बीजिंग, 12 मई (आईएएनएस)। चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने 11 मई को हपेई प्रांत के थ्सांगचो शहर का निरीक्षण दौरा किया, जहां उन्होंने जल्द ही गेहूं की फसल उगने वाले खेत और समुद्र के सामने एक बंदरगाह का निरीक्षण किया।
उस दिन सबसे पहले, शी चिनफिंग ह्वांगहुआ नगर के च्युछंग कस्बे में स्थित श्येनच्वांग जिला पहुंचे, जहां शुष्क-क्षार गेहूं के खेत हैं। उन्होंने शुष्क-क्षारीय भूमि पर गेहूं के रोपण और प्रचार की स्थिति का जायजा लिया।
ह्वांगहुआ शुष्क-क्षार गेहूं के रोपण का इतिहास 2 हजार वर्ष से अधिक पुराना है। आम तौर पर वर्ष के अक्तूबर में इसकी बुवाई की जाती है और अगले साल जून में फसल की जाती है। अद्वितीय रोपण स्थितियों और लंबे विकास चक्र ने ह्वांगहुआ शुष्क-क्षार गेहूं की अनूठी गुणवत्ता बनाई है।
श्येनच्वांग जिले में लगभग 507 हेक्टेयर वाले शुष्क-क्षार गेहूं का रोपण किया जाता है। वर्तमान में खुदरा रोपण प्रमुख है, 709 परिवारों के 2600 से अधिक लोग इस प्रकार के गेहूं की पैदावार करते हैं। मौजूदा निरीक्षण दौरे के दौरान, शी चिनफिंग ने शुष्क-क्षार गेहूं के औद्योगीकरण पर भी ध्यान दिया।
11 मई को, शी चिनफिंग ने थ्सांगचो शहर में ह्वांगहुआ बंदरगाह के कोयले टर्मिनल का दौरा भी किया, उन्होंने कोयले टर्मिनल के उत्पादन, संचालन और विकास योजना का जायजा लिया।
पोहाई समुद्र खाड़ी पर स्थित ह्वांगहुआ बंदरगाह श्योंगआन नव क्षेत्र, मध्य और दक्षिणी हपेई, शानतोंग, हनान, शानशी, शैनशी, और भीतरी मंगोलिया स्वायत्त प्रदेश आदि क्षेत्रों तक फैला हुआ है। वर्तमान में इस बंदरगाह में 46 बर्थ बनाई गई हैं, साल 2022 में कंटेनर थ्रूपुट पहली बार 10 लाख टीईयू से अधिक हो गया है।
राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने कहा था कि बंदरगाह बुनियादी और महत्वपूर्ण सुविधा है, जो आर्थिक विकास के लिए महत्वपूर्ण समर्थन है। अपने कई घरेलू निरीक्षण दौरे पर उन्होंने कई बार बंदरगाहों के विकास का इंतजाम किया है।
शुष्क-क्षारीय भूमि वाले गेहूं खेत से कोयले के बंदरगाह तक, चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने अपने मौजूदा निरीक्षण दौरे में कई विषयों पर जोर दिया। खाद्य सुरक्षा से लेकर ऊर्जा सुरक्षा तक, बीज की चिप से बंदरगाह की महत्वाकांक्षा तक, ये सब देश के भविष्य और नियति, चीनी राष्ट्र के महान कायाकल्प, लोगों की खुशी और कल्याण, तथा समाज की दीर्घकालिक स्थिरता से संबंधित हैं।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
–आईएएनएस
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