नई दिल्ली, 8 अगस्त (आईएएनएस)। बांग्लादेश में स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के रिश्तेदारों को नौकरी में 30 फीसद आरक्षण के विरोध में हिंसा, आगजनी और आंतरिक संघर्ष में सैकड़ों लोगों की मौत के बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री शेख हसीना ने 5 अगस्त को पद से इस्तीफा दे दिया और देश छोड़कर भारत आ गईं। राजनीतिक अस्थिरता के बीच शेख हसीना के पुत्र सजीब वाजेद ने आईएएनएस से खास बातचीत में “पुरानी बातें भूल जाने” की अपील के लिए पूर्व प्रधानमंत्री बेगम खालिदा जिया की तारीफ की है।
सजीब वाजेद ने बांग्लादेश की वर्तमान हिंसक स्थिति को सीरिया और अफगानिस्तान जैसा बताया। वह कहते हैं, “आज बांग्लादेश की स्थिति सीरिया या अफगानिस्तान जैसी है। वहां कोई कानून-व्यवस्था नहीं है और देश में पूरी तरह से अराजकता है। यदि (मोहम्मद) यूनुस लोकतंत्र बहाल कर पाते हैं तो ठीक है नहीं तो बांग्लादेश दूसरा अफगानिस्तान बन जाएगा।”
साथ ही उन्होंने बांग्लादेश में जारी हिंसा के बीच अल्पसंख्यक हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने पर जोर देते हुए कहा, “देश में दो चीजें करने की जरूरत है। पहला, बांग्लादेश में सरकार को अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए क्योंकि हम धर्मनिरपेक्षता में विश्वास करते हैं। अल्पसंख्यक मतदाताओं को लगे की उनका महत्व भी किसी अन्य नागरिक के समान ही है, और जब तक वर्तमान सरकार सत्ता में है अल्पसंख्यकों की सुरक्षा की गारंटी दी जानी चाहिए।”
शेख हसीना के देश से पलायन के बाद जेल से रिहा की गई पूर्व प्रधानमंत्री बेगम खालिदा जिया के “अतीत को भूल जाने” वाले बयान की सराहना करते हुए वाजेद ने कहा, “मैं वास्तव में उनके बयान की सराहना करता हूं जिसमें उन्होंने कहा कि ‘आइए अतीत को भूल जाएं और भविष्य की ओर देखें’।”
बता दें कि भ्रष्टाचार के आरोप में 17 साल की सजा काट रहीं बांग्लादेश के पूर्व पीएम खालिदा जिया ने रिहाई के बाद अपने पहले बयान में उनके प्रति समर्थन के लिए देश की जनता को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि मैं उनका धन्यवाद देती हूं जिन्होंने, “असंभव को संभव बनाने के लिए संघर्ष” किया। इसके अलावा उन्होंने लोगों को शांति का संदेश देते हुए कहा था कि “नफरत” या “बदला” लेने से नहीं, बल्कि देश की पुनर्स्थापना के लिए “प्यार और शांति” कायम करने की जरूरत है।
खालिदा जिया (79) बांग्लादेश में नेशनलिस्ट पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं। भ्रष्टाचार के मामले में 2018 में अदालत ने उन्हें दोषी ठहराया था। जेल से छूटने के बाद देश की जनता से उन्होंने शांति स्थापित करने की अपील की है।
–आईएएनएस
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