पेरिस, 10 अगस्त (आईएएनएस)। भारतीय हॉकी टीम के पूर्व खिलाड़ी और हॉकी इंडिया (एचआई) की चयन समिति के अध्यक्ष आरपी सिंह ने पेरिस ओलंपिक में भारतीय टीम के कांस्य पदक जीतने पर खुशी जताई है। उन्होंने कहा कि अगर हमने सेमीफाइनल में जर्मनी के लिए अपने गोल करने के अवसर न गंवाए होते, तो गोल्ड मेडल भी आ सकता था।
आरपी सिंह ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, “टोक्यो के बाद पेरिस ओलंपिक में भी मेडल जीतने की खुशी है। भले ही हमको अन्य खेल में एक-दो मेडल न मिले, लेकिन हॉकी में मेडल आ जाने से पूरा देश खुश होता है। इसके लिए खिलाड़ियों ने मेडल लाने में पूरा योगदान दिया है।”
भारतीय गोलकीपर पीआर श्रीजेश ने संन्यास ले लिया है। अब उनकी जगह भरने की चुनौती है। इस पर आरपी सिंह ने कहा, “इसके लिए तीन चार खिलाड़ियों को तैयार किया है। वह सभी बहुत अच्छे गोलकीपर हैं। एक खिलाड़ी के जाने के बाद दूसरा उसका स्थान लेता है। इसलिए हम एक खिलाड़ी पर पूरी तरह से निर्भर नहीं रह सकते हैं। इसके लिए हमने पहले ही काम शुरू कर दिया था। हम अपनी दूसरी और तीसरी स्ट्रेंथ को आजमाएंगे।”
इस सवाल पर कि, क्या भारतीय टीम गोल्ड मेडल ला सकती थी, आरपी सिंह ने कहा, “यह टीम गोल्ड मेडल ला सकती थी। जिस तरह से टीम ने पूल मैच में ऑस्ट्रेलिया को हराया, फिर क्वार्टर फाइनल में जीते। लेकिन हमने सेमीफाइनल में जर्मनी के खिलाफ 12 पेनल्टी कॉर्नर मिस किए। मॉर्डन हॉकी में जो गोल करने के अवसर मिस करता है, वह टिक नहीं सकता है।”
“हम जब जर्मनी से 3-2 से हारे तो काफी अफसोस हुआ था। लेकिन हमने कांस्य पदक मैच में स्पेन को हराकर ब्रॉन्ज मेडल जीता, जो काफी गौरव की बात है।”
टीम के भविष्य पर बात करते हुए आरपी सिंह ने कहा, “टीम का भविष्य बहुत अच्छा है। टीम में नए लड़के आ रहे हैं। हम नई टीम बनाने की कोशिश कर रहे हैं। मौजूदा टीम से कुछ लड़के बाहर जाएंगे। कुछ अंदर आएंगे।”
–आईएएनएस
एएस/