कोलकाता, 23 फरवरी (आईएएनएस)। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की विशेष अदालत ने गुरुवार को पश्चिम बंगाल में करोड़ों रुपये के कथित भर्ती घोटाले में तीन बिचौलियों की जमानत याचिका पर सुनवाई करते हुए आध्यात्मिक पथदर्शी रामकृष्ण परमहंस का जिक्र किया।
सीबीआई के वकील ने तृणमूल कांग्रेस की युवा शाखा के राज्य सचिव कुंतल घोष, तापस मंडल और नीलाद्रि घोष की जमानत याचिकाओं का विरोध किया तो विशेष अदालत के न्यायाधीश अर्पण चट्टोपाध्याय ने कहा, क्या आप जानते हैं कि रामकृष्ण परमहंस ने गुरु की परिभाषा के बारे में क्या कहा था। उन्होंने कहा कि गुरु अपने भक्तों के लिए भगवान हैं। तीनों आरोपियों का गुरु कौन है? उन्हें खोजो और श्रृंखला को पूरा करो।
जवाब में सीबीआई के वकील ने कहा कि एजेंसी के अधिकारी उसी को ट्रैक करने के लिए दिन-रात काम कर रहे हैं। सीबीआई के वकील ने कहा कि तीनों आरोपियों से पूछताछ के दौरान अधिकारियों को कुछ अत्यधिक प्रभावशाली लोगों के नाम मिले हैं, जो इसमें शामिल हैं। हालांकि, जांच अधिकारी उन्हें गिरफ्तार करने के लिए ठोस सबूत की तलाश कर रहे हैं।
विशेष अदालत ने जमानत याचिका खारिज करते हुए तीनों आरोपियों को 9 मार्च तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
–आईएएनएस
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