भोपाल, 18 दिसंबर (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पहली बार दिल्ली जा रहे हैं। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पूर्व मुख्यमंत्री को दिल्ली बुलाया है। नतीजे आने के बाद चौहान ने कहा था कि मैं दिल्ली नहीं जाऊंगा।
दरअसल, राज्य की 16वीं विधानसभा का पहला सत्र सोमवार से शुरू हुआ। पूर्व मुख्यमंत्री चौहान भी सत्र में पहुंचे, वे बुधनी विधानसभा क्षेत्र से विधायक निर्वाचित हुए हैं। इस दौरान उन्होंने संवाददाताओं से चर्चा करते हुए बताया कि वे आज दिल्ली जा रहे हैं और उनकी राष्ट्रीय अध्यक्ष से मुलाकात होगी।
वहीं, बीते रोज राज्य के तमाम नेताओं के दिल्ली में वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने इस मामले में किसी तरह की जानकारी होने से इनकार कर दिया।
ज्ञात हो कि विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री चौहान ने कहा था कि कुछ मांगने दिल्ली नहीं जाऊंगा, अपने लिए कुछ मांगने से बेहतर है मर जाना। इस बयान को लेकर सियासी गलियारों में तरह-तरह की चर्चाएं रही हैं।
चौहान ने आगे कहा कि भाई और मामा के रिश्ते उनके हैं और वह बने रहेंगे, मैंने पहले भी कहा था, भाई का रिश्ता विश्वास का है और मामा का रिश्ता स्नेह का। यह ऐसा संबंध है वह स्वाभाविक है। यह एक फेस होता है और लोग धीरे-धीरे भूल जाते हैं, लेकिन संबंध रहेंगे। राज्य की विधानसभा में वरिष्ठ व पुराने साथी हैं, और युवा बड़ी संख्या में जीत कर आए हैं, इस बात का जिक्र करते हुए चौहान ने कहा कि वरिष्ठ और पुराने साथी भी चुनाव जीतकर आए हैं और युवाओं का भी समावेश है। यह आनंद का विषय है कि पीढ़ी का परिवर्तन हुआ है।
उन्होंने कहा कि मोहन यादव मुख्यमंत्री हैं तो नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार हैं। पीढ़ी परिवर्तन एक स्वाभाविक प्रक्रिया है और मुझे पूरा विश्वास है कि मोहन यादव के नेतृत्व में प्रदेश नई ऊंचाइयों को छूएगा।
–आईएएनएस
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