कोलकाता, 10 फरवरी (आईएएनएस)। कलकत्ता उच्च न्यायालय की एकल-न्यायाधीश पीठ ने शुक्रवार को राज्य शिक्षा विभाग को शिक्षकों के सेवानिवृत्ति लाभ में देरी करने में चूक होने पर राज्य द्वारा संचालित स्कूलों में दोषी प्रधानाध्यापकों के खिलाफ विभागीय कार्यवाही शुरू करने का निर्देश दिया।
आदेश पारित करते हुए, न्यायमूर्ति राजशेखर मंथा ने कहा कि अक्सर यह देखा जाता है कि शिक्षकों के सेवानिवृत्ति लाभों के भुगतान में स्कूल अधिकारियों की ओर से चूक के कारण देरी होती है। न्यायमूर्ति मंथा ने शुक्रवार को स्कूलों के जिला निरीक्षकों को निर्देश दिया- ऐसे मामलों में संबंधित स्कूल के प्रधानाध्यापकों के खिलाफ विभागीय कार्यवाही शुरू करें।
उन्होंने यह भी देखा कि शिक्षकों को सेवानिवृत्ति लाभों के भुगतान में देरी के मामले से संबंधित कई मामलों में यह देखा गया है कि संबंधित प्रधानाध्यापकों की संबंधित कागजी कार्रवाई को आगे बढ़ाने में अनिच्छा देरी का कारण थी। न्यायमूर्ति मंथा ने कहा- मुख्याध्यापकों के एक वर्ग के आकस्मिक ²ष्टिकोण के कारण सेवानिवृत्त शिक्षक क्यों पीड़ित होंगे।अब समय आ गया है कि स्कूलों के जिला निरीक्षक ऐसे प्रधानाध्यापकों के खिलाफ कार्रवाई करें। अन्यथा, इस तरह का ढुलमुल रवैया जारी रहेगा। शिक्षण संस्थानों में वर्षों तक सेवा देने के बाद शिक्षकों को सेवानिवृत्ति का लाभ समय से नहीं मिलना स्वीकार्य नहीं है।
यह पहली बार नहीं है जब जस्टिस मंथा ने इस मामले में इतनी तीखी प्रतिक्रिया दी हो। 3 फरवरी को भी जिलाधिकारियों और जिला विद्यालय निरीक्षकों को इसी वजह से उनके गुस्से का सामना करना पड़ा था। शिक्षक नेक कार्य करते हैं। ऐसी स्थिति में यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि शिक्षकों को अपने सेवाकाल की समाप्ति के बाद सेवानिवृत्ति लाभ मिलने में अनावश्यक देरी का सामना करना पड़ रहा है। आप साल दर साल सेवानिवृत्ति लाभ भुगतान में देरी कर शिक्षकों को परेशान क्यों कर रहे हैं? अगर आने वाले दिनों में आपके साथ भी ऐसा ही कुछ होता है तो आप क्या करेंगे?
उन्होंने कहा था- एक विभाग से दूसरे विभाग में आवश्यक फाइलों के हस्तांतरण में आपकी ओर से होने वाली देरी के कारण शिक्षकों को क्यों परेशानी हो। आपको उनका बकाया भुगतान करने में तेजी से कार्य करना चाहिए। आप साल दर साल सेवानिवृत्ति लाभ भुगतान में देरी कर शिक्षकों को परेशान क्यों कर रहे हैं? अगर आने वाले दिनों में आपके साथ भी ऐसा ही कुछ होता है तो आप क्या करेंगे?
–आईएएनएस
केसी/एएनएम