नई दिल्ली, 10 दिसंबर (आईएएनएस)। देश के सभी शीर्ष निशानेबाज 67वीं राष्ट्रीय शूटिंग चैंपियनशिप (एनएससीसी) में पिस्टल, राइफल और शॉटगन स्पर्धाओं में अपने-अपने संबंधित वर्गों में प्रतिस्पर्धा करेंगे, जिसके लिए रिकॉर्ड 13,522 निशानेबाजों ने क्वालीफाई किया है। यह आयोजन बुधवार को राष्ट्रीय राजधानी के डॉ. कर्णी सिंह शूटिंग रेंज (डीकेएसएसआर) में शुरू होने जा रहा है, जो एक नए सत्र की शुरुआत का संकेत है।
शॉटगन (11 दिसंबर से 19 जनवरी, 2025) और पिस्टल (13 दिसंबर से 5 जनवरी, 2025) प्रतियोगिताएं डीकेएसएसआर में आयोजित की जाएंगी, जबकि भोपाल की एमपी स्टेट शूटिंग अकादमी रेंज में 15-31 दिसंबर तक राइफल नेशनल्स आयोजित की जाएंगी।
बुधवार को पहले दिन ग्रुप 2 और ग्रुप 3 से संबंधित स्कीट निशानेबाजों के लिए आधिकारिक प्री-इवेंट ट्रेनिंग होगी, जिसमें गुरुवार से क्वालिफिकेशन राउंड शुरू होंगे। ग्रुप 1 के निशानेबाज 21 दिसंबर से रेंज में उतरेंगे। पुरुषों की स्कीट में गत चैंपियन अनंत जीत सिंह नरुका और महिलाओं की स्कीट में गनीमत सेखों दोनों ही अपने खिताब बचाने के लिए वहां मौजूद होंगे। स्कीट, ट्रैप और डबल ट्रैप स्पर्धाओं में कुल 837 शॉटगन निशानेबाज पांच श्रेणियों में प्रतिस्पर्धा करेंगे, जिसमें मास्टर, सीनियर मास्टर और सुपर मास्टर के अलावा सीनियर और जूनियर श्रेणी शामिल हैं।
राइफल सेक्शन में सबसे अधिक 7013 प्रतिभागी शामिल हुए हैं, जबकि पिस्टल नेशनल्स में 5672 प्रतिभागी राष्ट्रीय चैंपियन बनने के लिए प्रतिस्पर्धा करेंगे। यह सभी निशानेबाजों के लिए एक महत्वपूर्ण इवेंट होगा क्योंकि यहां हासिल किए गए स्कोर को 2025 के अंतरराष्ट्रीय सत्र के लिए भारतीय टीम के चयन में गिना जाएगा। 67वें शूटिंग नेशनल्स में लगभग सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के साथ-साथ देश के सशस्त्र बलों और ओएनजीसी और रेलवे जैसे सार्वजनिक संस्थानों का प्रतिनिधित्व करने वाली कुल 40 टीमें भाग लेंगी।
नेशनल्स से पहले अपने विचार साझा करते हुए, नेशनल राइफल एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एनआरएआई) के अध्यक्ष कलिकेश नारायण सिंह देव ने कहा, “हम देश में खेल की बढ़ती लोकप्रियता से बहुत उत्साहित हैं, जिसके परिणामस्वरूप नेशनल्स में इतनी रिकॉर्ड भागीदारी हुई है। हमारी लगातार अंतरराष्ट्रीय सफलता और विशेष रूप से इस साल की शुरुआत में पेरिस ओलंपिक में हमारे निशानेबाजों के प्रदर्शन ने, जहां हम रिकॉर्ड तीन कांस्य पदक के साथ वापस आए, निश्चित रूप से इन संख्याओं में योगदान दिया है।”
एनआरएआई के महासचिव के. सुल्तान सिंह ने भी उत्साह व्यक्त करते हुए कहा, “हमारे अगले ओलंपिक चैंपियन और पदक विजेता या कम से कम उनमें से कुछ इन नेशनल्स से आएंगे। भारतीय शूटिंग पर अब विश्व मंच पर प्रदर्शन करने की और भी बड़ी जिम्मेदारी है और उभरते युवाओं में देखा गया उत्साह और प्रतिभा हमें विश्वास दिलाता है कि हम इस खेल को और भी ऊंचाइयों पर ले जाएंगे।”
–आईएएनएस
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