कोलंबो, 5 जनवरी (आईएएनएस)। श्रीलंका के सेंट्रल बैंक ने कहा है कि आजादी के बाद से अब तक के सबसे बुरे संकट से जूझ रही देश की अर्थव्यवस्था इस साल की दूसरी छमाही से धीरे-धीरे ठीक होने की उम्मीद है। समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार केंद्रीय बैंक ने बुधवार को 2023 के लिए अपनी मौद्रिक नीतियों की घोषणा करते हुए कहा कि 2022 की शुरुआत से शुरू हुई मुद्रास्फीति में वृद्धि अक्टूबर में बदल गई।
बैंक ने कहा, श्रीलंका की अर्थव्यवस्था, जिसे 2022 में लगभग 8.0 प्रतिशत का वास्तविक संकुचन दर्ज करने का अनुमान है, के 2023 की दूसरी छमाही में धीरे-धीरे सुधार दर्ज करने और विकास की गति को बनाए रखने की उम्मीद है।
केंद्रीय बैंक ने कहा कि दशकों से अर्थव्यवस्था के विभिन्न क्षेत्रों में मौजूद संरचनात्मक आर्थिक बाधाएं आर्थिक झटकों के साथ-साथ गलत समय पर नीतिगत विकल्पों से जुड़ी हुई थीं।
नतीजतन सरकार और केंद्रीय बैंक ने 2022 में व्यापक आर्थिक संतुलन बहाल करने के उद्देश्य से कष्टदायक लेकिन अपरिहार्य नीतिगत उपायों को लागू किया।
मौद्रिक नीति को ब्याज दरों में एक अभूतपूर्व समायोजन द्वारा कड़ा किया गया था ताकि निकट से मध्यम अवधि में किसी भी प्रतिकूल मुद्रास्फीति की उम्मीदों को रोकते हुए मुद्रास्फीति के दबावों को बिगड़ने से रोका जा सके।
गंभीर विदेशी मुद्रा की कमी के बीच चयनित विदेशी ऋण का एक अस्थायी निलंबन भी घोषित किया गया था, जबकि अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष से विस्तारित निधि सुविधा व्यवस्था से परिकल्पित समर्थन के साथ सार्वजनिक ऋण को मजबूत करने के उपाय अपनाए गए थे।
केंद्रीय बैंक ने कहा कि इन उपायों से आवश्यक आयात के लिए विदेशी मुद्रा की उपलब्धता सुनिश्चित हुई। इससे ईंधन, कोयला, रसोई गैस, दवा और खाद्य पदार्थ का इंतजाम किया गया। इससे सामाजिक-आर्थिक अशांति से काफी हद तक राहत मिली।
–आईएएनएस
सीबीटी