मुंबई, 25 फरवरी (आईएएनएस)। पार्टी का नाम और चुनाव चिह्न् गंवाने के एक सप्ताह बाद उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना (यूबीटी) ने स्थानीय कार्यकर्ताओं और जनता का मनोबल बढ़ाने के लिए शनिवार से महाराष्ट्र में सप्ताह भर चलने वाला शिवगर्जन और शिवसंवाद अभियान शुरू किया।
शिवसेना (यूबीटी) और महिला अघाड़ी, युवा सेना जैसे अन्य फ्रंटल संगठनों के शीर्ष नेता शनिवार से 3 मार्च तक छोटे-छोटे समूहों में अलग-अलग हिस्सों का दौरा करेंगे, जो आपस में बंटे सभी 35 जिलों में घूमेंगे।
फिलहाल महाराष्ट्र के विधायक 27 फरवरी से शुरू हो रहे बजट सत्र के मद्देनजर दोनों अभियानों में शामिल नहीं हो रहे हैं।
हालांकि, शिवसेना (यूबीटी) के सांसद राज्यव्यापी राजनीतिक अभियान का हिस्सा हैं, जिसे मुख्य प्रवक्ता संजय राउत और अन्य लोगों द्वारा 2024 के चुनाव अभियान की शुरुआत के रूप में बताया गया है।
भारत के चुनाव आयोग (ईसीआई) द्वारा 17 फरवरी को मूल शिवसेना और धनुष-तीर प्रतीक से अलग हुए समूह को दिए जाने के बाद, सबसे निचले स्तर पर जनता और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में पार्टी मशीनरी के साथ यह पहला सीधा संपर्क है।
अगले सात दिनों में दौरा करने वाले नेता जमीनी स्तर पर पार्टी संगठन को मजबूत करने का प्रयास करेंगे, राज्य में सेना (यूटी) की शाखाओं पर लोगों को सूचित करेंगे, किस तरह की रिक्तियां हैं, स्थानीय चिंताओं की जानकारी, समस्याएं क्या हो सकती हैं।
उद्धव ठाकरे, उनके बेटे आदित्य ठाकरे और अन्य के बाद में अभियान के दूसरे चरण में दौरा करने की संभावना है।
–आईएएनएस
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