नई दिल्ली, 2 सितंबर (आईएएनएस)! केंद्रीय मंत्री अमित शाह, राजनाथ सिंह, राजीव चंद्रशेखर ने शनिवार को भारत के पहले सौर मिशन आदित्य-एल1 के सफल प्रक्षेपण के लिए भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के वैज्ञानिकों की सराहना की।
कुछ दिन पहले अपने सफल चंद्र अभियान चंद्रयान-3 के बाद एक बार फिर इतिहास पर नजर रखते हुए इसरो ने शनिवार को देश का महत्वाकांक्षी सौर मिशन आदित्य एल1 लॉन्च किया।
वैज्ञानिकों को बधाई देते हुए शाह ने एक ट्वीट में कहा, “समय-समय पर हमारे वैज्ञानिकों ने अपनी ताकत और प्रतिभा साबित की है। भारत के पहले सौर मिशन, आदित्य एल1 के सफल प्रक्षेपण पर देश को गर्व और खुशी है। इस अद्वितीय उपलब्धि के लिए टीम इसरो को बधाई।” यह अमृत काल के दौरान अंतरिक्ष क्षेत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के आत्मनिर्भर भारत के दृष्टिकोण को पूरा करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।”
सिंह, जो रक्षा मंत्री हैं, ने एक्स पर पोस्ट किया, “यह शनिवार को 1.4 अरब भारतीयों के लिए एक ऐतिहासिक ‘सूर्य दिवस’ है। आज, भारत का पहला सौर मिशन, आदित्य-एल 1, इसरो द्वारा सफलतापूर्वक लॉन्च किया गया है।”
रक्षा मंत्री ने कहा कि मिशन चंद्रयान3 और मंगलयान की अपार सफलता के बाद भारत अब सूर्य की ओर बढ़ रहा है।
मंत्री ने कहा, “यह सफल प्रक्षेपण अंतरग्रहीय अंतरिक्ष अन्वेषण में आत्मनिर्भरता की दिशा में एक बड़ा मील का पत्थर है। हमें अपने वैज्ञानिकों पर गर्व है। मैं अध्यक्ष एस. सोमनाथ के नेतृत्व में इसरो वैज्ञानिकों की पूरी टीम को आदित्य-एल1 के सफल प्रक्षेपण पर बधाई देता हूं।”
उन्होंने प्रधानमंत्री के नेतृत्व की भी सराहना की और कहा, “हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम को नई ऊंचाइयों पर ले जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उनके प्रेरक मार्गदर्शन ने टीम इसरो को बड़े लक्ष्यों और उपलब्धियों के लिए प्रयास करने में मदद की है।”
इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री चंद्रशेखर ने कहा, “सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र, श्रीहरिकोटा में पीएसएलवी सी57/आदित्य-एल1 के सफल प्रक्षेपण के लिए इसरो को बधाई। यह सूर्य का अध्ययन करने वाली अंतरिक्ष में स्थित पहली भारतीय वेधशाला है – नए भारत की अंतरिक्ष अन्वेषण यात्रा के लिए एक और मील का पत्थर।”
भारत ने आज सुबह अपना पहला सौर मिशन लॉन्च किया। कुछ दिन पहले ही भारत चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर एक अंतरिक्ष यान की सॉफ्ट लैंडिंग कराने वाला दुनिया का पहला देश बन गया।
–आईएएनएस
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