को सम्मानित किया।
पीएम मोदी के पत्र के लिए शायर ने प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद करते हुए कहा कि उन्हें इस पत्र से अत्यधिक खुशी हुई और यह उनके लिए एक गौरव का क्षण था।
अंजुम बाराबंकवी ने मंगलवार को आईएएनएस से बात करते हुए कहा कि मैं प्रधानमंत्री मोदी का ऋणी हो गया हूं। मैंने कभी नहीं सोचा था कि कोई प्रधानमंत्री मुझे इस तरह से व्यक्तिगत रूप से पत्र लिखकर मेरा मनोबल बढ़ाएंगे। जब यह पत्र मुझे और मेरे परिवार को मिला, तो हमारे घर में खुशी की लहर दौड़ गई।
बाराबंकवी ने बताया कि उनकी शायरी में प्रभु श्री राम की भक्ति का उल्लेख था, जिसे उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को भेजा था। इस शायरी के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने उन्हें यह पत्र लिखा। बाराबंकवी से उनकी प्रेरणा को लेकर सवाल किए जाने पर उन्होंने कहा कि मैं एक साहित्यकार हूं और मुझे प्रेरणा हमारे धार्मिक ग्रंथों से मिलती है। चूंकि मैं अवध क्षेत्र का रहने वाला हूं, जहां प्रभु श्री राम का जिक्र अक्सर होता है, इसलिए मैंने राम पर शायरी लिखी। मैंने उर्दू साहित्य में जो कुछ भी पढ़ा है, उसी के आधार पर यह शायरी लिखी थी।
उन्होंने कहा कि मैंने कभी यह नहीं सोचा था कि प्रधानमंत्री मोदी मेरी इस शायरी को इस तरह से पहचानेंगे। 2014 में जब मैंने अपनी किताब ‘दिल का गुलाब’ प्रकाशित की थी तब भी पीएम मोदी को मैंने अपनी किताब भेजी थी और उस समय मुझे एक औपचारिक जवाब मिला था। लेकिन इस बार जिस प्रकार से प्रधानमंत्री मोदी ने मेरी शायरी की सराहना की, वह मेरे लिए अप्रत्याशित था।
अंजुम बाराबंकवी ने खुशी साझा करते हुए बताया कि जब प्रधानमंत्री कार्यालय से मुझे फोन आया और मुझसे वैकल्पिक ईमेल आईडी के बारे में पूछा गया, तो मुझे लगा कि कुछ खास होने वाला है। थोड़ी देर बाद मुझे मेरे ईमेल पर वह पत्र मिला, जिसमें प्रधानमंत्री जी ने मेरी शायरी की सराहना की थी। यह मेरे लिए गर्व और खुशी का पल था। इसके बाद जब प्रधानमंत्री मोदी का पत्र मेरे घर आया तो उनके परिवार और दोस्तों के बीच एक जश्न का माहौल था।
उन्होंने कहा कि पोस्टमैन जब प्रधानमंत्री का पत्र लेकर हमारे घर आया, तो उसकी आंखों में भी एक अलग खुशी थी। हम सभी बेहद खुश थे और यह पल हमारे लिए यादगार बन गया।
–आईएएनएस
पीएसके/सीबीटी