गाडरवारा. नगर के वरिष्ठ समाजसेवी मुकेश बसेड़िया ने सतत एक माह तक विभिन्न राज्यो में भ्रमण करते हुए बेटियों की शिक्षा को प्रोत्साहित करते हुए उन्हें पठन लेखन, शिक्षण सामग्री, स्कूल बैग,बॉटल आदि वितरित करते हुए स्कूल जाने के लिए प्रेरित किया. साथ ही उन्होंने उपस्थित अभिभावकों,तीर्थ स्थल के प्रभारियों एवं अधिकारियों को बेटी शिक्षा के लिए प्रोत्साहन हेतु आवेदन कर बेटियों के तीर्थ मंदिरों पर भिक्षावृत्ति व चंदन आदि लगाने पर रोक लगायी जाने एवं उन्हें शिक्षा के लिए प्रेरित करने की बात कही.
उन्होंने भ्रमण के दौरान वृद्धजनों,दिव्यांगों ,निराश्रित व असहाय जनो को गर्म कपड़े, कंबल, मच्छरदानी, टोपे, मौजे प्रदान किये. उन्होंने बेटियों के पद पखारकर उन्हें वस्त्र ,गर्म कपड़े ,श्रृंगार, पठन लेखन सामग्री प्रदान करते हुए बेटी शिक्षा व सम्मान को प्रोत्साहित कर आशीर्वाद लिया. विदित हो कि श्री बसेड़िया ने सतत एक माह तक असम राज्य के गुवाहाटी ,कामाख्या धाम,उमानन्द भैरव,मायोंग ,पश्चिम बंगाल में न्यू जलपाईगुड़ी ,बिहार के कटिहार, मैहर, उत्तरप्रदेश के काशी, मिर्जापुर, प्रयागराज, मध्यप्रदेश के सलकनपुर धाम ,उज्जैन, मालवा ,नलखेड़ा,पुरैना रंधीर , काशी बनारस , आदि स्थानों के दिव्य शक्तिपीठो व उप पीठो ,ज्योतिर्लिंग में बेटियों , वृद्धजनों, दिव्यांगों, निराश्रित जनो को सम्मानित किया.
इसके अलावा बरमान के वृद्ध आश्रम व अनेक नर्मदा तटो पर स्वेटर गर्म कपड़े,कंबल,वस्त्र, पठन लेखन सामग्री प्रदान कर सम्मानित किया. श्री बसेड़िया ने प्रतिवर्ष अनुसार बेटी शिक्षा व वृद्धजनो को सम्मानित करते हुए एक माह सतत सेवा का संकल्प लेकर स्वयं के खर्चे पर अनवरत बिना रुके , बिना थके परमार्थ सेवा का संदेश दिया. भ्रमण मे उन्होंने बेटियों को सम्मानित करते हुए कहा कि देश को महिषासुरमर्दिनी अर्थात सशक्त बेटियों की आवयश्कता है जो बेटियों की शिक्षा व प्रोत्साहन से संभव है.
उन्होंने माँ रेवा के ककराघाट में परहित व निष्काम सेवा संकल्प का शुभारम्भ कर सतत एक माह सेवा का समापन काशी यात्रा उपरांत ककरा घाट में कन्याओं के पद पखारकर, उन्हें वस्त्र , शिक्षण सामग्री प्रदान कर सेवा का संकल्प पूर्ण किया और सम्पूर्ण निष्काम सेवा को मां रेवा के चरणों में अर्पित किया.
बसेड़िया ने उपरोक्त सेवा कार्य को माइक ,माला , मंच, व केक से दूर रहते हुए पाश्चात्य संस्कृति को छोड़कर वैदिक सनातन संस्कृति से युवाओं को संदेश दिया जो अनुकरणीय व सराहनीय है. उपरोक्त सेवा माह की परमार्थ सेवा की चर्चा पूरे क्षेत्र में हो रही है.श्री बसेड़िया सदा से ही निराश्रित व गरीबो की मदद करने अग्रणी रहते है